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14 जनवरी 2024 : PIB विश्लेषण

विषयसूची:

  1. पीएम-जनमन:
  2. 25टी बोलार्ड पुल टग, भीष्म का शुभारंभ:
  3. राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024:

1. पीएम-जनमन:

सामान्य अध्ययन: 2

शासन:

विषय:केंद्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं एवं इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन ,इन अति संवेदन शील वर्गों की रक्षा एवं बहतरी के लिए गठित तंत्र,विधि ,संस्थान एवं निकाय।

प्रारंभिक परीक्षा: प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन),विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी)।

मुख्य परीक्षा: प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के उदेश्यों के बारे में चर्चा कीजिए।

प्रसंग:

  • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 15 जनवरी, 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (पीएमएवाई – जी) के 1 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त जारी करेंगे।

उद्देश्य:

  • पीएम-जनमन का आरंभ 15 नवंबर 2023 को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर अंतिम छोर पर मौजूद अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के अंत्योदय के विजन की दिशा में प्रधानमंत्री के प्रयासों के अनुरूप विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए किया गया था।

विवरण:

  • लगभग 24,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ पीएम-जनमन, 9 मंत्रालयों के माध्यम से 11 महत्वपूर्ण हस्तक्षेपों पर केंद्रित है और इसका उद्देश्य पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त करके शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, बिजली, सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी और स्थायी आजीविका के अवसरों तक बेहतर पहुंच स्थापित करके पीवीटीजी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार लाना है।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

1. 25टी बोलार्ड पुल टग, भीष्म का शुभारंभ:

  • युद्धपोत उत्पादन अधीक्षक (कोलकाता) कमोडोर एस. श्रीकुमार ने 25टी बोलार्ड पुल (बीपी) टग, भीष्म को 14 जनवरी 24 को मैसर्स टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (मैसर्स टीआरएसएल), कोलकाता में लॉन्च किया। यह टग “मेक इन इंडिया” पहल का गौरवशाली ध्वजवाहक है।
  • भारत सरकार की “आत्मनिर्भर भारत” पहल के अनुरूप छह 25टी बीपी टग्स के निर्माण और वितरण के लिए मेसर्स टीआरएसएल, कोलकाता के साथ अनुबंध संपन्न हुआ।
  • इन टगों का निर्माण भारतीय शिपिंग रजिस्टर (आईआरएस) के वर्गीकरण नियमों के तहत किया जा रहा है।
  • टग की उपलब्धता नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों को बर्थिंग और अन-बर्थिंग, मोड़ और सीमित पानी में पैंतरेबाज़ी के दौरान सहायता की सुविधा प्रदान करके आईएन की परिचालन प्रतिबद्धताओं को गति प्रदान करेगी।
  • टग्स लंगरगाह पर जहाजों को अग्निशमन सहायता भी प्रदान करेगा और इसमें सीमित खोज और बचाव अभियान चलाने की क्षमता भी होगी।

2. राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024:

  • भारत सरकार ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में “राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार” की घोषणा की है।
  • राष्ट्रीय पुरस्कार शोधकर्ताओं, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के उत्कृष्ट और प्रेरक वैज्ञानिक, तकनीकी और नवाचार योगदान को मान्यता प्रदान करता है।
  • विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तियों या टीम से राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (आरवीपी) के लिए नामांकन/आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं।

पुरस्कार निम्नलिखित चार श्रेणियों में प्रदान किए जाएंगे:

  • विज्ञान रत्न (वीआर): विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जीवनकाल की उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने के लिए अधिकतम तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
  • विज्ञान श्री (वीएस): विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को मान्यता देने के लिए अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
  • विज्ञान युवा: शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी) पुरस्कार: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाले युवा वैज्ञानिकों की प्रतिभा को पहचान दिलाने और उन्‍हें प्रोत्साहित करने के लिए अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
  • विज्ञान टीम (वीटी) पुरस्कार: तीन या अधिक वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं/नवप्रवर्तकों की एक टीम को अधिकतम तीन पुरस्कार प्रदान किए जा सकते हैं, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक टीम में काम करते हुए असाधारण योगदान दिया हो।
  • राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार निम्नलिखित 13 प्रक्षेत्र में दिए जाएंगे, जिनमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग विज्ञान, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और अन्य शामिल हैं।
  • इस वर्ष पुरस्कारों का संचालन विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा किया जा रहा है।
  • पुरस्कारों की घोषणा 11 मई 2024 को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर की जाएगी। सभी श्रेणियों के पुरस्कारों के लिए पुरस्कार समारोह 23 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर आयोजित किया जाएगा।

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