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21 मार्च 2024 : PIB विश्लेषण

विषयसूची:

  1. चौथे शंघाई सहयोग संगठन स्टार्टअप फोरम का नई दिल्ली में आयोजन:
  2. भारत – मोज़ाम्बिक – तंजानिया त्रिपक्षीय अभ्यास आईएमटी ट्रिलैट- 2024:
  3. अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ ने भारत को अपने डिजिटल इनोवेशन बोर्ड का सह-अध्यक्ष चुना:
  4. एनसीसी और एनपीसीआईएल ने परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर जागरूकता बढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए:

1. चौथे शंघाई सहयोग संगठन स्टार्टअप फोरम का नई दिल्ली में आयोजन:

सामान्य अध्ययन: 2

अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध:

विषय: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां एवं मंच- उनकी संरचना, और जनादेश।

प्रारंभिक परीक्षा: शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) स्टार्टअप फोरम।

मुख्य परीक्षा: चौथे शंघाई सहयोग संगठन स्टार्टअप फोरम के महत्व पर चर्चा कीजिये।

प्रसंग:

  • शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) स्टार्टअप फोरम के चौथे संस्करण का 19 मार्च, 2024 को नई दिल्ली में आयोजन किया गया था।

उद्देश्य:

  • यह पहल एससीओ सदस्य देशों के बीच स्टार्टअप बातचीत को व्यापक बनाने, नवाचार के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को नवीन समाधान विकसित करने के लिए केंद्रित है।

विवरण:

  • इस फोरम के पूर्ण सत्र में एससीओ सदस्य देशों की भौतिक भागीदारी देखी गई। इसमें एससीओ स्टार्टअप का एक प्रतिनिधिमंडल, सदस्य देशों में स्टार्टअप के लिए नोडल एजेंसियां, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और राजनयिक शामिल हुए।
  • वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव ने देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में स्टार्टअप इकोसिस्‍टम की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
  • एससीओ पवेलियन में प्रदर्शन का अवसर प्रदान किया गया जिसमें 15 से अधिक एससीओ स्टार्टअप ने अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया।
    • इस प्रदर्शन में इन उद्यमियों को प्रोत्‍साहित करने, शिक्षित करने और सशक्त बनाने के लिए तैयार किए गए नेटवर्किंग अवसर उपलब्‍ध कराए गए।
    • इसके अलावा, प्रतिनिधियों ने स्टार्टअप इंडिया द्वारा ‘सीड फंड की स्थापना: नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण’ विषय पर आयोजित एक कार्यशाला में भी भाग लिया।
    • इस कार्यशाला में शुरुआती चरण के स्टार्टअप की सहायता के लिए सीड फंड स्थापित करने के विभिन्न मॉडलों को समझाने के लिए एक संवादमूलक सत्र भी शामिल था।
  • सभी सदस्य देश स्टार्टअप और इनोवेशन (एसडब्ल्यूजी) के लिए 16 सितंबर, 2022 को समरकंद, (उज्बेकिस्तान) में आयोजित एससीओ राष्ट्राध्यक्षों के शिखर सम्मेलन में विशेष कार्य समूह बनाने पर सहमत हुए थे।
    • अर्थव्यवस्था को आगे बढाने और उसमें विविधता लाने के बारे में नवाचार और उद्यमिता के महत्व को देखते हुए, भारत ने एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग का एक नया स्तंभ बनाने के लिए 2020 में इस पहल का प्रस्ताव किया था।
    • एसडब्ल्यूजी को एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की दृष्टि से बनाया गया था, ताकि इससे न केवल स्टार्टअप इकोसिस्‍टम को लाभ पहुंचे, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास भी तेज हो।
    • वर्ष 2023 में डीपीआईआईटी की अध्यक्षता में कई दौर की बैठकों के बाद, सदस्य देशों ने एससीओ में भारत की स्थायी अध्यक्षता के लिए एसडब्‍ल्‍यूजी के विनियमों को मंजूरी देने और अपनाने का निर्णय लिया गया।
  • डीपीआईआईटी ने स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए विभिन्न पहलों का आयोजन किया है।
    • इस तरह की गतिविधियों का नेतृत्व करके भारत को नवाचार प्रदर्शन का विस्तार करने, पूरे इकोसिस्टम को एक सूत्र में बांधने और अन्य एससीओ सदस्य देशेां को इसी प्रकार के कार्यक्रम शुरू करने के लिए प्रेरित करने का अवसर प्राप्‍त हुआ है।
    • एससीओ सदस्य देशों में स्थानीय स्टार्टअप इकोसिस्‍टम को सशक्त बनाने के उद्देश्‍य से भारत द्वारा स्‍टार्टअप गतिविधियों का आयोजन किया जाता है ताकि निवेश और कॉरपोरेट कार्य गतिविधियों की पहुंच को सक्षम करने और मार्गदर्शन के माध्यम से स्टार्टअप को महत्‍व दिया जा सके।
  • इस कार्य में आगे बढ़ते हुए भारत नवंबर 2024 में एसडब्ल्यूजी की दूसरी बैठक और जनवरी 2025 में एससीओ स्टार्टअप फोरम 5.0 बैठक की मेजबानी करेगा।
  • इससे पहले, स्टार्टअप इंडिया ने एससीओ सदस्य देशों के लिए विभिन्न पहलों का आयोजन किया था, जिनमें निम्‍नलिखित गतिविधियां शामिल हैं:-
  • एससीओ स्टार्टअप फोरम 1.0: 2020 में एससीओ स्टार्टअप फोरम ने एससीओ सदस्य देशों के बीच स्टार्टअप के लिए बहुपक्षीय सहयोग और सहभागिता की आधारशिला रखी।
  • एससीओ स्टार्टअप फोरम 2.0: वर्ष 2021 में अनुकूलित मंच के माध्‍यम से वर्चुअली दो दिवसीय फोरम का आयोजन किया गया जिसमें संवर्धित वास्तविकता के माध्‍यम से भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया गया।
  • एससीओ स्टार्टअप हब, एससीओ स्टार्टअप इकोसिस्‍टम के लिए एकल बिंदु संपर्क है जिसे इस फोरम में लॉन्च किया गया था।
  • फोकस्ड मेंटरशिप प्रोग्राम: एससीओ स्टार्टअप संस्थापकों के बीच क्षमता निर्माण के उद्देश्‍य से नामांकित स्टार्टअप्स के लिए वर्ष 2022 में 3 महीने लंबी वर्चुअल मेंटरशिप श्रृंखला ‘स्टार्टिंग-अप’ का आयोजन किया गया था ताकि स्टार्टअप्स संस्‍थापकों में क्षमता निर्माण हो सके। इसमें स्‍टार्टअप को कुल 100+घंटे की मेंटरशिप प्रदान की गई थी।
  • एससीओ स्टार्टअप फोरम 3.0: डीपीआईआईटी ने एससीओ सदस्य देशों के लिए वर्ष 2023 में पहली बार भौतिक एससीओ स्टार्टअप फोरम का आयोजन किया था।
  • एसडब्ल्यूजी की पहली बैठक: भारत की स्थायी अध्यक्षता में स्टार्टअप और नवाचार पर एससीओ विशेष कार्य समूह (एसडब्ल्यूजी) की पहली बैठक वर्ष 2023 में ‘ग्रो‍इंग फ्रॉम रूट्स’ विषय पर आयोजित की गई थी।
    • 9 एससीओ सदस्यों देशों के 25 प्रतिनिधि ने बैठक में भाग लिया और अपने स्टार्टअप इकोसिस्‍टम तथा इस विषय में शामिल कृषि और पशुपालन क्षेत्रों से संबंधित सहयोग के संभावित क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी।

2. भारत – मोज़ाम्बिक – तंजानिया त्रिपक्षीय अभ्यास आईएमटी ट्रिलैट- 2024:

सामान्य अध्ययन: 2

अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध,सुरक्षा:

विषय: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां एवं मंच- उनकी संरचना, और जनादेश। विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश।

प्रारंभिक परीक्षा: त्रिपक्षीय अभ्यास आईएमटी ट्रिलैट- 2024

मुख्य परीक्षा: भारत – मोज़ाम्बिक – तंजानिया त्रिपक्षीय अभ्यास आईएमटी ट्रिलैट- 2024 पर टिप्पणी कीजिये।

प्रसंग:

  • आईएनएस तिर और आईएनएस सुजाता भारत – मोजाम्बिक – तंजानिया (आईएमटी) ट्राई लेटरल (ट्रिलैट) अभ्यास के आगामी दूसरे संस्करण में भाग लेंगे।

उद्देश्य:

  • यह 21-29 मार्च 24 को होने वाला एक संयुक्त समुद्री अभ्यास है।
  • आईएमटी ट्रिलैट का पहला अभ्यास 22 अक्टूबर को हुआ था, जिसमें, तंजानिया और मोज़ाम्बिक की नौसेनाओं के साथ आईएनएस तरकश की भागीदारी हुई थी।

विवरण:

  • अभ्यास के वर्तमान संस्करण की योजना दो चरणों में बनाई गई है।
  • 21-24 मार्च 24 को निर्धारित बंदरगाह चरण के हिस्से के रूप में, नौसेना के जहाज तिर और सुजाता तंजानिया के ज़ंज़ीबार और मोज़ाम्बिक के मापुटो बंदरगाहों पर संबंधित नौसेनाओं के साथ सहभागी होंगे।
    • यह चरण एक योजना सम्मेलन के साथ शुरू होगा जिसके बाद क्षति नियंत्रण, अग्निशमन, विजिट बोर्ड खोज और जब्ती प्रक्रियाओं, चिकित्सा व्याख्यान, आपदा निकासी और गोताखोरी संचालन जैसी संयुक्त बंदरगाह प्रशिक्षण गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।
    • अभ्यास का समुद्री चरण 24-27 मार्च 24 को होगा, जिसमें विषम खतरों का मुकाबला करने, विज़िट बोर्ड खोज और जब्ती प्रक्रियाओं, नौका संचालन, युद्धाभ्यास और फायरिंग अभ्यास के व्यावहारिक पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
    • समुद्री चरण के दौरान एक संयुक्त ईईजेड निगरानी की भी योजना बनाई गई है। यह अभ्यास नकाला (मोज़ाम्बिक) में संयुक्त विवरण के साथ समाप्त होगा।
  • बंदरगाह प्रवास के दौरान, भारतीय नौसेना के जहाज आगंतुकों के लिए खुले रहेंगे और मेजबान नौसेनाओं के साथ खेल और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भाग लेंगे।
    • 106 एकीकृत अधिकारी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के समुद्री प्रशिक्षुओं के लिए संबंधित बंदरगाहों पर प्रशिक्षण दौरों की भी योजना बनाई गई है।

3.अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ ने भारत को अपने डिजिटल इनोवेशन बोर्ड का सह-अध्यक्ष चुना:

सामान्य अध्ययन: 2

अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध:

विषय: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान,संस्थाएं और मंच,उनकी संरचना,अधिदेश।

प्रारंभिक परीक्षा: अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू),डिजिटल इनोवेशन बोर्ड से सम्बन्धित जानकारी।

प्रसंग:

  • भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के सचिव डॉ. नीरज मित्तल ने 18-20 मार्च, 2024 तक अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) मुख्यालय में महत्वपूर्ण बैठकों की एक श्रृंखला का आयोजन करने के लिए जिनेवा में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।

उद्देश्य:

  • यह यात्रा दूरसंचार तथा सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने और अभिनव पहलों का पता लगाने पर केंद्रित थी।

विवरण:

इस यात्रा की मुख्य विशेषताओं में शामिल हैं:

  • डॉ. नीरज मित्तल की सह-अध्यक्षता में भारत को डिजिटल इनोवेशन बोर्ड का नेतृत्व मिला: भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के सचिव डॉ. नीरज मित्तल को सर्वसम्मति से डिजिटल विकास के लिए नवाचार एवं उद्यमिता गठबंधन के तत्वावधान में गठित आईटीयू के डिजिटल इनोवेशन बोर्ड का सह-अध्यक्ष चुना गया।
  • डिजिटल इनोवेशन बोर्ड में एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिण अमेरिका में आईटीयू के 23 सदस्य देशों के दूरसंचार/आईसीटी मंत्री और उपमंत्री शामिल हैं।
  • अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) ने नवाचार के क्षेत्र में आईटीयू सदस्यता की महत्वपूर्ण अधूरी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजिटल विकास हेतु नवाचार एवं उद्यमिता गठबंधन शुरू किया है,जैसा कि विश्व दूरसंचार विकास सम्मेलन 2022 (डब्ल्यूटीडीसी-22) में अपनाई गई किगाली कार्य योजना और आईटीयू पूर्णाधिकार सम्मेलन 2022 (पीपी-22) के परिणामों में व्यक्त किया गया था।

इस गठबंधन के तीन मुख्य माध्यम इस प्रकार हैं:

  • डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन लैब: यह एक प्लेटफ़ॉर्म है जो डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार और उत्पादकता को बढ़ावा देता है।
  • नेटवर्क त्वरण केंद्र: यह केंद्र नेटवर्क तेजी से विकसित करने का लक्ष्य रखता है और आईटीयू द्वारा नेटवर्क त्वरण के केंद्रों के प्रयासों का समन्वय करता है।
  • डिजिटल इनोवेशन बोर्ड: यह बोर्ड डिजिटल विकास में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय समर्थकों का निर्माण करता है और डिजिटल इनोवेशन को रणनीतिक मार्गदर्शन, विशेषज्ञता और समर्थन प्रदान करता है।
  • इस गठबंधन ने डिजिटल इनोवेशन बोर्ड की स्थापना की है जिससे सभी के लिए ज्यादा समावेशी एवं न्यायसंगत डिजिटल भविष्य तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण स्थानीय समर्थकों का निर्माण करने एवं डिजिटल विकास में नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले अपने अभियान को रणनीतिक मार्गदर्शन, विशेषज्ञता और समर्थन प्रदान किया जा सके।
  • अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) ने पूरी दुनिया में नेटवर्क त्वरण केंद्रों के प्रयासों का समन्वय करने के लिए आईटीयू एरिया ऑफिस और इनोवेशन सेंटर, नई दिल्ली, भारत में ग्लोबल इनोवेशन सेंटर के साथ इनोवेशन केंद्रों के नेटवर्क की मेजबानी करने के लिए 17 वैश्विक संगठनों का चयन किया है।
    • बैठक के दौरान भारत में आईटीयू एरिया ऑफिस, डिजिटल इनोवेशन बोर्ड, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन लैब, एक्सेलेरेशन सेंटर, ग्लोबल इनोवेशन सेंटर को बढ़ाने से संबंधित विभिन्न पहलों पर चर्चा हुई और आगे बढ़ने के रास्ते पर सहमति बनी।
    • आईटीयू को विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) 2024 के साथ-साथ भारत में डिजिटल इनोवेशन बोर्ड की अगली बैठक की मेजबानी करने के लिए आमंत्रित किया।

आईटीयू गतिविधियों में भारत की बढ़ती भागीदारी:

  • डॉ. नीरज मित्तल ने जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन (पीएमआई) में एक समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की।
    • बैठक में महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रगति और भारत के शिक्षाविदों एवं उद्योग जगत के लोगों की ज्यादा भागीदारी के साथ-साथ आईटीयू गतिविधियों में भारत की भागीदारी को बढ़ाने के प्रयासों की समीक्षा की गई।

द्विपक्षीय बैठकें:

  • आईटीयू मुख्यालय में डिजिटल इनोवेशन बोर्ड की बैठक से इतर भारत और जापान के बीच एक द्विपक्षीय बैठक आयोजित की गई।
    • इस बैठक में दूरसंचार एवं आईसीटी क्षेत्रों में भारत और जापान की भागीदारी की समीक्षा की गई तथा दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच एआई, 5जी उपयोग और क्वांटम उत्पाद प्रमाणीकरण पर सक्रिय सहयोग का प्रस्ताव रखा।
    • दोनों नेताओं ने विश्वसनीय उत्पादों के लिए एक संरचना विकसित करने के लिए सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया और आईसीटी पर भारत-जापान संयुक्त कार्य समूह के अंतर्गत 5जी उपयोग और बड़े पैमाने पर एमआईएमओ पर उप कार्य समूहों को संचालित करने पर अपनी सहमति व्यक्त की।
  • दूरसंचार सचिव ने डिजिटल नवाचार बोर्ड की बैठक से इतर आईटीयू मुख्यालय, जिनेवा में बहरीन के परिवहन एवं दूरसंचार मंत्री श्री मोहम्मद बिन थमीर के साथ भारत और बहरीन के बीच द्विपक्षीय बैठक की सह-अध्यक्षता की।
    • भारत और बहरीन ने आईसीटी क्षेत्र में सक्रिय सहयोग करने का निर्णय लिया, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 5जी का उपयोग, साइबर सुरक्षा और डेटा दूतावास का विकास जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
    • दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच आईसीटी पर समझौता ज्ञापन पर पुनः विचार करने पर सहमति व्यक्त की, जो 2015 में समाप्त हो चुका है।
  • भारत ने बहरीन के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पद्धति का निष्पक्ष मूल्यांकन और रेटिंग पर टीईसी मानक, नियामक सैंडबॉक्स पर स्थिति नोट साझा करने का प्रस्ताव रखा।
  • यह यात्रा वैश्विक दूरसंचार परिदृश्य को आकार देने में भारत की सक्रिय भागीदारी तथा सामाजिक-आर्थिक विकास हेतु नवाचार का लाभ उठाने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

1. एनसीसी और एनपीसीआईएल ने परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर जागरूकता बढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए:

  • राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) और न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर सार्वजनिक धारणा को बढ़ाने और वैज्ञानिक एवं प्रामाणिक जानकारी का प्रसार करने के लिए देश भर में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए 21 मार्च, 2024 को नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
  • एनपीसीआईएल इस पहल में कैडेटों को शिक्षित करके शिविरों और विभिन्न गतिविधियों के दौरान एनसीसी के साथ क्षेत्रीय जुड़ाव के लिए रिसोर्स पर्सन प्रदान करेगा।
    • यह समझौता ज्ञापन कैडेटों को देश भर में एनपीसीआईएल की विभिन्न सुविधाओं का दौरा करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है, जिससे परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग, इसके तकनीकी और प्रौद्योगिकी पहलुओं पर प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्‍त होगा।
  • कैडेट परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर जागरूकता अभियान को सफल पहल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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