•मैं अब इस तरह के उत्तरों की आदी हो चुकी हूँ।
•उस बगीचे में अमलतास, सेमल, कजरी आदि तरह-तरह के पेड़ थे।
ऊपर लिखे वाक्यों में रेखांकित शब्द देखने में मिलते-जुलते हैं, पर उनके अर्थ भिन्न हैं। नीचे ऐसे कुछ और समरूपी शब्द दिए गए हैं। वाक्य बनाकर उनका अर्थ स्पष्ट करो -
अवधि |
- |
अवधी |
ओर |
- |
और |
में |
- |
मैं |
दिन |
- |
दीन |
मेल |
- |
मैल |
सिल |
- |
सील |
शब्द | अर्थ | वाक्यप्रयोग | |
(i) | आदी | (अभ्यस्त) | - मैं इस प्रकार की बातों की आदी हो चुकी हूँ। |
आदि | (आगे और भी है) | - जैसे - मुलायम, खुरदरा, चिकना आदि। | |
(ii) | अवधि | (समय ) | - इस कार्य को करने की अवधि समाप्त हो चुकी है। |
अवधी | (एक प्रक्रार की भाषा) | - कवि तुलसीदास की काव्य भाषा अवधी है। | |
(iii) | में | (अन्दर) | - अलमारी में नए कपड़े रखें गए हैं। |
मैं | (स्वयं) | - मैं यह कार्य नहीं कर सकता हूँ। | |
(iv) | मेल | (मिलना, मिलाप) | - आपसी मेल-जोल से प्यार बढ़ता है। |
मैल | (गंदगी) | - कमरें के खिड़की और दरवाज़ों पर कितनी मैल जमी हुई है। | |
(v) | ओर | (किसी तरफ़) | - सूरज पूरब दिशा की ओर उगता है। |
और | (तथा, एवं) | - राम और श्याम दोनों भाई हैं। | |
(vi) | दिन | (दिवस) | - दिन और रात प्रकृति के नियम हैं। |
दीन | (गरीब, दुःखी) | - दीन - दुःखियों की सहायता करनी चाहिए। | |
(vii) | सिल | (पत्थर) | - सिल पर मसालों को पीसो। |
सील | (बंद किया गया) | - इस बोतल का सील हटा दो। |