परिच्छेद 1
अंग्रेजों एवं डचों ने सत्रहवीं शताब्दी में दक्षिण अफ्रीका को उपनिवेश बनाया। डचों के वंशजों (जिन्हें बोअर या अफ्रीकानेर के नाम से जाना जाता है) पर अंग्रेजों का वर्चस्व स्थापित होने के कारण डचों ने ऑरेंज फ्री स्टेट और ट्रांसवाल नामक अपनी नई कॉलोनियाँ स्थापित कीं। लगभग 1900 ई. में इन भूमियों में हीरे की खोज के बाद अंग्रेजों ने इस पर आक्रमण कर दिया जिससे बोअर युद्ध छिड़ गया। इंग्लैंड से स्वतंत्रता प्राप्त होने के बाद, 1940 के दशक में अफ्रीकानेर नेशनल पार्टी द्वारा भारी बहुमत प्राप्त करने में सक्षम होने तक, दोनों समूहों के बीच सत्ता की असहज साझेदारी चलती रही। नेशनल पार्टी के रणनीतिज्ञों ने आर्थिक और सामाजिक प्रणाली पर अपने नियंत्रण को सुदृढ़ करने के माध्यम के रूप में रंगभेद की नीति का आविष्कार किया। आरम्भ में, रंगभेद की नीति का लक्ष्य नस्लीय पृथकता को बढ़ावा देते हुए गोरों के वर्चस्व को बनाए रखना था। 60 के दशक में, क्षेत्रीय पृथकता एवं पुलिस दमन पर जोर देते हुए "वृहत् रंगभेद नीति" की एक योजना कार्यान्वित की गई।
Q. उपर्युक्त परिच्छेद का निम्नलिखित में से कौन सर्वाधिक तार्किक निष्कर्ष है?
व्याख्या:
परिच्छेद चर्चा करता है कि नेशनल पार्टी के रणनीतिज्ञों ने आर्थिक और सामाजिक प्रणाली पर अपने नियंत्रण को सुदृढ़ करने के माध्यम के रूप में रंगभेद की नीति का आविष्कार किया। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि कुछ प्रकार के सामाजिक भेदभाव के कुछ रूपों की जड़ें सत्ता हेतु संघर्ष में पायी जा सकती हैं। इस प्रकार, विकल्प (c) सही उत्तर है।
विकल्प (a) गलत है। परिच्छेद में यह चर्चा नहीं की गई है कि, संसाधनों के कारण अफ्रीका का विनाश कैसे हुआ और परिच्छेद से इसका अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता है।
विकल्प (b) भी गलत है। परिच्छेद में यह चर्चा नहीं की गई है। कि दक्षिण अफ्रीका की स्वतंत्रता के कारण “अराजकता” उत्पन्न हुई या नहीं।
विकल्प (d) भी ग़लत है। परिच्छेद के अंतर्गत आर्थिक पिछड़ेपन एवं सामाजिक विभाजनों के बीच संबंध पर चर्चा नहीं की गयी है।