Q22. Consider the following statements about Kisan Sabha of 20th century:
1. The active member of Home Rule League helped in organizing the Kisan Sabha of UP into modern lines.
2. Both high and low caste kisans were found in kisan sabhas.
3. Gauri Shankar Mishra and Indra Narayan Dwivedi were the leaders of Kisan Sabha in UP.
Which of the above statement(s) is/are correct?
20वीं शताब्दी की किसान सभा के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. होम रूल लीग के सक्रिय सदस्य ने उत्तर प्रदेश के किसान सभा को आधुनिक रूप से व्यवस्थित करने में मदद की।
2. किसान सभा में उच्च और निम्न दोनों जातियों के किसान थे।
3. गौरी शंकर मिश्रा और इंद्र नारायण द्विवेदी यूपी में किसान सभा के नेता थे।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सत्य है/हैं?
All of the above
उपर्युक्त सभी
The initiative to organise peasants into Kisan Sabhas was taken by the active members of Home Rule League in UP – Gauri Shankar Misra, Indra Narain Dwivedi supported by Madan Mohan Malviya.
Here, both high and low caste kisans were found in the kisan sabha.
In the mid-1920, Baba Ramchandra emerged as the leader of peasants in Avadh and led a few hundred tenants from Jaunpur and Pratapgarh districts to Allahabad and apprised Jawaharlal Nehru of the conditions of the peasants.
किसान सभा में किसानों को व्यवस्थित करने की पहल यूपी में होम रूल लीग के सक्रिय सदस्यों द्वारा ली गई थी। ये थे:- गौरी शंकर मिश्रा, इंद्र नारायण द्विवेदी, मदन मोहन मालवीय
यहां, किसान सभा में दोनों उच्च और निम्न जाति के किसान शामिल हुए थे।
1920 के मध्य में, बाबा रामचंद्र, अवध में किसानों के नेता के रूप में उभरे और जौनपुर तथा प्रतापगढ़ जिलों से सौ किरायेदारों का नेतृत्व करके इलाहाबाद पहुंचे एवं किसानों की समस्या से जवाहरलाल नेहरू को अवगत कराया।