Read the following passage and answer the question that follows:
When things are going well, it is pretty easy being a business leader. The economy is booming, orders are rolling in and there are no tricky decisions to make about staff or budgets. It is still possible to screw things up, but a rising tide tends to lift all yachts.
It is in a crisis that corporate helmsmen show their mettle. Employees will be uncertain and will look to the leader for direction. Sometimes, as with the Covid-19 pandemic, the problem will be something that few bosses could reasonably have anticipated. Now they are expected to chart a steady course in days to come.
In the political arena, the obvious examples of successful crisis leadership are Franklin Roosevelt and Winston Churchill. Both were somewhat erratic decision-makers. But they made up for it by being excellent communicators. Their styles diverged, but the public had little difficulty in understanding their core message. Roosevelt made clear that he was willing to try any combination of new ideas in an attempt to end the depression; Churchill was unambiguous about the need for Britain to resist Nazi Germany, whatever the cost.
Corporate leaders should resist the temptation to give Churchillian speeches. But they have something to learn from the calm authority of Roosevelt’s “fireside chats”. As chief executive you have to communicate a message to two different audiences: your workforce and your customers. That message should demonstrate that the company has a plan to deal with the virus. This may involve staff working from home (to prevent the spread of infection) or changes in the supply chain (to maintain production). Both staff and customers will also need reassuring that the company has sufficient financial resources to survive the economic downturn.
Q. With reference to the above passage, which of the following statements can be considered true?
Select the correct answer using the code given below.
निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़ें और प्रश्न का उत्तर दें:
जब चीजें सही चल हो रही हों तो एक बिजनेस लीडर बनना बहुत आसान है। अर्थव्यवस्था फलफूल रही है, ऑर्डर जारी हो रहे हैं और कर्मचारियों या बजट के बारे में कोई मुश्किल निर्णय नहीं लेना पड़ता है। लेकिन अभी भी परिस्थितियों के ख़राब होने की संभावना है, क्योंकि एक वृहद् ज्वार सभी नौकाओं को ऊपर उठाती है।
संकट के समय में कॉरपोरेट दिग्गज अपना साहस दिखाते हैं। कर्मचारी अनिश्चित होते है और निर्देश हेतु लीडर की और देखते हैं। कभी-कभी, कोविड -19 महामारी के रूप में, समस्या कुछ ऐसी होगी जिसका अनुमान कुछ बॉस उचित रूप से लगा सकते थे। अब आने वाले दिनों में एक स्थिर प्रगति की उम्मीद है।
राजनैतिक क्षेत्र में, फ्रैंकलिन रूजवेल्ट और विंस्टन चर्चिल सफल संकट नेतृत्व के स्पष्ट उदाहरण हैं। दोनों कुछ अनिश्चित निर्णय लेने वाले थे। लेकिन उन्होंने उत्कृष्ट संचारकों (communicators) के माध्यम से इसके लिए प्रयास किया । उनकी शैलियाँ भिन्न थी, लेकिन जनता को उनके मूल संदेश को समझने में थोड़ी कठिनाई हुई। जहाँ रूजवेल्ट ने स्पष्ट किया कि वह अवसाद को समाप्त करने के प्रयास में नए विचारों के किसी भी संयोजन को अपनाने के लिए तैयार थे वहीं, चर्चिल किसी भी कीमत पर ब्रिटेन द्वारा नाजी जर्मनी का विरोध करने पर अडिग थे।
कॉर्पोरेट नेताओं को चर्चिल के समान वक्तव्य देने के प्रलोभन से बचना चाहिए। लेकिन उन्हें रूजवेल्ट के "फायरसाइड चैट" शांत शासन से कुछ सीखना चाहिए। मुख्य कार्यकारी के रूप में आपको दो अलग-अलग दर्शकों से संवाद करना होगा: एक आपके कर्मचारी और दूसरा आपके ग्राहक। उस संदेश में यह प्रदर्शित होना चाहिए कि कंपनी के पास वायरस से निपटने की योजना है। इसमें घर से काम करने वाले कर्मचारी (संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए) या आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव (उत्पादन को बनाए रखने के लिए) शामिल हो सकते हैं। कर्मचारियों और ग्राहकों दोनों को यह आश्वस्त करने की भी आवश्यकता होगी कि आर्थिक मंदी से बचने के लिए कंपनी के पास पर्याप्त वित्तीय संसाधन है।
Q. उपर्युक्त परिच्छेद के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से किसे सही माना जा सकता है?
निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर का चुनाव कीजिए।
Statement 1 is incorrect.
Refer to these lines, “When things are going well, it is pretty easy being a business leader. The economy is booming, orders are rolling in and there are no tricky decisions to make about staff or budgets. It is still possible to screw things up, but a rising tide tends to lift all yachts.”
Here the author talks about how business leaders have to face fewer problems during times of economic boom, not comparing their competence.
Hence it is incorrect.
Statement 2 is correct.
Refer to these lines, “It is in a crisis that corporate helmsmen show their mettle. Employees will be uncertain and will look to the leader for direction. Sometimes, as with the Covid-19 pandemic, the problem will be something that few bosses could reasonably have anticipated. Now they are expected to chart a steady course in days to come.”
These lines mention that the leadership skills of bosses will be tested during the times of crisis.
Hence it is correct.
कथन 1 गलत है।
इन पंक्तियों को संदर्भित कीजिए, “जब चीजें सही चल हो रही हों तो एक बिजनेस लीडर बनना बहुत आसान है। अर्थव्यवस्था फलफूल रही है, ऑर्डर जारी हो रहे हैं और कर्मचारियों या बजट के बारे में कोई मुश्किल निर्णय नहीं लेना पड़ता है। लेकिन अभी भी परिस्थितियों के ख़राब होने की संभावना है, क्योंकि एक वृहद् ज्वार सभी नौकाओं को ऊपर उठाती है।”
यहाँ लेखक इस बात की चर्चा करता है कि कैसे आर्थिक वृद्धि के दौरान अग्रणी व्यापारी को कम समस्याओं का सामना करना पड़ता है और लेखक यहाँ उनकी क्षमता की तुलना नहीं कर रहा है।
इसलिए यह गलत है।
कथन 2 सही है।
इन पंक्तियों को संदर्भित कीजिए, “संकट के समय में कॉरपोरेट दिग्गज अपना साहस दिखाते हैं। कर्मचारी अनिश्चित होते है और निर्देश हेतु लीडर की ओर देखते हैं। कभी-कभी, कोविड-19 महामारी के रूप में, समस्या कुछ ऐसी होगी जिसका अनुमान कुछ बॉस उचित रूप से लगा सकते थे। अब आने वाले दिनों में एक स्थिर प्रगति की उम्मीद है।”
इन पंक्तियों में उल्लेख किया गया है कि संकट के समय में प्रबंधकों के नेतृत्व कौशल का परीक्षण किया जाएगा।
इसलिए यह सही है।