भारतीय अर्थव्यवस्था और अर्थशास्त्र को UPSC सिविल सेवा परीक्षा का एक महत्त्वपूर्ण भाग माना जाता है। यह UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिये एक प्रासंगिक विषय है। आपको अर्थशास्त्र विषय के लिये बाजार में कई पुस्तकें मिलेंगी, परंतु IAS मुख्य परीक्षा के लिये सर्वाधिक अनुशंसित पुस्तकें प्राप्त करना महत्त्वपूर्ण हैं।
अर्थशास्त्र को अन्य वैकल्पिक विषयों की तुलना में एक कठिन वैकल्पिक विषय माना जाता है। यदि प्रतियोगी अर्थशास्त्र में स्नातक है, तो आपको पहले अवधारणाओं और सिद्धांतों को कवर करने की आवश्यकता है। उसके बाद प्रतियोगियों को UPSC पाठ्यक्रम के अनुसार, अपनी तैयारी को अंतिम रूप देना चाहिये। इसके अलावा, प्रतियोगियों को समसामयिक घटनाक्रम से अद्यतित रहना होगा।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिये वैकल्पिक विषय अर्थशास्त्र का पाठ्यक्रम वृहद है। प्रतियोगियों को स्नातक स्तर पर समझ विकसित करने की आवश्यकता होती है। अर्थशास्त्र वैकल्पिक विषय का प्रश्नपत्र- I तकनीकी प्रकृति का है। यह वैकल्पिक विषय इतना गतिशील है कि किसी अन्य पृष्ठभूमि के प्रतियोगियों को उचित तैयारी के बिना प्रश्नपत्र-I से निपटना मुश्किल हो सकता है।
यहाँ हम वैकल्पिक विषय अर्थशास्त्र के लिये समग्र पुस्तक सूची दे रहे हैं। यह आपकी UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की तैयारी में सहायता करेगा।
लिंक किए गए लेख में आईएएस हिंदी जानकारी प्राप्त करें।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा हेतु अर्थशास्त्र विषय से संबंधित पुस्तकें – वैकल्पिक विषय अर्थशास्त्र प्रश्नपत्र- I और II के लिये अध्ययन सामग्री
UPSC सिविल सेवा परीक्षा हेतु वैकल्पिक विषय अर्थशास्त्र से संबंधित पुस्तक सूची नीचे दी गई है:
- भारतीय अर्थव्यवस्था– रमेश सिंह
- भारतीय अर्थव्यवस्था– संजीव वर्मा
- भारतीय अर्थव्यवस्था- मिश्रा और पुरी
- भारतीय अर्थव्यवस्था- आर. दत्त और के.पीएम. सुंदरम
- बैंकिंग- एस.बी गुप्ता
- अर्थशास्त्र का शब्दकोश- ग्राहम बैनाक, टी.ई. बैक्सटर, रे. रीस
- आर्थिक वृद्धि और विकास- मेयर और बाल्डविन
- आर्थिक सर्वेक्षण: बारहवीं पंचवर्षीय योजना: नई औद्योगिक नीति– भारत सरकार
- अर्थशास्त्र- पॉल ए. सैमुअलसन
- अर्थशास्त्र च्वाइस- कौट्सवीनिक (Koutsweanik)
- वृद्धि और विकास- एम. एल. झिंगन
- अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र- बो. सोडरस्टन
- अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र- एच.जी. मन्नूर या साल्वाटोर
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार- बो. सोडरस्टन
- मैक्रोइकोनॉमिक विश्लेषण- एडवर्ड शापिरों
- आधुनिक बैंकिंग- आर.एस. सेयर्स
- मौद्रिक सिद्धांत और सार्वजनिक नीति- केनेथ कुरिहारा
- भारत में धन की आपूर्ति: अवधारणाएं, संकलन और विश्लेषण: Functions and Working– भारतीय रिज़र्व बैंक
- राष्ट्रीय आय लेखांकन– नीथू
- मौद्रिक अर्थशास्त्र की रूपरेखा- ए. सी. आई डे
- सार्वजनिक वित्त- एच.एल. भाटिया
- सार्वजनिक वित्त- के.के. एंडली और सुंधराम
- द इकोनॉमिक टाइम्स
- आर्थिक और राजनीतिक साप्ताहिक
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