25 दिसंबर 2022 : समाचार विश्लेषण
A. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। B. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित: अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
C. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। D. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 4 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। E. संपादकीय: अंतरराष्ट्रीय संबंध:
अर्थव्यवस्था:
F. प्रीलिम्स तथ्य:
G. महत्वपूर्ण तथ्य:
H. UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न: I. UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न: |
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सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
म्यांमार में अस्थिरता
विषय: भारत और इसके पड़ोसी-संबंध
मुख्य परीक्षा: भारत-म्यांमार संबंधों का महत्व और भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने में इसका महत्व।
संदर्भ:
- म्यांमार में अस्थिरता का प्रभाव भारत पर पड़ा है।
भूमिका:
- म्यांमार में सैन्य-समर्थक जुंटा समूह 2021 के तख्तापलट का विरोध करने वालों को लक्षित करके खूनी हमलों की एक श्रृंखला को अंजाम दे रहा है।
- संयुक्त राष्ट्र की मानवीय राहत एजेंसी का कहना है कि संघर्षग्रस्त म्यांमार में विस्थापित लोगों की संख्या पहली बार 10 लाख से अधिक हो गई है। इनमें से आधे से अधिक लोग पिछले साल तख्तापलट के बाद से बेघर हुए हैं।
- म्यांमार की भू-रणनीतिक स्थिति भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत और शेष दक्षिण एशियाई तथा दक्षिण पूर्व एशियाई पड़ोसियों के बीच एक सेतु का काम करता है। यह देश भारत की क्षेत्रीय कूटनीति और “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यक कड़ी के रूप में भी कार्य करता है।
- भारत पूर्वोत्तर राज्यों में विद्रोह और अलगाववादी आंदोलनों को दबाने के लिए भी म्यांमार पर निर्भर है।
म्यांमार में अस्थिरता ने भारत को कैसे प्रभावित किया है?
- भारत म्यांमार के साथ एक लंबी संवेदनशील सीमा साझा करता है। म्यांमार में तख्तापलट के बाद से मिजोरम में म्यांमार के नागरिकों की संख्या बढ़ गई है।
- मिजोरम में नशीले पदार्थों और अन्य वर्जित वस्तुओं की तस्करी में भी वृद्धि देखी गई है जो इस क्षेत्र में स्थिरता को चुनौती देती है।
- मिजोरम में फ्री मूवमेंट रिजीम (स्वतंत्र रूप से आवाजाही की व्यवस्था) प्रावधान भी प्रभावी है जिसके कारण इन अवैध अप्रवासियों पर नज़र रखना काफी कठिन है।
- जातीय संबद्धता के साथ-साथ स्वतंत्र रूप से आवाजाही की व्यवस्था का विशेष प्रावधान सीमा पर की गतिशीलता को अनूठी और चुनौतीपूर्ण बनाता है।
- फ्री मूवमेंट रिजीम के तहत सीमा के समीप रहने वाले जनजातियों को वीजा के बिना सीमापार 16 किलोमीटर की यात्रा करने की अनुमति है।
- अवैध अप्रवासियों के कारण राज्य पर दबाव काफी बढ़ गया है। विस्थापित म्यांमारियों की मदद के लिए विभिन्न NGOs/CSOs सामने आ रहे हैं।
- असम राइफल्स द्वारा की गई बरामदगी नशीले पदार्थों के प्रवाह में बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है, जिसमें पिछले दो महीनों में मेथ टैबलेट की भारी बरामदगी के साथ अचानक उछाल देखा गया है।
- इसने दक्षिण पूर्व एशिया की जीवंत अर्थव्यवस्थाओं तक पहुंच के संदर्भ में भारत की पहलों को बाधित किया है और पूर्वोत्तर में विकास को धीमा कर दिया है।
- इसके अलावा, ONGC विदेश और गेल जैसी भारतीय तेल और गैस कंपनियां म्यांमार में काम कर रही हैं। भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के 13 उपक्रमों की भी म्यांमार में विभिन्न क्षेत्रों में उपस्थिति है।
सारांश:
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भारत-म्यांमार संबंधों पर अधिक जानकारी के लिए, यहां क्लिक कीजिए: India-Myanmar Relations
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
पैट्रियट मिसाइल
विषय: भारत के हितों पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियों और राजनीति का प्रभाव
मुख्य परीक्षा: रूस-यूक्रेन युद्ध के निहितार्थ
संदर्भ:
- अमेरिका यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल बैटरी भेज रहा है।
भूमिका:
- अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध में रूस के खिलाफ अपने नेतृत्व में पश्चिमी देशों को लामबंद किया और यूक्रेन को गोला-बारूद भेजने के अलावा रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए।
- प्रारंभिक असफलताओं के बाद युद्ध में बढ़त हासिल करने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को मध्यम श्रेणी के रॉकेट सिस्टम जैसे HIMARS (हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम) और MLRS (मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम) भेजा।
- उन्नत रक्षा प्रणालियों के लिए यूक्रेन के अनुरोध का सम्मान करते हुए अमेरिका यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल बैटरी भेज रहा है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दिसंबर 2022 में यूक्रेन को 1.8 बिलियन डॉलर के नए सहायता पैकेज के हिस्से के रूप में इसकी औपचारिक घोषणा की थी।
- पैकेज में पेंटागन के भंडार से करीब 1 बिलियन डॉलर मूल्य के हथियार और यूक्रेन सुरक्षा सहायता पहल के माध्यम से 800 मिलियन डॉलर का वित्तपोषण शामिल है, जिसका उपयोग हथियार, गोला-बारूद, प्रशिक्षण और अन्य सहायता के लिए किया जा सकेगा।
पैट्रियट मिसाइलों के बारे में:
- पैट्रियट (MIM-104) सभी मौसम में किसी भी ऊंचाई पर सतह से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की वायु-निर्देशित मिसाइल प्रणाली है जिसे पहली बार सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और उन्नत विमानों का मुकाबला करने के लिए 1980 के दशक में तैनात किया गया था।
- प्रथम खाड़ी युद्ध (1990-91) में पहली बार इस प्रणाली का परीक्षण किया गया था।
- इसे मैसाचुसेट्स में रेथियॉन और लॉकहीड मार्टिन मिसाइल द्वारा तैयार किया जाता है।
- अमेरिकी सेना पैट्रियट, जिसमें एक रडार, एक कंट्रोल स्टेशन और आठ लॉन्चरों सहित कई भाग होते हैं, का वर्णन अपनी “सबसे उन्नत वायु रक्षा प्रणाली” के रूप में करती है।
- इन मिसाइलों का इस्तेमाल अमेरिकी सेना द्वारा फारस की खाड़ी युद्ध, इराक युद्ध, 2014 के इज़राइल-गाजा संघर्ष, सीरियाई गृहयुद्ध, यमन गृहयुद्ध, सऊदी अरब के नेतृत्व में यमन में हस्तक्षेप, सऊदी अरब-यमनी सीमा संघर्ष में किया गया था।
- प्रत्येक पैट्रियट बैटरी में एक ट्रक-माउंटेड लॉन्चिंग सिस्टम के साथ-साथ आठ लॉन्चर और प्रत्येक लॉन्चर में चार मिसाइल इंटरसेप्टर, एक ग्राउंड रडार, एक कंट्रोल स्टेशन और एक जनरेटर होता है।
- नाटो के अनुसार, पैट्रियट सिस्टम के रडार की रेंज 150 किमी. से अधिक है और यह एक ही समय में 50 से अधिक संभावित लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है।
- पैट्रियट अमेरिका और उसके सहयोगी देशों अर्थात जर्मनी, ग्रीस, इज़राइल, जापान, कुवैत, नीदरलैंड, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, पोलैंड, स्वीडन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, रोमानिया, स्पेन और ताइवान में तैनात है।
यूक्रेन युद्ध पर पैट्रियट मिसाइलों का प्रभाव:
- रूस ने सतह से हवा में मार करने वाली इस तरह की परिष्कृत मिसाइल बैटरी की डिलीवरी को उसकाने वाला कदम बताया है और कहा है कि यह प्रणाली और इसका उपयोग करने वाली सेना मास्को की सेना के लिए एक मुख्य लक्ष्य होगी।
- यू.एस. के अनुसार, पैट्रियट की आपूर्ति परिस्थिति को गंभीर बनाने के लिए नहीं बल्कि यूक्रेन की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए की जा रही है।
- यह कदम यूक्रेन की सुरक्षा में सुधार कर सकता है, लेकिन यह युद्ध को यूक्रेन के पक्ष में नहीं मोड़ सकेगा क्योंकि पैट्रियट की पूर्ण तैनाती में प्रति मिसाइल समय और उच्च लागत लगती है और बैटरी में मिसाइलों की अपेक्षाकृत कम संख्या यूक्रेन के लिए इसका उपयोग करना कठिन बना देगी।
- इसके उपयोग हेतु प्रशिक्षण एक प्रमुख बाधा होगी। अमेरिकी सैनिकों को प्रणाली का उपयोग और रखरखाव करने के लिए यूक्रेनी सेना को प्रशिक्षित करना होगा।
सारांश:
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संपादकीय-द हिन्दू
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:
अंतरराष्ट्रीय संबंध:
भारत की विदेश नीति
विषय: भारत के हितों पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियों और राजनीति का प्रभाव
मुख्य परीक्षा: भारत की विदेश नीति के बदलते आयाम
संदर्भ:
- इस आलेख में विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर भारत की नीति के बारे में चर्चा की गई है।
भूमिका:
- 2022 भू-राजनीति और कूटनीति के लिए एक चुनौतीपूर्ण वर्ष था, विशेष रूप से फरवरी में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर।
- रूस के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों तथा संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के साथ अपने सामरिक गठजोड़ को देखते हुए, भारत के विकल्प उत्तरोत्तर चुनौतीपूर्ण होते जा रहे हैं।
- भारत सरकार भी अपनी चीन नीति और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध को लेकर आलोचना सुनती रहती है।
यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख:
- भारत “क्षेत्र और उससे परे दीर्घकालिक शांति तथा स्थिरता के लिए निरंतर राजनयिक प्रयासों के माध्यम से स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान” का आह्वान करता रहा है।
- भारत की स्थिति काफी हद तक तटस्थता में निहित है और यूक्रेन पर 2014 के बाद की यथास्थिति के लिए स्वयं को ढाल लिया है।
- भारत ने भी पश्चिमी प्रतिबंधों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है तथा रूस के साथ अपने सैन्य और तेल व्यापार में वृद्धि की है और उन्हें सुविधाजनक बनाने के लिए रुपये आधारित भुगतान तंत्र पर बातचीत की है।
- अपने राष्ट्रीय हितों से प्रेरित होकर, भारत ने UNSC, UNGA, IAEA, मानवाधिकार आयोग और अन्य बहुपक्षीय प्लेटफार्मों पर आक्रमण और मानवीय संकट को लेकर रूस की निंदा करने के लिए लाए गए कई प्रस्तावों से दूरी बनाकर रखी है।
भारत के अपने पड़ोसियों के साथ संबंध:
- ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के हिस्से के रूप में, भारत ने पिछले 12 महीनों में श्रीलंका को अपने सबसे खराब आर्थिक और मानवीय संकट से निपटने में मदद करने के लिए बहु-आयामी सहायता प्रदान की है।
- भारत ने बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साथ क्षेत्रीय व्यापार और ऊर्जा समझौते भी किए, जिससे दक्षिण एशियाई ऊर्जा ग्रिड उभर कर सामने आ सकता है।
- कनेक्टिविटी को लेकर भारत ने मध्य एशियाई देशों के साथ भी संबंध मजबूत किए हैं।
- भारत मानवीय सहायता प्रदान करके, अन्य भागीदारों के साथ एक संयुक्त आतंकवाद विरोधी प्रयास को सामने लाकर तालिबान के साथ भी जुड़ रहा है।
- सरकार ने विदेश सचिव को नैप्यीदा भेजकर म्यांमार जुंटा के साथ भी रास्ता खुला रखा है।
- दिसंबर 2022 में, म्यांमार में हिंसा को समाप्त करने और राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के लिए UNSC में हुए मतदान में भी भारत अनुपस्थित रहा।
LAC गतिरोध पर प्रगति:
- वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन के बीच तनाव चरम पर बना हुआ है। भारत-चीन सीमा पर संकट अप्रैल 2020 में सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में लद्दाख में PLA के सीमा उल्लंघन के साथ शुरू हुआ था।
- 09 दिसंबर, 2022 को भारत-चीन सीमा के पूर्वी क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास यांग्त्से क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों का आमना-सामना हुआ था।
- भारत 2023 में G-20 और SCO शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी की दो बार मेजबानी करने वाला है, जो गतिरोध को समाप्त करने के लिए वार्ता के अवसर पैदा कर सकता है।
अन्य विशेषताएं:
- भारत ने 1 दिसंबर, 2022 को G20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण की। 18वां G-20 शिखर सम्मेलन 2023 में भारत में आयोजित किया जाएगा।
- उम्मीद है कि G-20 में, भारत अन्य प्रमुख मुद्दों के साथ जलवायु परिवर्तन संक्रमण, “महिला-नेतृत्व” विकास और बहुपक्षीय सुधार को उठाएगा।
- भारत ने शंघाई सहयोग संगठन के अध्यक्ष के रूप में भी पदभार संभाला है और यह 2023 में संगठन के अध्यक्ष के रूप में अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
- 2022 में, भारत ने संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
सारांश:
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सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित:
अर्थव्यवस्था:
2022 में भारतीय अर्थव्यवस्था
विषय:भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
मुख्य परीक्षा: भारतीय अर्थव्यवस्था पर मुद्रास्फीति का प्रभाव
संदर्भ:
- इस आलेख में 2022 में भारत की अर्थव्यवस्था के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है।
भूमिका:
- IMF ने 2022 में भारतीय अर्थव्यवस्था की 9% वृद्धि का अनुमान लगाया था। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध और आपूर्ति श्रृंखलाओं में पूर्ण व्यवधान, विशेष रूप से खाद्य और ऊर्जा के लिए, के कारण अर्थव्यवस्था के लिए नई चुनौतियाँ उत्पन्न हुई और विकास बाधित हुआ।
- 2022 में जिन प्रमुख तत्वों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, उनमें से एक मुद्रास्फीति थी। अप्रैल के बाद से आरबीआई द्वारा रेपो दरों में कई बार वृद्धि करने के बाद, देश में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा मापी गई खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर 2022 में 11 महीने के निचले स्तर 5.88% पर आ गई।
- 19 जुलाई, 2022 को पहली बार रुपया डॉलर के मुकाबले 80 के स्तर को पार कर गया, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में 18 जुलाई को कच्चे तेल की कीमतें बढ़ीं।
- इस साल औसत विनिमय मूल्य लगभग 80.74 रुपये रहा है, हालांकि इसने 22 अक्टूबर को 83.002 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर को भी छुआ था।
- इस साल भारत के निर्यात में भारी गिरावट देखी गई, तथा जून और अक्टूबर 2022 के बीच कुल निर्यात में 25 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। हालांकि, नवंबर 2022 में संख्या में मामूली वृद्धि हुई। इसी तरह, भारत में आयात में भी गिरावट देखी गई।
मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए किए गए उपाय:
- भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर को वर्ष भर में अप्रैल के 4.9% से दिसंबर तक 6.25% तक ले जाने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि की।
- सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की घोषणा की। इस साल के अधिकांश समय में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रही हैं।
- सरकार ने स्टील और प्लास्टिक उद्योग के लिए प्रमुख कच्चे माल और इनपुट पर आयात शुल्क भी कम कर दिया है।
- चालू और अगले वित्त वर्ष के दौरान सरकार ने कच्चे सोयाबीन और कच्चे सूरजमुखी तेल के 20 लाख टन के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दी है।
- उज्ज्वला योजना के तहत सरकार ने 200 रुपए प्रति सिलेंडर सब्सिडी भी दी है। इससे करीब नौ करोड़ लाभार्थी लाभान्वित होंगे।
- भारत ने खाद्य सुरक्षा और ठंडी कीमतों को बनाए रखने के लिए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सारांश:
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मुद्रास्फीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़ें: Inflation
प्रीलिम्स तथ्य:
- ग्रेट बैरियर रीफ
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित:
विषय: पर्यावरण
प्रारंभिक परीक्षा: प्रवाल भित्तियाँ; विश्व धरोहर स्थल
संदर्भ:
- वैज्ञानिकों ने दुनिया के पहले परीक्षण में ग्रेट बैरियर रीफ प्रवाल को फ्रीज किया।
मुख्य विवरण:
- ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ पर काम कर रहे शोधकर्ताओं द्वारा प्रवाल लार्वा को फ्रीज (जमाने) और संग्रहीत करने की एक अभिनव तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। यह तकनीक जलवायु परिवर्तन के कारण खतरे में पड़ी रीफ को फिर से स्थापित करने में मदद कर सकती है।
- ग्रेट बैरियर रीफ में पिछले सात वर्षों में चार विरंजन घटनाएँ देखी गई हैं, जिसमें ला नीना घटना के दौरान पहली बार हुई विरंजन की घटना भी शामिल है।
- ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ मरीन साइंसेज (AIMS) में वैज्ञानिकों ने प्रवाल लार्वा को फ्रीज करने के लिए ‘क्रायोमेश’ का इस्तेमाल किया।
- परीक्षण के लिए रीफ से प्रवाल को एकत्र किया गया था, जो संक्षिप्त वार्षिक स्पॉनिंग विंडो के साथ मेल खाता था।
- क्रायोजेनिक रूप से, जमे हुए प्रवाल को संग्रहीत किया जा सकता है और बाद में लेज़र सहित परिष्कृत उपकरणों का उपयोग करके जंगलों में पुनर्प्रवेश कराया जा सकता है।
- मेश तकनीक प्रवाल लार्वा को -196°C (-320.8°F) पर भंडारित करने में मददगार है। यह यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा कॉलेज ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग की एक टीम द्वारा विकसित किया गया था।
- क्रायोमेश का पूर्व में हवाई के प्रवाल की छोटी और बड़ी किस्मों पर परीक्षण किया गया था। लेकिन, बड़ी किस्म पर यह परीक्षण विफल रहा।
- यह नई तकनीक अन्य जलीय कृषि और सुधार (पूर्वावस्था की प्रप्ति) हस्तक्षेपों में भी सहायता करेगी।
- ‘राइट टू रिपेयर’ पोर्टल
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित:
विषय: पर्यावरण
प्रारंभिक परीक्षा: ई-अपशिष्ट
संदर्भ:
- खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने 24 दिसंबर, 2022 को राइट टू रिपेयर पोर्टल का अनावरण किया।
मुख्य विवरण:
- केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर ‘राइट टू रिपेयर’ पोर्टल का अनावरण किया।
- राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 2022 का विषय “उपभोक्ता आयोगों में मामलों का प्रभावी निपटान” है।
- मरम्मत का अधिकार (राइट टू रिपेयर) सरकारी कानून को संदर्भित करता है जिसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को अपने स्वयं के उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मरम्मत और संशोधन करने की क्षमता प्रदान करना है क्योंकि अभी तक उपभोक्ता ऐसे उपकरणों के निर्माताओं द्वारा प्रस्तावित सेवाओं का उपयोग करने के लिए विवश है।
- ‘राइट टू रिपेयर’ पोर्टल पर, निर्माता उत्पाद विवरण के मैनुअल को ग्राहकों के साथ साझा करेंगे ताकि वे मूल निर्माताओं पर निर्भर रहने के बजाय या तो तीसरे पक्ष द्वारा या स्वयं मरम्मत कर सकें।
- शुरुआत में मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटोमोबाइल और कृषि उपकरण को इसके तहत किया जाएगा।
- मरम्मत के अधिकार को अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ सहित दुनिया भर के कई देशों में मान्यता दी गई है।
- केंद्र सरकार ने मरम्मत के अधिकार के लिए एक व्यापक ढांचा विकसित करने हेतु उपभोक्ता मामलों के विभाग की अतिरिक्त सचिव निधि खरे की अध्यक्षता में जुलाई 2022 में एक समिति का गठन किया था।
महत्वपूर्ण तथ्य:
- स्ट्रेप्टोकोकस (स्ट्रेप A) संक्रमण:
- समूह A स्ट्रेप्टोकोकस (स्ट्रेप A) संक्रमण में बेमौसम वृद्धि के कारण यूनाइटेड किंगडम में एक दर्जन से अधिक बच्चों की मौत हो गई है।
- स्ट्रेप A एक सामान्य प्रकार का जीवाणु है जो प्रायः गले या त्वचा पर पाया जाता है। अधिकांश स्ट्रेप A संक्रमण गंभीर नहीं होते हैं और आसानी से एंटीबायोटिक दवाओं के द्वारा इनका इलाज किया जाता है।
- लेकिन कभी-कभी यह संक्रमण गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। इसे आक्रामक समूह A स्ट्रेप (iGAS) कहा जाता है।
- कभी-कभी ये स्कार्लेट ज्वर का कारण बन सकते हैं और मेनिन्जाइटिस जैसी गंभीर स्थिति भी उत्पन्न कर सकते हैं।
- कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि बेमौसम प्रकोप पिछले उछाल का परिणाम है, जिसने नए स्ट्रेप स्ट्रेन को जन्म दिया था, जो महामारी से पहले हुआ था।
- राजस्थान के पवित्र उपवन:
- ‘ओरण’ राजस्थान के पवित्र उपवन हैं, जो जैव विविधता से समृद्ध हैं और इसमें एक जल निकाय शामिल हैं।
- राजस्थान के समुदाय सदियों से इन ओरणों का संरक्षण कर रहे हैं और उनका जीवन इन स्थानों के आसपास से जटिल रूप से जुड़ा हुआ है।
- ओरण ऐसे स्थान भी हैं जहाँ चरवाहे अपने पशुओं को चराने के लिए ले जाते हैं। इन स्थानों पर सांप्रदायिक सभाओं, त्योहारों और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनका प्रदर्शन कृषि और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समुदायों की निरंतर प्रतिबद्धता से जुड़ा हुआ है।
- ओरण भारत के सबसे गंभीर रूप से विलुप्तप्राय पक्षी, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (GIB) के प्राकृतिक आवास भी हैं।
- हाल ही में, पर्यावरण कार्यकर्ताओं और वन्यजीव उत्साही लोगों द्वारा ओरणों की सुरक्षा की मांग करने के लिए पश्चिमी राजस्थान के दूरदराज के गांवों और बस्तियों से होते हुए 225 किलोमीटर की यात्रा निकाली गई थी, जो अपनी भूमि के विनाश के खतरे का सामना कर रहे हैं।
- परंपरा के अनुसार, उपवन में किसी भी पेड़ या पौधे को काटा नहीं जाता है और पशुओं के केवल मौसमी चराई की अनुमति है।
- हालांकि, सौर और पवन ऊर्जा, खनन और अन्य उद्योगों ने मनमाने तरीके से कार्रवाई करते हुए अपनी बड़ी परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए पेड़ों को काट दिया, जो क्षेत्र की पारिस्थितिकी को प्रभावित कर रहा है।
UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:
प्रश्न 1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: (स्तर-कठिन)
- खसरा (Measles) एक अत्यधिक संक्रामक जीवाणु संक्रमण है।
- खसरा से अंधापन, निमोनिया और एन्सेफलाइटिस जैसे गंभीर प्रतिकूल परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
- केवल 1
- केवल 2
- दोनों
- इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर: b
व्याख्या:
- कथन 1 गलत है: खसरा को रुबेला या लाल खसरा भी कहा जाता है। यह एक अत्यधिक संक्रामक श्वसन संक्रमण है जो एक विषाणु के कारण होता है जो पूरे शरीर पर चकत्ते का कारण बनता है।
- कथन 2 सही है: खसरा गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है, जैसे अंधापन, निमोनिया (फेफड़ों का संक्रमण) और एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन)।
प्रश्न 2. दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन-से सही हैं? (स्तर-मध्यम)
- यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) का हिस्सा है।
- इस योजना का फोकस 9 से 18 वर्ष के बीच के ग्रामीण गरीब युवाओं पर है।
- यह योजना ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन है।
विकल्प:
- केवल 1 और 2
- केवल 2 और 3
- केवल 1 और 3
- 1, 2 और 3
उत्तर: c
व्याख्या:
- कथन 1 सही है: दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) वर्ष 2014 में घोषित एक केंद्र प्रायोजित योजना है। यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत काम करने वाली एक मांग-संचालित प्लेसमेंट से जुड़ी कौशल प्रशिक्षण पहल है।
- कथन 2 गलत है: योजना का फोकस 15 से 35 वर्ष के बीच के ग्रामीण गरीब युवाओं पर है।
- कथन 3 सही है: यह योजना केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन है।
प्रश्न 3. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (स्तर-मध्यम)
- सर्वोच्च न्यायालय में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) सहित 34 न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या है।
- अभी तक कोई महिला मुख्य न्यायाधीश (CJI) नहीं हुई है।
- संविधान में मुख्य न्यायाधीश (CJI) की नियुक्ति के लिए कोई प्रक्रिया निर्धारित नहीं है।
विकल्प:
- केवल 1 और 2
- केवल 2 और 3
- केवल 3
- 1, 2 और 3
उत्तर: d
व्याख्या:
- कथन 1 सही है: सर्वोच्च न्यायालय में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) सहित 34 न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या है। सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) अधिनियम, 1956 के तहत मूल रूप से अधिकतम 10 न्यायाधीशों (CJI को छोड़कर) का प्रावधान किया गया था।
- कथन 2 सही है: आज तक कोई महिला CJI नहीं हुई है। वर्ष 1950 के बाद से सर्वोच्च न्यायालय में अब तक केवल आठ महिला न्यायाधीश हुई हैं।
- कथन 3 सही है: संविधान में CJI की नियुक्ति के लिए कोई प्रक्रिया निर्धारित नहीं है। न्यायाधीशों की नियुक्ति में कोलेजियम प्रणाली का पालन किया जाता है, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के पाँच वरिष्ठतम न्यायाधीश शामिल होते हैं।
- भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) के तहत की जाती है।
प्रश्न 4. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: (स्तर-कठिन)
- ग्रेट बैरियर रीफ (GBR) में प्रवाल भित्तियों का विश्व का सबसे बड़ा संग्रह है।
- ग्रेट बैरियर रीफ (GBR) ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित है।
- इसे 1981 में विश्व विरासत स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया था जब यूनेस्को ने इसके पर्यावरणीय दुर्लभता और वैज्ञानिक महत्व को मान्यता दी थी।
उपर्युक्त कथनों में से कितना/कितने सही है/हैं?
- एक कथन
- दो कथन
- तीनों कथन
- इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर: b
व्याख्या:
- कथन 1 सही है: द ग्रेट बैरियर रीफ दुनिया की सबसे बड़ी प्रवाल भित्ति प्रणाली है जिसमें 2,900 से अधिक वैयक्तिक भित्तियाँ और 2,300 किलोमीटर से अधिक दूरी तक फैले हुए 900 द्वीप शामिल हैं।
- कथन 2 गलत है: GBR क्वींसलैंड ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्वी तट पर स्थित है।
- कथन 3 सही है: इस संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को वर्ष 1981 में विश्व धरोहर के रूप में नामित किया गया था जब यूनेस्को ने इसके पर्यावरणीय और वैज्ञानिक महत्व को मान्यता दी थी।
प्रश्न 5. लोकसभा के उपाध्यक्ष के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: (CSE-PYQ-2022) (स्तर-मध्यम)
- लोक सभा के कार्य-पद्धति और कार्य-संचालन नियमों के अनुसार, उपाध्यक्ष का निर्वाचन उस तारीख को होगा, जो अध्यक्ष नियत करे।
- यह आज्ञापक उपबंध है कि लोकसभा के उपाध्यक्ष के रूप में किसी प्रतियोगी का निर्वाचन या तो मुख्य विपक्षी दल से, या शासक दल से होगा।
- सदन की बैठक की अध्यक्षता करते समय उपाध्यक्ष की शक्ति वैसी ही होती है जैसी कि अध्यक्ष की, और उनके विनिर्णयों के विरुद्ध कोई अपील नहीं हो सकती।
- उपाध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में सुस्थापित संसदीय पद्धति यह है कि प्रस्ताव अध्यक्ष द्वारा रखा जाता है और प्रधानमंत्री द्वारा विधिवत समर्थित होता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-से सही हैं?
- केवल 1 और 3
- 1, 2 और 3
- केवल 3 और 4
- केवल 2 और 4
उत्तर: a
व्याख्या:
- कथन 1 सही है: उपाध्यक्ष के निर्वाचन की तिथि अध्यक्ष द्वारा निर्धारित की जाती है। जबकि दूसरी ओर अध्यक्ष के चुनाव की तिथि राष्ट्रपति द्वारा तय की जाती है।
- कथन 2 गलत है: परिपाटी के अनुसार, भारत में विपक्षी दल को उपाध्यक्ष पद की पेशकश की जाती है। इस संबंध में कोई अनिवार्य प्रावधान नहीं है।
- कथन 3 सही है: अध्यक्ष के अनुपस्थित रहने पर उपाध्यक्ष लोकसभा के सत्रों की अध्यक्षता करता है और सदन में कामकाज का संचालन करता है। सदन की बैठक की अध्यक्षता करते समय उपाध्यक्ष के पास अध्यक्ष के समान शक्ति होती है।
- कथन 4 गलत है: उपाध्यक्ष का चयन लोकसभा अपने सदस्यों में से करती है। ऐसी कोई सुस्थापित प्रथा नहीं है जिसके तहत अध्यक्ष द्वारा उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए प्रस्ताव पेश किया जाता है और प्रधानमंत्री द्वारा इसका समर्थन किया जाता है।
UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:
प्रश्न 1. पिछले एक वर्ष में देखी गई भारत की विदेश नीति की रूपरेखा का परीक्षण कीजिए। (250 शब्द, 15 अंक) [GS-2, अन्तर्राष्ट्रीय संबंध]
प्रश्न 2. भारतीय अर्थव्यवस्था ने वर्ष 2022 में मजबूत बाहरी विपरीत परिस्थितियों के बीच व्यापक लचीलापन प्रदर्शित किया है। लेकिन चुनौतियां बनी हुई हैं क्योंकि मुद्रास्फीति अन्य समष्टि आर्थिक चुनौतियों के साथ उच्च बनी हुई है। विस्तारपूर्वक समझाइए। (250 शब्द, 15 अंक) [GS-3, अर्थव्यवस्था]