Download the BYJU'S Exam Prep App for free IAS preparation videos & tests - Download the BYJU'S Exam Prep App for free IAS preparation videos & tests -

15 अक्टूबर 2023 : PIB विश्लेषण

विषयसूची:

  1. भारत द्वारा आयोजित पहला पी20 शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे सफल पी20 शिखर सम्मेलन:
  2. महाबलीपुरम में अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य पालन सुशासन की मुख्यधारा में जलवायु परिवर्तन को शामिल करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मत्स्य पालन प्रबंधन उपायों को सुदृढ़ बनाने पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन होगा:
  3. पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एमएस गिल का निधन:
  4. विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2023:

1. भारत द्वारा आयोजित पहला पी20 शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे सफल पी20 शिखर सम्मेलन:

सामान्य अध्ययन: 2

अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध,शासन:

विषय:महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां एवं मंच- उनकी संरचना, और जनादेश। सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।

प्रारंभिक परीक्षा: पी20 शिखर सम्मेलन,मिशन लाइफ।

मुख्य परीक्षा: पी20 शिखर सम्मेलन संयुक्त घोषणा पर सहमति भारत के नेतृत्व का एक संकेत हैं। संयुक्त घोषणा के मुख्य पहलुओं पर चर्चा करते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डालिये।

प्रसंग:

  • लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने कहा है कि भारत द्वारा आयोजित पहला पी20 शिखर सम्मेलन प्रतिनिधिमंडलों की भागीदारी के मामले में अभी तक का सबसे सफल पी20 शिखर सम्मेलन रहा है।

उद्देश्य:

  • भारत की जी20 अध्यक्षता की विषय वस्तु के अनुरूप, 9वें पी20 शिखर सम्मेलन का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद’ था।
  • दुनिया भर के सांसदों के इकट्ठा होने के साथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र द्वारा आयोजित पहला जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20 शिखर सम्मेलन) 14 अक्टूबर, 2023 को इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, यशोभूमि, दिल्ली में संपन्न हुआ और इसमें जी20 प्रक्रिया में प्रभावी और सार्थक संसदीय योगदान देने के उद्देश्य से संयुक्त रूप से कार्य जारी रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।

विवरण:

  • पी20 शिखर सम्मेलन का उद्घाटन 13 अक्टूबर, 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
  • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला।
    • दो दिवसीय शिखर सम्मेलन से पहले 12 अक्टूबर, 2023 को मिशन लाइफ पर एक पार्लियामेंट्री फोरम का आयोजन किया गया था।
  • नई दिल्ली में 9वें जी20 संसदीय अध्यक्षों के शिखर सम्मेलन में जी20 देशों के अलावा, 10 अन्य देशों को इस सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था, जिनमें से एक को छोड़कर सभी देशों ने भाग लिया।
  • शिखर सम्मेलन में कुल 37 अध्यक्षों (स्पीकर/ चेयरपर्सन) और उपाध्यक्षों (डिप्टी स्पीकर्स/ डिप्टी चेयरपर्सन) और 29 देशों से आए प्रतिनिधिमंडलों के नेताओं ने भाग लिया।
  • ऐतिहासिक दृष्टि से नई दिल्ली पी20 शिखर सम्मेलन में अब तक की सबसे अधिक भागीदारी देखने को मिली।
  • जी20 के सदस्य के रूप में पैन अफ्रीकन यूनियन को शामिल किए जाने के बाद पैन-अफ्रीकन पार्लियामेंट ने पहली बार पी20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
  • शिखर सम्मेलन में जी20 और आमंत्रित देशों की संसदों के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के अलावा 48 संसद सदस्यों सहित कुल 436 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

“पी20 शिखर सम्मेलन संयुक्त घोषणा पर सहमति भारत के नेतृत्व का एक संकेत”:

  • जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संयुक्त घोषणा पर आम सहमति के बाद, भारत की संसद के नेतृत्व में अन्य देश पी20 शिखर सम्मेलन में संयुक्त घोषणा पर आम सहमति कायम करने के लिए प्रेरित हुए।
    • गौरतलब है कि पिछले साल इंडोनेशिया में संयुक्त घोषणापत्र पर सहमति नहीं बन पाई थी।
    • इस पर श्री बिरला ने कहा कि पी20 में संयुक्त घोषणापत्र पर सहमति से भारत के नेतृत्व और दृढ़ संकल्प का पता चलता है।

“सामूहिक संकल्प के साथ आतंक के सभी स्रोतों को हराना होगा”:

  • लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों और उससे जुड़े विचारों की निंदा करता है।
  • आतंकवाद के शांति और विकास में बाधक होने का उल्लेख करते हुए श्री बिरला ने वैश्विक शांति और समृद्धि का आह्वान किया।
  • शांतिपूर्ण एवं समृद्ध विश्व की स्थापना की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आतंक के सभी स्रोतों को सामूहिक संकल्प के साथ ही परास्त करना होगा।

“जिम्मेदारीपूर्ण एआई विकास और डेटा सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता”:

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जिक्र करते हुए श्री बिरला ने कहा कि पी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी देशों ने जिम्मेदारी के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विकास और डेटा सुरक्षा से संबंधित आयामों पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विश्वसनीय और मजबूत होना चाहिए।
  • डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की भूमिका:शिखर सम्मेलन के दौरान सभी देशों ने आम लोगों के जीवन में सामाजिक-आर्थिक बदलाव लाने में डिजिटल प्लेटफॉर्म की भूमिका को स्वीकार किया।
    • सभी देश इस बात पर सहमत हैं कि इससे सेवा वितरण और नवाचार को और अधिक सुविधाजनक बनाया जा सकता है।
  • पी20 देश विधायी मसौदे तैयार करने में संबंधित ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक समूह बनाने पर सहमत हुए हैं।

“नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 का सर्वव्यापी स्वागत”:

  • प्रधानमंत्री की पहल के अनुरूप सम्मेलन में महिला नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने पर सहमति बनी है।
    • सभी पीठासीन अधिकारियों ने भारत की संसद द्वारा पारित ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023’ का स्वागत किया है।

“सभी जी20 देशों की संसदों में मिशन लाइफ पर विशेष चर्चा होगी”:

  • श्री बिरला ने जलवायु परिवर्तन को दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती बताते हुए कहा कि भारत ने जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के लिए कई पहल की हैं।
    • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘पर्यावरण के लिए जीवन शैली’ (लाइफ) की अवधारणा पर चर्चा के संबंध में, सभी देशों ने इस संबंध में किए जा रहे नवाचारों के बारे में जानकारियां साझा की हैं।
    • अब सभी देशों की संसदों में मिशन लाइफ पर विशेष चर्चा होगी और पूरी दुनिया को पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया जाएगा।
    • ऐसा करने से भारत के नेतृत्व में दुनिया भर के लोग पृथ्वी, पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा के लिए एकजुट होंगे।
    • इसी प्रकार, एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रयासों को साझा करके, हर कोई एक स्वस्थ और आदर्श जीवन शैली की ओर आगे बढ़ सकेगा।

2. महाबलीपुरम में अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य पालन सुशासन की मुख्यधारा में जलवायु परिवर्तन को शामिल करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मत्स्य पालन प्रबंधन उपायों को सुदृढ़ बनाने पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन होगा:

सामान्य अध्ययन: 2,3

शासन,कृषि:

विषय: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय,पशु-पालन सम्बन्धी अर्थशास्त्र।

प्रारंभिक परीक्षा: संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (यूएनएफसीसीसी सीओपी26),खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ)।

मुख्य परीक्षा: अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य पालन सुशासन की मुख्यधारा में जलवायु परिवर्तन को शामिल करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मत्स्य पालन प्रबंधन उपायों को सुदृढ़ बनाने पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन पर परिचर्चा कीजिए।

प्रसंग:

  • केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री परशोत्तम रुपाला और मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री, डॉ. एल. मुरुगन, अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य पालन सुशासन की मुख्यधारा में जलवायु परिवर्तन को शामिल करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मत्स्य पालन प्रबंधन उपायों को सुदृढ़ बनाने पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह सम्‍मेलन चेन्नई के महाबलीपुरम में 17 अक्टूबर, 2023 को आयोजित किया जाएगा।

उद्देश्य:

  • केंद्रीय मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
    • इसमें समुद्री मत्स्य पालन में जलवायु-परिवर्तन से उत्‍पन्‍न स्थितियों को अपनाने के लिए भारत की तैयारियों पर विचार-मंथन होगा।

विवरण:

  • सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत मत्स्य पालन विभाग, इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
  • 17 अक्टूबर, 2023 को एक अतिरिक्त कार्यक्रम ‘‘मत्स्य पालन प्रबंधन के लिए लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) को मुख्यधारा में लाना’’ विषय पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गई है।
  • प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने 2021 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (यूएनएफसीसीसी सीओपी26) में वैश्विक जलवायु कार्रवाई में व्यक्तिगत व्यवहार को सर्वाधिक महत्‍व देने के लिए मिशन लाइफ की शुरुआत की थी।
  • जलवायु-परिवर्तन दुनिया भर में समुद्री मछली स्टॉक के वितरण में महत्वपूर्ण बदलाव ला रहा है।
    • हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि इस सदी के अंत तक, साझा समुद्री मछली भंडार का लगभग आधा हिस्सा स्थानांतरित हो जाएगा और दुनिया के विशेष आर्थिक क्षेत्रों का एक बड़ा हिस्सा कम-से-कम एक ऐसे परिवर्तन का साक्षी बनेगा।
    • समुद्री मछली स्टॉक का यह स्थानांतरण मौजूदा मत्स्य प्रबंधन ढांचे के लिए एक चुनौती है।
    • जलवायु-परिवर्तन साझा मछली भंडार को कैसे प्रभावित करता है, इसकी गहरी समझ मजबूत, जलवायु-परिवर्तन के अनुरूप लचीले अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य पालन प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण है।
  • 5 से 9 सितंबर 2022 को रोम में आयोजित मत्स्य पालन समिति (सीओएफआई35) के 35वें सत्र में माना गया कि क्षेत्रीय मत्स्य निकायों (आरएफबी) को जलवायु-परिवर्तन के विषय पर सदस्य देशों के साथ प्रभावी ढंग से जोड़ना होगा।
  • जलवायु-परिवर्तन को देखते हुए मत्‍स्‍य पालन प्रबंधन पर खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) से दिशा-निर्देश प्रस्‍तुत करने का अनुरोध किया गया।
  • खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने जलवायु-लचीलेपन को देखते हुए दिशा-निर्देशों को स्थितियों के अनुसार परिवर्तित करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र से क्षेत्रीय मत्स्य निकायों (आरएफबी) को शामिल करते हुए इस दौरान मत्स्य पालन प्रबंधन और अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य पालन गवर्नेंस में जलवायु-परिवर्तन के एकीकरण की रणनीति बनाने पर ध्‍यान केन्द्रित किया जाएगा।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

1. पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एमएस गिल का निधन:

  • निर्वाचन आयोग ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) डॉ. एमएस गिल का 15 अक्टूबर 2023 को नई दिल्ली में हुए निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
  • डॉ एम.एस गिल भारत के 11वें मुख्य चुनाव आयुक्त थे।
    • भारतीय प्रशासनिक सेवा पंजाब कैडर के 1958 बैच के प्रतिभाशाली अधिकारी डॉ. एमएस गिल ने 12 दिसंबर 1996 से 13 जून 2001 की अवधि के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार सँभाला था।
    • श्री टीएन शेषन के सेवानिवृत्त होने पर भारत निवार्चन आयोग के सीईसी के रूप में उनकी नियुक्ति हुई।
  • सीईसी के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, भारत निवार्चन आयोग ने 1998 में 12वीं लोकसभा और 1999 में 13वीं लोकसभा के साथ-साथ 11वें राष्ट्रपति चुनाव और 1997 में उप-राष्ट्रपति चुनाव के अलावा 20 से अधिक राज्यों में विधानसभाओं के आम चुनावों का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
  • चुनावी प्रक्रिया के प्रति उनके नेतृत्व और प्रतिबद्धता की भावना से भारत निवार्चन आयोग में हमें प्रेरणा मिलती रहेगी।
  • श्री गिल को एक सिविल सेवक के रूप में उनकी असाधारण और विशिष्ट सेवाओं के लिए वर्ष 2000 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

2. विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2023:

  • “भारत नागरिकों की भलाई पर गैर – संचारी रोगों (एनसीडी) के प्रसार और प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से निवारक उपाय, प्रारंभिक चर्चा और कुशल प्रबंधन शामिल है।”
    • यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रविण पवार ने नई दिल्ली में विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2023 में “प्राथमिक स्वस्थ्य देखभाल में गैर-संचारी रोगों के एकीकरण में वृद्धि करने” विषय पर उच्च स्तरीय पैनल चर्चा में वर्चुअल माध्यम से अपने संबोधन के दौरान कही।
    • भारत में विश्व स्वस्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको एच ऑफ्रिन भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
    • इस वर्ष के विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन का विषय “वैश्विक स्वास्थ्य कार्रवाई के लिए एक निर्णायक वर्ष” है।
  • गैर-संचारी रोगों को कम करने में भारत ने 75/25 पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित 75 मिलियन व्यक्तियों की जांच करना और मानक स्वस्थ्य देखभाल प्रदान करना है।
    • यह सबसे व्यापक पहल है। वैश्विक स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में गैर-संचारी रोगों का विस्तार।
    • भारत के जीवन प्रत्याशा, मातृ मृत्यु दर और गैर संचारी रोगों जैसे सामाजिक संकेतकों में सुधार के लिए स्पष्ट प्रयास इस लक्ष्य की दिशा में स्पष्ट हैं।
    • वर्ष 2023-2024 के लिए केंद्रीय बजट का परिणाम बजट दस्तावेज़ पहली बार आउटपुट संकेतक के रूप में उच्च रक्तचाप और मधुमेह उपचार को शामिल करने के लिए उल्लेखनीय है।
    • यह समावेशन उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए सम्मिलित सेवाओं को बढ़ाने के लिए सरकार के समर्पण को रेखांकित करता है और इन स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर बल देता है।
  • गैर-संचारी रोग एक महत्वपूर्ण वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती बन गई है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
    • भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण (एनपी-एनसीडी) के लिए वर्ष 2010 में राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरू किया था।
    • इसका उद्देश्य बुनियादी ढांचे, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य संवर्धन, शीघ्र निदान, प्रबंधन और रेफरल को मजबूत करना था।
    • आयुष्मान भारत पहल सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को पूरा करने और सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा (यूएचसी) प्रदान करने के लिए नीतिगत इरादे को बजटीय प्रतिबद्धता में बदल रही है, जो ‘किसी को भी पीछे न छोड़ने’ की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
  • गैर संचारी रोगों (एनसीडी) का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई पहल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयुष्मान भारत- स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एबी-एचडब्ल्यूसी) में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल (सीपीएचसी) के अंतर्गत जनसंख्या-आधारित स्क्रीनिंग (पीबीएस) लागू की है।
  • “ई-संजीवनी के माध्यम से, भूगोल, पहुंच, लागत और दूरी की बाधाओं को दरकिनार करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी की क्षमता का लाभ उठाकर नागरिकों को गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के लिए टेलीपरामर्श सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
  • देश के प्रत्येक नागरिक तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच प्रदान करने की दिशा में सामान्य गैर संचारी रोगों की रोकथाम, नियंत्रण, स्क्रीनिंग और प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय गैर संचारी रोग (एनसीडी) पोर्टल का उपयोग किया जा रहा है।
    • गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के लिए व्यक्तिगत-वार जांच और उपचार के अनुपालन की रिपोर्टिंग और निगरानी के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर इस पोर्टल के माध्यम से प्राथमिक स्तर की जानकारी एकत्र की जाती है।
    • इसमें क्लाउड में प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक एकल अनुदैर्ध्य स्वास्थ्य रिकॉर्ड भी शामिल है, जिसे एक विशिष्ट स्वास्थ्य आईडी (एबीएचए आईडी: आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता पहचान संख्या) द्वारा पहचाना जाता है, जो डेटा उपलब्धता और सुविधाओं के बीच संबंध सुनिश्चित करते हुए देखभाल की निरंतरता सुनिश्चित करता है।
  • डॉ. भारती प्रविण पवार ने गैर संचारी रोगों (एनसीडी) की रोकथाम और नियंत्रण के लिए भारत की समर्पित प्रतिबद्धता “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की भावना में, भारत राष्ट्रों को सहयोग करने और सफलताओं को साझा करने की आवश्यकता पर बल देता है।
    • यह सहयोगात्मक प्रयास हमारे वैश्विक समुदाय की भलाई के लिए एकता और साझा दायित्व की व्यापक नैतिकता को प्रदर्शित करता है।

Comments

Leave a Comment

Your Mobile number and Email id will not be published.

*

*