विषयसूची:
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1. DGFT ने निर्यात दायित्व विस्तार के लिए संरचना शुल्क को सरल बनाया:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय:शासन के महत्वपूर्ण पहलू, पारदर्शिता एवं जवाबदेही, प्रतिरूप, सफलताएं और सीमाएं एवं उनका देश के विकास पर प्रभाव।
प्रारंभिक परीक्षा: विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT)।
प्रसंग:
- विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने 18 जनवरी, 2023 की सार्वजनिक सूचना के माध्यम से अग्रिम प्राधिकरण स्कीम के तहत निर्यात दायित्व विस्तार के लिए संरचना शुल्क की गणना के लिए संशोधित नियमों को अधिसूचित किया है।
उद्देश्य:
- इस कदम का उद्वेश्य व्यापार सुगमीकरण तथा व्यवसाय करने की सरलता को बढ़ावा देना है।
विवरण:
- संरचना शुल्क की गणनाओं का सरलीकरण प्रक्रिया को अधिक दक्ष बनाने तथा समझने में सरल बनाकर ऑटोमेशन तथा त्वरित प्रदायगी में सहायता करता है।
- संरचना शुल्क के लिए पिछला फॉर्मूला पेचीदा तथा समझने में कठिन था जिसने प्रक्रिया को अधिक दुष्कर तथा तनावपूर्ण बना दिया था।
- बहरहाल, संशोधित संरचना शुल्क फॉर्मूला, जो ‘प्राधिकरण के सीआईएफ मूल्य‘ के विभिन्न स्तरों के लिए विशिष्ट दर पर आधारित है, अधिक स्पष्ट और गणना करने में सरल है।
- यह न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ निर्यात बाध्यता विस्तार प्रक्रिया को स्वचालित करने में मदद करेगा, इसके अतिरिक्त त्रुटियों तथा गलत धारणाओं के जोखिम में और कमी आ जाएगी।
- प्रक्रिया का स्वचालन हस्तचालित गणना और कागजी कार्रवाई की आवश्यकता को कम कर देगा जिससे अंततोगत्वा सेवा प्रदायगी में तेजी आएगी।
- यह निर्यातकों के लिए लाभदायक होगा क्योंकि इससे निर्यात बाध्यता विस्तार प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आवश्यक समय और प्रयास में कमी आएगी।
- इसके अतिरिक्त, स्वचालन त्रुटियों तथा गलत धारणाओं के जोखिम को और घटा देगा जिससे प्रक्रिया की दक्षता में और सुधार आएगा।
- ऑटोमेशन की प्रक्रिया डीजीएफटी की आईटी-पुनरुद्धार परियोजना के तहत शुरु की जा रही है और इसे अलग से अधिसूचित किया जाएगा।
- गणनाओं का सरलीकरण जटिलता को घटाने तथा प्रक्रिया को निर्यातकों के लिए अधिक स्पष्ट बनाने के द्वारा ‘‘व्यवसाय करने की सरलता‘‘ के उद्वेश्य में भी सहायता करता है।
- संरचना शुल्क के लिए गणनाओं को सरल बनाने के द्वारा, डीजीएफटी प्रक्रिया को निर्यातकों के लिए और दक्ष तथा समझने में सरल बनाने के द्वारा इस उद्वेश्य की प्राप्ति की दिशा में काम कर रहा है।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1.प्रधानमंत्री ने सांसद खेल महाकुंभ 2022-23 के दूसरे चरण का उद्घाटन किया:
- प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सांसद खेल महाकुंभ 2022-23 के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। सांसद खेल महाकुंभ का आयोजन बस्ती जिले के सांसद श्री हरीश द्विवेदी द्वारा 2021 से किया जा रहा है।
- इस खेल महाकुंभ के दौरान कुश्ती, कबड्डी, खो-खो, बास्केटबॉल, फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, शतरंज, कैरम, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि जैसे इनडोर और आउटडोर दोनों तरह के खेलों में विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि बस्ती महर्षि वशिष्ठ की पुण्य भूमि है जो श्रम और साधना, तप और त्याग से बनी है। ध्यान और तपस्या से परिपूर्ण एक खिलाड़ी के जीवन की उपमा देते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि सफल खिलाड़ी अपने लक्ष्य पर केंद्रित होते हैं और अपने मार्ग की हर बाधा को पार करते हैं।
- प्रधानमंत्री ने खेल महाकुंभ की व्यापकता की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि इस तरह के आयोजनों के माध्यम से खेलों में भारत की पारंपरिक विशेषज्ञता को एक नया आयाम मिलेगा।
- उन्होंने बताया कि करीब 200 सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इस तरह के खेल महाकुंभ का आयोजन कर चुके हैं।
- प्रधानमंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि इन खेलों के माध्यम से प्रदर्शन करने वाले एथलीटों को भारतीय खेल प्राधिकरण के तहत आगे के प्रशिक्षण के लिए चुना जा रहा है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 40,000 एथलीट खेल महाकुंभ में भाग ले रहे हैं।
- युवा, विश्वविद्यालय और शीतकालीन खेल एथलीटों को सुधार करते रहने के कई अवसर दे रहे हैं।
- खेलो इंडिया के माध्यम से 2500 एथलीटों को प्रति माह 50,000 की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है।
- टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के तहत लगभग 500 संभावित ओलंपिक खिलाडि़यों को तैयार किया जा रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कुछ खिलाड़ियों को 2.5 करोड़ से 7 करोड़ तक की सहायता मिली है।
पृष्ठभूमि:
- खेल महाकुंभ का पहला चरण 10 से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया था और खेल महाकुंभ का दूसरा चरण 18 से 28 जनवरी 2023 तक निर्धारित किया गया है।
- खेल महाकुंभ में कुश्ती, कबड्डी, खो-खो, बास्केटबॉल, फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, शतरंज, कैरम, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि जैसे इनडोर और आउटडोर दोनों खेलों में विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है।
- इनके अलावा खेल महाकुंभ के दौरान, निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली बनाने आदि की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है।
- खेल महाकुंभ एक अनूठी पहल है जो जिला बस्ती और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का अवसर और मंच प्रदान करता है और उन्हें खेल को करियर विकल्प के रूप में लेने के लिए प्रेरित करता है।
- यह क्षेत्र के युवाओं में अनुशासन, टीम वर्क, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, आत्मविश्वास और उनमें राष्ट्रवाद की भावना जगाने का भी प्रयास करता है।
18 January PIB :- Download PDF Here
लिंक किए गए लेख में 17 जनवरी 2023 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
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