विषयसूची:p
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1. नीति आयोग और विश्व खाद्य कार्यक्रम की पहल:
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक संगठन और भारत से जुड़े समझौते या भारत के हितों को प्रभावित करना।
प्रारंभिक परीक्षा: मैपिंग एंड एक्सचेंज ऑफ गुड प्रैक्टिसेस’ पहल,नीति आयोग, विश्व खाद्य कार्यक्रम।
प्रसंग:
- एशिया और अफ्रीका में कदन्न (मोटे अनाज) को मुख्यधारा में लाने के लिये नीति आयोग तथा वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्लूएफपी – विश्व खाद्य कार्यक्रम) ‘मैपिंग एंड एक्सचेंज ऑफ गुड प्रैक्टिसेस’ नामक पहल का शुभारंभ करेंगे।
उद्देश्य:
- यह आयोजन 19 जुलाई, 2022 को ऑनलाइन किया जायेगा।
- नीति आयोग और डब्लूएफपी भारत और विदेश में मोटे अनाजों की खपत और उत्पादन बढ़ाने के लिये कारगर उपायों का एक सार-संक्षेप तैयार करेंगे।
विवरण:
- कार्यक्रम का उद्घाटन नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री सुमन बेरी करेंगे।
- आईसीएआर, केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों, कृषि विज्ञान केंद्रों, उद्योग जगत, केंद्रीय और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, एफपीओ, गैर-सरकारी संगठनों, स्टार्ट-अप, अकादमिक और अनुसंधान संस्थानों तथा इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर दी सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स (आईसीआरआईएसएटी), फूड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (एफएओ), इंटरनेशनल कमीशन ऑन इरीगेशन एंड ड्रेनेज (आईसीआईडी) आदि जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिगण भी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
2. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति ने ‘डिजी यात्रा’ परियोजना पर चर्चा की:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय: शासन महत्वपूर्ण पहलू, पारदर्शिता एवं जवाबदेही, प्रतिरूप, सफलताएं और सीमाएं।
प्रारंभिक परीक्षा: डिजी यात्रा’ परियोजना।
प्रसंग:
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक नई दिल्ली में आयोजित हुई।
उद्देश्य:
- चर्चा का विषय “डिजी यात्रा” था।
- इस समिति के सदस्य सांसदों ने बैठक में भाग लिया और इस परियोजना को लेकर कुछ बहुमूल्य सुझाव दिए।
विवरण:
- “डिजी यात्रा” की पृष्ठभूमि बताते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि चेहरा पहचान प्रणाली (एफआरटी) के आधार पर हवाई अड्डों पर यात्रियों की संपर्क रहित, निर्बाध प्रोसेसिंग के लिए ये परियोजना बनाई गई है।
- इस परियोजना का मूल विचार यह है कि कोई भी यात्री बिना किसी कागज़ के या बिना किसी संपर्क के विभिन्न चेक पॉइंट से गुजर सके।
- इसके लिए उसके चेहरे के फीचर्स का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे उसकी पहचान होगी जो सीधे उसके बोर्डिंग पास से जुड़ी होगी।
- उन्होंने कहा कि इस सिस्टम में गोपनीयता के मुद्दों का ध्यान रखा गया है।
- यह एक विकेन्द्रीकृत मोबाइल वॉलेट आधारित पहचान प्रबंधन प्लेटफॉर्म है जो कि सस्ता भी है और डिजी यात्रा के कार्यान्वयन में गोपनीयता/डेटा सुरक्षा मुद्दों को भी संबोधित करता है।
- कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत 2019 में एक संयुक्त उद्यम कंपनी के तौर पर डिजी यात्रा फाउंडेशन (डीवाईएफ) को स्थापित किया गया है।
- इसके शेयरधारक एएआई (26% शेयर) और बीआईएएल, डीआईएएल, जीएचआईएएल, एमआईएएल और सीआईएएल हैं।
- इन 5 शेयरधारकों के पास शेष 74% शेयर समान रूप से हैं।
- इस फाउंडेशन को डिजी यात्रा सेंट्रल इकोसिस्टम (डीवाईसीई) निर्मित करने के मकसद से बनाया गया था।
- डिजी यात्रा फाउंडेशन दरअसल एक अखिल भारतीय इकाई और यात्री आईडी सत्यापन प्रक्रिया का संरक्षक होगा।
- यह स्थानीय हवाई अड्डा प्रणालियों के अनुपालन और दिशा-निर्देशों के मानदंडों को भी परिभाषित करेगा।
- यह संयुक्त उद्यम, स्थानीय हवाई अड्डा बायोमेट्रिक बोर्डिंग प्रणाली (बीबीएस) के लिए डिजी यात्रा दिशा-निर्देशों द्वारा परिभाषित विभिन्न अनुपालनों और दिशा-निर्देशों (सुरक्षा, इमेज क्वालिटी, डेटा की गोपनीयता के दिशा-निर्देश सहित) का नियमित ऑडिट करेगा।
- पहले चरण में डिजी यात्रा को अगस्त 2022 में वाराणसी और बेंगलुरु के दो हवाई अड्डों पर और अगले साल मार्च तक पुणे, विजयवाड़ा, कोलकाता, दिल्ली और हैदराबाद के पांच हवाई अड्डों पर शुरू करने का प्रस्ताव है।
- एएआई उन हवाई अड्डों की पहचान करेगा जहां डिजी यात्रा को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
3. प्रधानमंत्री ने ‘स्प्रिंट चैलेंज’ का शुभारंभ किया:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय: रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में भारतीय उद्योग और बौद्धिक वर्ग को शामिल करना।
प्रारंभिक परीक्षा: स्प्रिंट चैलेंज।
प्रसंग:
- प्रधानमंत्री ने ‘स्प्रिंट चैलेंज’ का शुभारंभ किया तथा एनआईआईओ (नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन) सेमिनार ‘स्वावलंबन’ को संबोधित किया।
उद्देश्य:
- इस सेमिनार का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में भारतीय उद्योग और शिक्षाविदों को शामिल करना है।
- दो-दिवसीय सेमिनार (18-19 जुलाई) उद्योग, शिक्षा, सेवाओं से जुड़े दिग्गजों और सरकार को रक्षा क्षेत्र के लिए विचारों और सिफारिशों के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
- नवाचार, स्वदेशीकरण, आयुध और विमानन को समर्पित सत्र आयोजित किए जाएंगे।
- सेमिनार का दूसरा दिन सरकार के ‘सागर’ (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के दृष्टिकोण के अनुरूप हिंद महासागर क्षेत्र में पहुंच को प्रदर्शित करेगा।
विवरण:
- सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय सेनाओं में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य, 21वीं सदी के भारत के लिए बहुत जरूरी है।
- आत्मनिर्भर नौसेना के लिए पहले स्वावलंबन सेमिनार का आयोजन होना, इस दिशा में अहम कदम है।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि नए संकल्प लेने के इस दौर में 75 स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का निर्माण एक तरह से पहला कदम है।
- प्रधानमंत्री ने भारत की अर्थव्यवस्था में महासागरों और तटों के महत्व के बारे में कहा कि भारतीय नौसेना की भूमिका लगातार बढ़ रही है और इसलिए नौसेना की आत्मनिर्भरता बहुत महत्वपूर्ण है।
एनआईआईओ सेमिनार ‘स्वावलंबन’
- आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख स्तंभ – रक्षा क्षेत्र में देश आत्मनिर्भरता प्राप्त कर रहा है।
- प्रधानमंत्री ने आयोजित कार्यक्रम के दौरान ‘स्प्रिंट चैलेंज’ का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य भारतीय नौसेना में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना है।
- ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक हिस्से के रूप में, एनआईआईओ, रक्षा नवाचार संगठन (डीआईओ) के साथ मिलकर भारतीय नौसेना में कम से कम 75 नई स्वदेशी प्रौद्योगिकियों/उत्पादों को शामिल करने का लक्ष्य रखता है।
- इस सहयोगी परियोजना का नाम स्प्रिंट (आईडेक्स, एनआईआईओ और टीडीएसी के माध्यम से आरएंडडी में पोल-वॉल्टिंग का समर्थन) है।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
4. राज शुक्ला ने संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली:
- लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) श्री राज शुक्ला ने यूपीएससी के सदस्य के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।
- भारतीय सेना में अपने चार दशकों से अधिक समय के करियर में, जनरल शुक्ला काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस में एक इन्फैंट्री ब्रिगेड, कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा के साथ बारामूला डिवीजन और पश्चिमी सीमाओं के साथ एक पिवट कोर की कमान संभाली।
- वह भारतीय सेना के प्रतिष्ठित प्रशिक्षण प्रतिष्ठान और थिंक टैंक – आर्मी वॉर कॉलेज के कमांडेंट भी रह चुके हैं।
- एक पेशेवर विमान चालक और एक अच्छे वक्ता, जनरल शुक्ला की सामरिक-सैन्य मामलों में स्थायी रुचि है।
- असाधारण सेवा के लिए, जनरल शुक्ला को गणतंत्र दिवस 2021 पर परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
लिंक किए गए लेख में 17 July 2022 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
सम्बंधित लिंक्स:
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