विषय सूची:
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1.कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-नवंबर की अवधि के दौरान 17.43 बिलियन डॉलर तक पहुंचा
सामान्य अध्ययन 3
अर्थव्यवस्था
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
मुख्य परीक्षा: खाद्य उत्पादों के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता एवं भारत के लिए इसका महत्व
संदर्भ:
कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-नवंबर की अवधि के दौरान हुई वृद्धि, यह आँकड़ा पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 16 प्रतिशत बढ़कर 17.43 बिलियन डॉलर तक पहुंचा
विवरण:
- कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के चालू वित्त वर्ष के आठ महीनों (अप्रैल-नवंबर) की अवधि के दौरान पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान अवधि की तुलना में 16 प्रतिशत बढ़ गया है।
- वाणिज्यिक आसूचना एवं सांख्यिकी महानिदेशालय (डीजीसीआईएंडएस) के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, कृषि एवं प्रसंस्कृति खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के उत्पादों का समग्र निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-नवंबर की अवधि के दौरान पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 15.07 बिलियन डॉलर की तुलना में 16 प्रतिशत बढ़कर 17.43 बिलियन डॉलर तक पहुंचा।
- एपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) जो वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत काम करता है, द्वारा की गई पहलों ने देश को वित्त वर्ष 2022-23 के आठ महीनों के दौरान वित्त वर्ष 2022-23 के लिए निर्धारित निर्यात का 74 प्रतिशत अर्जित करने में सहायता की है।
- वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद बास्केट के लिए 23.56 बिलियन डॉलर एक निर्यात लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा चालू वित्त वर्ष के आठ महीनों के दौरान 17.435 बिलियन डॉलर का निर्यात पहले ही अर्जित कर लिया गया है।
- वाणिज्यिक आसूचना एवं सांख्यिकी महानिदेशालय (डीजीसीआईएंडएस) के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में प्रसंस्कृत फलों तथा सब्जियों के निर्यात में 32.60 प्रतिशत (अप्रैल-नवंबर 2022) की वृद्धि दर्ज की गई जबकि ताजे फलों के निर्यात में 4 प्रतिशत की बढोतरी रिकॉर्ड की गई।
- इसके अतिरिक्त, अनाज तथा विविध प्रसंस्कृत मदों के निर्यात में पिछले वर्ष के पहले आठ महीनों की तुलना में 28.29 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
- अप्रैल-नवंबर 2021 के दौरान, 954 मिलियन डॉलर के बराबर के ताजे फलों का निर्यात किया गया था जो चालू वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 991 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया। प्रसंस्कृत फलों तथा सब्जियों का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों के दौरान उछलकर 1310 मिलियन डॉलर तक जा पहुंचा जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 988 मिलियन डॉलर रहा था।
- दलहन के निर्यात में चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों के दौरान पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 90.49 प्रतिशत की बढोतरी देखी गई है जबकि इसी अवधि के दौरान मसूर का निर्यात 206 मिलियन डॉलर (अप्रैल-नवंबर 2021-22) से बढ़कर 392 मिलियन डॉलर (अप्रैल-नवंबर 2022-23) तक पहुंच गया।
- वित्त वर्ष 2022-23 के आठ महीनों में बासमती चावल के निर्यात में 39.26 प्रतिशत की बढोतरी देखी गई जब इसका निर्यात 2063 मिलियन डॉलर (अप्रैल-नवंबर 2021-22) से बढ़कर 2873 मिलियन डॉलर (अप्रैल-नवंबर 2022) तक चला गया। वित्त वर्ष 2022-23 के आठ महीनों में गैर-बासमती चावल के निर्यात में 5 प्रतिशत की बढोतरी देखी गई जब इसका निर्यात पिछले वित्त वर्ष के 3930 मिलियन डॉलर से बढ़कर चालू वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 4109 मिलियन डॉलर हो गया।
- चालू वित्त वर्ष के आठ महीनों में पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 88.45 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि अन्य अनाजों के निर्यात में 12.90 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। पोल्ट्री उत्पादों का निर्यात चालू वित्त वर्ष के आठ महीनों के दौरान 82 मिलियन डॉलर था, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान यह निर्यात 43 मिलियन डॉलर रहा था।
- इसी प्रकार, डेयरी उत्पादों के निर्यात में 33.77 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जिसका निर्यात अप्रैल-नवंबर 2022 के दौरान बढ़कर 421 मिलियन डॉलर हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान इसका निर्यात 315 मिलियन डॉलर का रहा था।
- चालू वित्त वर्ष के आठ महीनों में गेहूं निर्यात में 29.29 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई जब इसका निर्यात अप्रैल-नवंबर 2021 के 1166 मिलियन डॉलर की तुलना में बढ़ कर अप्रैल-नवंबर 2022 के दौरान 1508 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
- अन्य अनाजों का निर्यात अप्रैल-नवंबर 2021 के 619 मिलियन डॉलर की तुलना में बढ़ कर अप्रैल-नवंबर 2022 के 699 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया तथा पशुधन उत्पादों का निर्यात अप्रैल-नवंबर 2021 के 2665 मिलियन डॉलर की तुलना में बढ़ कर अप्रैल-नवंबर 2022 के दौरान 2709 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
- संयुक्त अरब अमीरात के साथ कृषि तथा प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों पर वर्चुअल क्रेता विक्रेता बैठकों के आयोजन के द्वारा भारत में पंजीकृत भौगोलिक संकेतकों (जीआई) वाले उत्पादों एवं अमेरिका के साथ हस्तशिल्प सहित जीआई उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए भी कई अभिनव कदम उठाए गए।
2.ग्रामीण विकास मंत्रालय ने प्रज्ज्वला चैलेंज लॉन्च किया
सामान्य अध्ययन 3
अर्थव्यवस्था
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
मुख्य परीक्षा: ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर जोर और भारत के लिए इसके निहितार्थ
संदर्भ:
- दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने वाले विचारों, समाधानों और कार्यों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से प्रज्ज्वला चैलेंज शुरू किया है।
विवरण:
- यह उन प्लेटफार्मों में से एक है जहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने की क्षमता रखने वाले व्यक्तियों, सामाजिक उद्यमों, स्टार्टअप, निजी क्षेत्र, नागरिक समाज, समुदाय आधारित संगठन, शैक्षणिक संस्थान, स्टार्ट-अप, इन्क्यूबेशन केंद्रों, निवेशकों आदि से विचार आमंत्रित किए जाते हैं।
- ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव शैलेश कुमार सिंह ने प्रज्ज्वला चैलेंज का शुभारंभ किया। यह मिशन नवीन प्रौद्योगिकी समाधान, समावेशी विकास, मूल्य श्रृंखला हस्तक्षेप, बढ़ी हुई महिला उद्यमिता, लागत प्रभावी समाधान, स्थिरता, स्थान-आधारित रोजगार, स्थानीय मॉडल आदि के बारे में विचारों और समाधानों की तलाश कर रहा है। व्यापक रूपरेखा निम्नलिखित श्रेणियों में आती है:
- महिलाओं और समुदाय के हाशिए पर पड़े वर्ग पर ध्यान देना
- स्थानीयकृत मॉडल
- वहनीयता
- लागत प्रभावी समाधान
- बहु-क्षेत्रीय विचार और समाधान आदि
- इसके लिए आवेदन 29 दिसंबर, 2022 से 31 जनवरी, 2023 तक मंगाए गए हैं। चुने (शॉर्टलिस्ट) गए विचारों को मिशन द्वारा स्वीकार किया जाएगा और एक विशेषज्ञ पैनल से मेंटरशिप सपोर्ट और स्केल अप करने के लिए इनक्यूबेशन सपोर्ट प्रदान किया जाएगा।
- डीएवाई-एनआरएलएम ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रमुख गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों में से एक है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण गरीबों के लिए कुशल और प्रभावी संस्थागत मंच तैयार करना है, जिससे उन्हें स्थायी आजीविका वृद्धि और वित्तीय सेवाओं तक बेहतर पहुंच के माध्यम से घरेलू आय में वृद्धि करने में सक्षम बनाया जा सके। मिशन आजीविका वृद्धि के लिए केंद्रित है।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1.कोयला मंत्रालय द्वारा खान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आठ इको-पार्क का निर्माण, 2023 तक दो और पार्क बनकर तैयार हो जायेंगे
- इको-पार्क विकसित करने और खान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, कोयला मंत्रालय के जारी प्रयासों के तहत देश के विभिन्न हिस्सों में आठ इको-पार्क बनाए गए हैं और ऐसे दो और पार्क 2022-23 तक बनकर तैयार हो जाएंगे।
- केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने अक्टूबर, 2022 में WCLके झुरे/बाल गंगाधर तिलक इको-पार्क का उद्घाटन किया था। NLCIL ने खान-I और खान-II में इको-पर्यटन को बढ़ावा देने और सतत खनन गतिविधियों को प्रदर्शित करने के लिए हाल ही में पांडिचेरी पर्यटन विकास निगम (PTDC) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
- सिंगरौली इको-पर्यटन सर्किट को प्रोत्साहन देने के लिए NCL और मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के बीच MOU और WCL द्वारा महाराष्ट्र के पर्यटन निदेशालय के साथ एक अन्य MOU भी कोयला क्षेत्र में इको-पर्यटन को बढ़ावा देंगे।
- सतत विकास और हरित पहल के अनुरूप कोयला/लिग्नाइट PSU ने इस वर्ष जनवरी से नवंबर तक 2300 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 47 लाख पौधे लगाए हैं।
2.भारतीय तट रक्षक ने 10 मल्टीकॉप्टर (वीटीओएल) ड्रोन के लिए पहला अनुबंध संपन्न किया
- समुद्री निगरानी और रोक या इंटरडिक्शन क्षमताओं को प्रमुखता से बढ़ावा देते हुए भारतीय तटरक्षक ने भारत सरकार की ड्रोन प्रौद्योगिकी अपनाने की नीति के अनुरूप 10 मल्टीकॉप्टर (वीटीओएल) ड्रोन के लिए पहला अनुबंध संपन्न किया है।
- ये ड्रोन चलते जहाजों के साथ ही साथ शोर स्टेशनों, दोनों स्थानों से लॉन्च किए जा सकते हैं तथा आईसीजी इकाई के निगरानी और सुरक्षा परिचालनों के दौरान ये अपने दायरे के भीतर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में समर्थ होंगे।
- इसके अलावा, ये ड्रोन दिन के साथ-साथ रात में भी तलाश और बचाव (एसएआर) में सहायता करने वाले हैं। आईसीजी ने भारत के समुद्री क्षेत्रों तथा तलाश एवं बचाव के कार्य में लगातार बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए 2025 तक 100 अतिरिक्त ड्रोन शामिल करने की योजना बनाई है।
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लिंक किए गए लेख में 29 दिसंबर 2022 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
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