बिहार लोक सेवा आयोग संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा सबसे प्रसिद्ध राज्य लोक सेवा परीक्षाओं (State PCS) में से एक है । हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होते हैं । इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर आप उच्च प्रशासनिक व पुलिस पदों पर नियुक्त हो सकते हैं । BPSC 69वीं संयुक्त (प्रारम्भिक) प्रतियोगिता परीक्षा तिथि की घोषणा कर दी गई है । यह 30 सितम्बर, 2023 को आयोजित की जाएगी । हालाँकि अभी आयोग की तरफ से परीक्षा का आवेदन (notification) जारी नहीं किया गया है और परीक्षा की कोई निश्चित तिथि की भी घोषणा नहीं की गई है । परीक्षा की तिथि सम्बन्धी सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण एवं लेटेस्ट जनकारी आप हमारी वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं । अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थी लिंक किये गये हमारे अंग्रेजी पेज BPSC Exam Pattern पर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
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परीक्षा योजना
सभी राज्यों की तरह बिहार लोक सेवा आयोग की संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा भी तीन चरणों में होती है :- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार । आइये परीक्षा के तीनों चरणों की योजना पर चर्चा करता हैं ।
प्रारंभिक परीक्षा: प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन विषय का एक पत्र होता है, जिसके सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकृति के बहुविकल्पीय (MCQ) होंगे । परीक्षा की अवधि दो घंटे की होगी और कुल अंक 150 होंगे | प्रश्नवार बहुविकल्पीय उत्तरों में से प्रश्नवार किसी एक उत्तर का चयन अपेक्षित होगा । (नोट: प्रारंभिक परीक्षा महज जाँच परीक्षा होगी, जिसके आधार पर मुख्य परीक्षा हेतु उम्मीदवारों का चयन किया जायेगा । मुख्य परीक्षा के लिए चुने जाने वाले उम्मीवारों की संख्या कुल संसूचित रिक्तियों की दस (10) गुणी होगी । कोटिवार समान कट ऑफ अंक प्राप्त करने वाले सभी उम्मीदवारों का चयन मुख्य परीक्षा के लिए किया जायेगा) । उल्लेखनीय है कि पहले BPSC प्रारंभिक परीक्षा में नकारात्मक अंकन (negative marking) का प्रावधान नहीं था लेकिन 68वीं परीक्षा से इसमें नकारात्मक अंकन की व्यवस्था की गई है ।
इस परीक्षा के लिए आपकी रणनीति यह होनी चाहिए कि अधिक से अधिक तथ्यों व सूचनाओं का संग्रह अपनी मेमोरी में कर सकें । परीक्षा के इस स्तर पर आपके सामान्य ज्ञान का परिक्षण किया जायेगा । साथ ही बिहार से संबंधित अधिक से अधिक तथ्यों का अध्ययन गहनता से करें । गत वर्षों के प्रश्नों का जितना अधिक अभ्यास आप करेंगे आपकी सफलता की संभावना भी उतनी ही अधिक होगी । इस परीक्षा में लगभग 10-15 प्रतिशत प्रश्न हर वर्ष प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में रिपीट किये जाते हैं ।
प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम : प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य विज्ञान, राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं, भारत का इतिहास तथा बिहार के इतिहास की प्रमुख विशेषताएं, सामान्य भूगोल, बिहार के प्रमुख भौगोलिक प्रभाग तथा यहाँ की महत्वपूर्ण नदियां, भारत की राज्य व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था, आजादी के पश्चात् बिहार की अर्थ-व्यवस्था के प्रमुख परिवर्तन, भारत का राष्ट्रीय आन्दोलन तथा इसमें बिहार का योगदान एवम् सामान्य मानसिक योग्यता को जाचने वाले प्रश्न होंगे ।
सामान्य मानसिक योग्यता को जांचने वाले प्रश्न
- सामान्य विज्ञान के अन्तर्गत दैनिक अनुभव तथा प्रेक्षण से संबंधित विषयों सहित विज्ञान की सामान्य जानकारी तथा परिबोध पर ऐसे प्रश्न पूछे जायेंगे, जिसकी किसी भी सुशिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जा सकती है, जिसने वैज्ञानिक विषयों का विशेष अध्ययन नहीं किया है ।
- इतिहास के अन्तर्गत विषय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में विषय की सामान्य जानकारी पर विशेष ध्यान दिया जायेगा । परीक्षार्थियों से आशा की जाती है कि वे बिहार के इतिहास की मुख्य घटनाओं से परिचित होंगे ।
- भूगोल विषय में “भारत तथा बिहार के भूगोल पर विशेष ध्यान दिया जायेगा । भारत तथा बिहार का भूगोल के अन्तर्गत देश के सामाजिक तथा आर्थिक भूगोल से संबंधित प्रश्न होंगे, जिनमें भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक साधनों की प्रमुख विशेषताएँ सम्मिलित होंगी ।
- भारत की राज्य व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था के अन्तर्गत देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास तथा भारतीय योजना (बिहार के संदर्भ में भी) सम्बन्धी जानकारी का परीक्षण किया जायेगा “भारत के राष्ट्रीय आंदोलन” के अन्तर्गत उन्नीसवीं शताब्दी के पुनरूत्थान के स्वरूप और स्वभाव राष्ट्रीयता का विकास तथा स्वतंत्रता प्राप्ति से संबंधित प्रश्न पूछे जायेंगे परीक्षार्थियों से आशा की जाती है कि वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बिहार की भूमिका पर पूछे गए प्रश्नों के भी उत्तर दें ।
मुख्य परीक्षा : जैसा की पहले बताया गया है, प्रा. परीक्षा के आधार पर मुख्य परीक्षा हेतु उम्मीदवारों का चयन किया जाता है । मुख्य परीक्षा के लिए चुने जाने वाले उम्मीवारों की संख्या कुल संसूचित रिक्तियों की लगभग दस (10) गुणी होती है । मुख्य (लिखित) परीक्षा में कुल 4 प्रश्न पत्र होते हैं । 3 अनिवार्य विषय- 1. सामान्य हिन्दी (100 अंक), सामान्य अध्ययन पत्र-1 एवं सामान्य अध्ययन पत्र- 2 (प्रत्येक पत्र 300 अंकों के) । सामान्य हिन्दी विषय में 30 प्रतिशत लब्धांक प्राप्त करना अनिवार्य होगा, किन्तु मेघा निर्धारण के प्रयोजनार्थ इसकी गणना नहीं की जायेगी । इसके अतिरिक्त प्रत्येक अभ्यर्थी को वैकल्पिक विषयों के विषय कोड 04 से विषय कोड- 37 तक में से किसी भी एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होगा, जो 300 अंको का होगा । प्रत्येक विषय की परीक्षा तीन घंटे की होगी ।
मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थी के सूचना संग्रह का परिक्षण न कर उसकी अभिप्रेषन व अभिव्यक्ति क्षमता का परिक्षण किया जाता है । इस परीक्षा की तैयारी के लिए आपको यह सलाह दी जाती है कि तथ्यों को याद करने की अपेक्षा मूलभूत अवधारणाओं को समझने का प्रयास अधिक से अधिक करें । अलग- अलग किताबों को एक-एक बार पढने की अपेक्षा एक -दो मानक किताबों को ही बार -बार पढने की सलाह भी टॉपर्स द्वारा दी जाती है । साथ ही लिखने का अधिक से अधिक अभ्यास एवं पाठ्यक्रम को कठोरता से फॉलो करना अत्यंत आवश्यक है ।
(अनिवार्य विषय एवं उनके कोड : 1. सामान्य हिन्दी (01); 2. सामान्य अध्ययन प्रथम पत्र (02); 3.सामान्य अध्ययन, द्वितीय पत्र (03) )
मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम
1.सामान्य हिंदी – इस प्रश्न पत्र में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के माध्यमिक (सेकंडरी) स्तर के होंगे । इस परीक्षा में सरल हिंदी में अपने भावों को स्पष्टत: एवं शुद्ध -शुद्ध रूप में व्यक्त करने की क्षमता और सहज बोध शक्ति की जाँच समझी जाएगी । इस प्रश्न पत्र में अंकों का विवरण इस प्रकार होगा :
निबंध -30 अंक
व्याकरण -30 अंक
वाक्य विन्यास -25 अंक
संक्षेपण -15 अंक
2.सामान्य अध्ययन -1 : भारत का आधुनिक इतिहास और भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व का वर्तमान घटना चक्र, सांख्यिकी विश्लेषण आरेखन और चित्रण ।
(नोट : पत्र- 1 में आधुनिक भारत ( तथा बिहार के विशेष सन्दर्भ में) के इतिहास और भारतीय संस्कृति के अन्तर्गत लगभग उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य भाग से लेकर देश के इतिहास की रूप रेखा के साथ-साथ गाँधी, रवीन्द्र और नेहरू से संबंधित प्रश्न भी सम्मिलित होंगे । बिहार के आधुनिक इतिहास के संदर्भ में प्रश्न इस क्षेत्र में पाश्चात्य शिक्षा (प्रौद्योगिकी शिक्षा समेत) के आरम्भ और विकास से पूछे जाएंगे । इसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बिहार की भूमिका से संबंधित प्रश्न रहेंगे । ये प्रश्न मुख्यतः संथाल विद्रोह, बिहार में 1857 विरसा का आन्दोलन, चम्पारण सत्याग्रह तथा 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन से पूछे जाएँगे । परीक्षार्थियों से आशा की जाती है कि वे मौर्य काल तथा पाल काल की कला और पटना कलम चित्रकला की मुख्य विशेषताओं से परिचित होंगे । सांख्यिकीय विश्लेषण आरेखन और सचित्र निरूपण से संबंधित विषयों में सांख्यिकीय आरेखन या चित्रात्मक रूप से प्रस्तुत सामग्री की जानकारी के आधार पर सहज बुद्धि का प्रयोग करते हुए कुछ निष्कर्ष निकालना और उसमें पाई गई कमियों सीमाओं और असंगतियों का निरूपण करने की क्षमता की परीक्षा होगी)
3.सामान्य अध्ययन -2 : भारतीय राज्य व्यवस्था, भारतीय अर्थ व्यवस्था और भारत का भूगोल, भारत के विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका और प्रभाव ।
(नोट : पत्र- 2 में भारतीय राज्य व्यवस्था से संबंधित खंड में भारत की ( तथा बिहार की) राजनीतिक व्यवस्था से संबंधित प्रश्न होंगे । भारतीय अर्थ व्यवस्था और भारत तथा बिहार के भूगोल से संबंधित खंड में भारत की योजना और भारत के भौतिक, आर्थिक और सामाजिक भूगोल से संबंधित प्रश्न पूछे जाएँगे । भारत के विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व और प्रभाव से संबंधित तीसरे खंड में ऐसे प्रश्न पूछे जाएँगे, जो भारत तथा बिहार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व के बारे में उम्मीदवार की जानकारी की परीक्षा करे । इनमें प्रायोगिक पक्ष पर बल दिया जाएगा)
साक्षात्कार अथवा व्यक्तित्व परीक्षण : मुख्य परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है जो कि 120 अंकों का होता है । साक्षात्कार का उद्देश्य उम्मीदवार के दृष्टिकोण, व्यक्तित्व का परीक्षण करना और प्रशासन में करियर के लिए उसकी समग्र उपयुक्तता का आकलन करना है । अतः साक्षात्कार के लिए आपकी रणनीति यह होनी चाहिए कि अपने व्यक्तित्व में गंभीरता, परिपक्वता, तार्किक विश्लेषणात्मक क्षमता और सकारात्मक सोच लायें । साक्षात्कार परिषद (interview board) को आपकी उपस्थिति महसूस होनी चाहिए ।
मुख्य परीक्षा के लिए ऐच्छिक विषयों की सूचि | |||
क्रम | विषय | Subject | विषय कोड |
1 | कृषि विज्ञान | Agriculture | 04 |
2 | पशुपालन तथा पशु चिकित्सा विज्ञान | Animal Husbandry & Veterinary Science | 05 |
3 | मानव विज्ञान | Anthropology | 06 |
4 | वनस्पति विज्ञान | Botany | 07 |
5 | रसायन विज्ञान | Chemistry | 08 |
6 | सिविल इंजीनियरिंग | Civil Engineering | 09 |
7 | वाणिज्यिक शास्त्र तथा लेखा विधि | Commerce & Accountancy | 10 |
8 | अर्थशास्त्र | Economics | 11 |
9 | विद्युत इंजीनियरिंग | Electrical Engineering | 12 |
10 | भूगोल | Geography | 13 |
11 | भू-विज्ञान | Geology | 14 |
12 | इतिहास | History | 15 |
13 | श्रम एवं समाज कल्याण | Labour and Social Welfare | 16 |
14 | विधि | Law | 17 |
15 | प्रबन्ध | Management | 18 |
16 | गणित | Mathematics | 19 |
17 | यांत्रिक इंजीनियरिंग | Mechanical Engineering | 20 |
18 | दर्शन शास्त्र | Philosophy | 21 |
19 | भौतिकी | Physics | 22 |
20 | राजनीति विज्ञान तथा अन्तर्राष्ट्रीय संबंध | Political Science And International Relations | 23 |
21 | मनोविज्ञान | Psychology | 24 |
22 | लोक प्रशासन | Public Administration | 25 |
23 | समाज शास्त्र | Sociology | 26 |
24 | सांख्यिकी | Statistics | 27 |
25 | प्राणी विज्ञान | Zoology | 28 |
26 | हिन्दी भाषा और साहित्य | Hindi Language & Literature | 29 |
27 | अंग्रेजी भाषा और साहित्य | English Language & Literature | 30 |
28 | उर्दू भाषा और साहित्य | Urdu Language & Literature | 31 |
29 | बंगला भाषा और साहित्य | Bangla Language & Literature | 32 |
30 | संस्कृत भाषा और साहित्य | Sanskrit Language & Literature | 33 |
31 | फारसी भाषा और साहित्य | Persian Language & Literature | 34 |
32 | अरबी भाषा और साहित्य | Arabic Language & Literature | 35 |
33 | पाली भाषा और साहित्य | Pali Language & Literature | 36 |
34 | मैथिली भाषा और साहित्य | Maithili Language & Literature | 37 |
शैक्षणिक योग्यता एवं उम्र सीमा
शैक्षणिक योग्यता : बिहार लोक सेवा आयोग की 69वीं संयुक्त (प्रारम्भिक) प्रतियोगिता परीक्षा के आवेदन भरने की अंतिम तिथि तक आवेदक को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Bachelor) अथवा समतुल्य परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है । ऑनलाईन आवेदन भरते समय आवेदक को शैक्षणिक योग्यता के कॉलम में स्नातक या समतुल्य उत्तीर्णता संबंधी पूर्ण सूचना देनी होती है ।
उम्र सीमा : बिहार लोक सेवा आयोग की 69वीं संयुक्त (प्रारम्भिक) प्रतियोगिता परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए न्यूनतम उम्र सेवावार, 20 वर्ष, 21 वर्ष एवं 22 वर्ष एवं अधिकतम अनारक्षित (पुरुष)- 37 वर्ष, अनारक्षित (महिला), पिछड़ा वर्ग एवं अत्यन्त पिछड़ा वर्ग (पुरूष एवं महिला ) 40 वर्ष तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (पुरूष एवं महिला)- 42 वर्ष है। उम्र सम्बन्धी सेवावार विस्तृत जानकारी के लिए नीचे दी गई तालिका देखें।
सेवावार न्यूनतम एवं अधिकतम उम्र सीमा | ||||
क्रम सं. | पद /विभाग /सम्वर्ग | न्यूनतम उम्र | अधिकतम उम्र | |
1 | बिहार प्रशासनिक सेवा (अनुमण्डल पदाधिकारी / वरीय उपसमाहर्ता एवं समकक्ष) सामान्य प्रशासन विभाग | 22 वर्ष | अनारक्षित (पुरुष)- 37 वर्ष,
अनारक्षित (महिला), पिछड़ा वर्ग एवं अत्यन्त पिछड़ा वर्ग (पुरूष एवं महिला ) 40 वर्ष , अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (पुरूष एवं महिला)- 42 वर्ष |
|
2 | राज्य-कर- सहायक आयुक्त (बिहार वित्त सेवा), वाणिज्य-कर- विभाग | 22 वर्ष | ||
3 | अवर निर्वाचन पदाधिकारी, (बिहार निर्वाचन सेवा) निर्वाचन विभाग | 22 वर्ष | ||
4 | बिहार शिक्षा सेवा (प्रशासन उप संवर्ग), शिक्षा विभाग | 22 वर्ष | ||
5 | नियोजन पदाधिकारी / जिला नियोजन पदाधिकारी (राजपत्रित) (बिहार नियोजन सेवा) श्रम संसाधन विभाग | 22 वर्ष | ||
6 | श्रम अधीक्षक, (बिहार श्रम सेवा) श्रम संसाधन विभाग | 22 वर्ष | ||
7 | जिला अंकेक्षण पदाधिकारी, सहयोग समितियाँ एव समकक्ष, (बिहार सहकारिता अंकेक्षण सेवा) सहकारिता विभाग | 22 वर्ष | ||
8 | सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा, (बिहार सामाजिक सुरक्षा सेवा) समाज कल्याण विभाग | 22 वर्ष | ||
9 | सहायक निदेशक, बाल संरक्षण सेवा, समाज कल्याण विभाग | 21 वर्ष | ||
10 | सहायक योजना पदाधिकारी / सहायक निदेशक, (बिहार योजना सेवा) योजना एवं विकास विभाग | 21 वर्ष | ||
11 | ग्रामीण विकास पदाधिकारी (बिहार ग्रामीण विकास सेवा संवर्ग). ग्रामीण विकास विभाग | 21 वर्ष | ||
12 | नगर कार्यपालक पदाधिकारी, (बिहार नगरपालिका सेवा) नगर विकास एवं आवास विभाग | 21 वर्ष | ||
13 | राजस्व अधिकारी एवं समकक्ष, (बिहार राजस्व सेवा), राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग | 22 वर्ष | ||
14 | आपूर्ति निरीक्षक, (बिहार आपूर्ति सेवा). खाद्य एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग | 21 वर्ष | ||
15 | प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी (बिहार पंचायत सेवा). पंचायती राज विभाग | 21 वर्ष | ||
16 | प्रखंड अनु. जाति एवं अनु. जनजाति कल्याण पदाधिकारी, (बिहार अनु. जाति एवं अनु. जनजाति कल्याण पदाधिकारी संवर्ग). अनु. जाति एवं अनु. जनजाति कल्याण विभाग | 21 वर्ष |
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