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CSAT - UPSC प्रारंभिक परीक्षा प्रश्नपत्र II : पाठ्यक्रम और रणनीति

CSAT का फुल फॉर्म सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट अर्थात सिविल सेवा योग्यता परीक्षा है। इसे वर्ष 2011 में UPSC सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के एक भाग के रूप में IAS प्रतियोगियों के विश्लेषणात्मक कौशल, तर्क क्षमता और योग्यता का परीक्षण करने के लिये लागू किया गया था।

CSAT परीक्षा के लिये इस व्यापक दिशानिर्देश में, हमने निम्नलिखित विषयों को शामिल किया है:

  1. CSAT
  2. CSAT परीक्षा प्रारूप और CSAT सिलेबस 2022
  3. CSAT प्रश्नपत्र डाउनलोड करें (2014-2021)
  4. CSAT ट्रेंड एनालिसिस (2011- 2021)

हालाँकि UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में आधिकारिक तौर पर सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II के रूप में प्रसिद्द CSAT को सम्मिलित करने पर विवाद अभी भी जारी है।  नवीनतम समाचारों के अनुसार, सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट UPSC प्रारंभिक परीक्षा का हिस्सा बना रहेगा। 

CSAT परीक्षा 2022 के बारे में नवीनतम अपडेट:

CSAT 2022,  परीक्षा 5 जून 2022 के लिये  निर्धारित है। विगत IAS प्रारंभिक परीक्षा 10 अक्टूबर 2021 को आयोजित की गई थी और प्रतियोगी अपने संदर्भ के लिये नीचे दिये गए UPSC प्रारंभिक परीक्षा  प्रश्नपत्र – II का PDF डाउनलोड कर सकते हैं:

UPSC प्रारंभिक परीक्षा 2021: CSAT प्रश्नपत्र यहाँ से डाउनलोड कीजिये।

UPSC प्रारंभिक परीक्षा 2021: CSAT प्रश्नपत्र :

Download PDF Here download symbol

CSAT

CSAT से तात्पर्य सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट है। यह UPSC प्रारंभिक परीक्षा  का एक हिस्सा है। हालाँकि, UPSC की सिविल सेवा परीक्षा इस प्रश्नपत्र को सामान्य अध्ययन (GS) प्रश्नपत्र – II के रूप में संदर्भित करता है।

इसलिये, UPSC प्रारंभिक परीक्षा के संदर्भ में, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र – II CSAT को संदर्भित करता है जबकि UPSC मुख्य परीक्षा के संदर्भ में, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र – II PSIR से संबंधित  (आदि) प्रश्नपत्र है। प्रतियोगियों को सलाह दी जाती है कि भ्रम से बचने के लिये UPSC प्रारंभिक परीक्षा में पूरा UPSC CSE पाठ्यक्रम और CSAT के पाठ्यक्रम को समझें।

IAS में प्रारंभिक परीक्षा से क्या तात्पर्य है?

प्रारंभिक परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) का पहला चरण है।

UPSC 2022 के लिये आधिकारिक अधिसूचना 2 फरवरी को जारी होने की आशा है जिसमें विस्तृत और अद्यतन CSAT पाठ्यक्रम का उल्लेख होगा। तब तक, उम्मीदवार 2021 की UPSC अधिसूचना के अनुसार, IAS प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र I और II के पाठ्यक्रम पर नीचे चर्चा कर सकते हैं।

 UPSC CSE में तीन चरण शामिल हैं:

  1.   UPSC प्रारंभिक परीक्षा– 2 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नपत्र
  2.   UPSC मुख्य परीक्षा- 9 थ्योरी प्रश्नपत्र
  3.   व्यक्तित्व परीक्षण 

UPSC प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र हैं:

  1. सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- I
  2. सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II या CSAT

विस्तृत विश्लेषण के लिये UPSC प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम देखें।

CSAT परीक्षा का प्रारूप

CSAT या सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट वर्ष 2011 में प्रतियोगियों के विश्लेषणात्मक कौशल का परीक्षण करने के लिये लागू किया गया था। यह UPSC प्रारंभिक परीक्षा का दूसरा प्रश्नपत्र है। आधिकारिक तौर पर, इसे सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II के रूप में जाना जाता है।

 UPSC के लिये  CSAT परीक्षा प्रारूप:

  •  प्रश्नों की संख्या: 80 वस्तुनिष्ठ प्रकार (MCQ) प्रश्न
  • नकारात्मक अंकन: हाँ (प्रश्न के लिये अधिकतम अंकों का ⅓)
  • समय: 2 घंटे
  • परीक्षा का प्रकार: ऑफलाइन परीक्षा
  • CSAT परीक्षा की तिथि: 5 June 2022
  • CSAT परीक्षा के प्रश्नपत्र की भाषा: अंग्रेजी / हिंदी
  • अधिकतम अंक: 200
  • CSAT योग्यता अंक: 66 अंक (33% योग्यता मानदंड)

CSAT पाठ्यक्रम– सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र II – UPSC प्रारंभिक परीक्षा 2022

UPSC 2022 के लिये CSAT (सिविल सेवा योग्यता परीक्षा) पाठ्यक्रम में निम्नलिखित व्यापक श्रेणियाँ शामिल होंगी:

  • बोधगम्यता
  • संचार कौशल सहित अंतर – वैयक्तिक कौशल
  • तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
  • निर्णय लेना और समस्या समाधान
  • सामान्य मानसिक योग्यता
  • मूल संख्यात्मकता (संख्याएँ और उनके संबंध, परिमाण के क्रम, आदि) (कक्षा X स्तर), डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ़, टेबल, डेटा पर्याप्तता, आदि- कक्षा X स्तर)

CSAT (सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II) के लिये सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें:

UPSC प्रीलिम्स- CSAT (सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II) में सफल होने के लिये IAS टॉपर्स द्वारा अनुशंसित पुस्तकों की सूची नीचे दी गई हैं:

  1.   CSAT प्रश्नपत्र- II -टी.एम.एच प्रकाशन
  2.   एनालिटिकल रीजनिंग – एम. ​​के. पाण्डेय
  3.   मौखिक और गैर-मौखिक रीजनिंग – आर.एस. अग्रवाल

चूँकि UPSC सिविल सेवा परीक्षा में CSAT परीक्षा 2015 में केवल पात्रता मानदंड के रूप में परिणत कर दी गई थी, इसलिये प्रतियोगियों को मुख्य परीक्षा के लिये अर्हता प्राप्त करने के लिये  केवल 33% अंक अर्जित करने की आवश्यकता है, बशर्ते कि वे UPSC प्रारंभिक परीक्षा मे सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र – I में कट ऑफ से अधिक अंक प्राप्त करें।

CSAT में क्वालिफाइंग प्रकृति और कक्षा 10 के स्तर के मानक प्रश्नों का अर्थ है कि गंभीर प्रतियोगियों को कई पुस्तकों को पढ़ने की आवश्यकता नहीं है। 

सबसे पहले, सभी प्रतियोगियों को CSAT के लिये UPSC के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने का प्रयास करना चाहिये और फिर तैयारी की रणनीति अपने क्षमता के अनुरूप तय करनी चाहिये।

CSAT अंक योजना 

  1. CSAT प्रश्नपत्र में 80 प्रश्न होते हैं जिन्हें प्रतियोगियों को केवल 2 घंटे के आवंटित समय में हल करना होता है।
  2. CSAT प्रश्नपत्र में प्रत्येक प्रश्न के लिये 2.5 अंक का मानदंड होता है अर्थात प्रश्नपत्र कुल  200 अंक का होता है।
  3. प्रतियोगियों को यह याद रखना चाहिये  कि CSAT पेपर में नकारात्मक अंकन व्यवस्था है। 
  4. प्रत्येक गलत उत्तर के लिये, प्रतियोगियों को उस प्रश्न के लिये आवंटित कुल अंकों का 1/3 दंड के रूप में काट दिया जाता है, अर्थात 0.83 अंक काटे जाएंगे।
  5. यदि किसी प्रश्न का प्रयास नहीं किया जाता है, अर्थात, प्रतियोगी उसे OMR शीट पर खाली छोड़ देता है, तो उस प्रश्न के लिये कोई अंक नहीं काटा जाएगा।

IAS प्रारंभिक परीक्षा 2022 के लिये CSAT रणनीति 

  1. प्रतियोगियों को यह सोचकर CSAT प्रश्नपत्र  को नजरअंदाज नहीं करना चाहिये  कि यह केवल एक क्वालिफाइंग प्रश्नपत्र है।
  2. यदि प्रतियोगियों को लगता है कि उनकी सामान्य अंग्रेजी समझ और बुनियादी गणितीय कौशल सही नहीं हैं, तो उन्हें CSAT प्रश्नपत्र को अच्छा समय देना चाहिये।
  3. यह विशेष रूप से मानविकी और कला पृष्ठभूमि के प्रतियोगियों के लिये आवश्यक है जो अपने स्कूल के दिनों से ऐसे विषयों के संपर्क में नहीं हैं।
  4. उन प्रतियोगियों के लिये जो CSAT प्रश्नपत्र में पूछे गए प्रश्नों के प्रकार से सहज हैं, CSAT के लिये UPSC पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों की पर्याप्त संख्या का अभ्यास करेंगे।
  5. लेकिन अगर प्रतियोगी CSAT प्रश्न पत्रों का अभ्यास नहीं करते हैं, तो दो घंटे की निर्धारित समय सीमा में 80 प्रश्नों को पूरा करना बहुत मुश्किल होगा।
  6. याद रखें, प्रतियोगियों को कम से कम 66 अंक प्राप्त करने चाहिये। यदि वे उत्तीर्ण नहीं होते हैं, यहाँ  तक ​​कि सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्र में बहुत अधिक अंक भी प्राप्त किये गये, तो भी वो IAS प्रारंभिक चरण को पास करने में स्वयं की मदद नहीं कर पाएँगे।
  7. प्रतियोगियों को CSAT प्रश्नपत्र में गणित के प्रश्नों को हल करने में अपनी गति बढ़ाने के लिये, कुछ अच्छी तरह से उपयोग की जाने वाली गणितीय ट्रिक्स की मदद ले सकते हैं।  
  8. डेटा इंटरप्रिटेशन, लॉजिकल रीजनिंग आदि से प्रश्न आम तौर पर आसान होते हैं लेकिन अगर प्रतियोगी उनसे अपरिचित हैं, तो उनका जवाब देना एक दुष्कर कार्य हो सकता है। यहीं पर अभ्यास आवश्यक हो जाता है।
  9. साथ ही, CSAT के कुछ प्रश्न लंबे और काफी समय लेने वाले होते हैं। इसलिये प्रतियोगियों के हेतु मॉक परीक्षण  प्रश्नपत्र का अभ्यास करना या एक विश्वसनीय CSAT परीक्षण सीरीज़ के लिये नामांकन करना अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।

CSAT के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र – (2014-2020)

UPSC CSAT (IAS प्रारम्भिक परीक्षा -सामान्य अध्ययन  -II) के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र के PDF को डाउनलोड करने के लिये  नीचे दिये  गए लिंक पर जाएँ:

वर्ष Download Link For CSAT Paper
2020 UPSC प्रारंभिक परीक्षा 2020-CSAT
2019 UPSC  प्रारंभिक  परीक्षा 2019-CSAT
2018 UPSC  प्रारंभिक  परीक्षा 2018-CSAT
2017 UPSC  प्रारंभिक  परीक्षा 2017-CSAT
2016 UPSC  प्रारंभिक  परीक्षा 2016-CSAT
2015 UPSC  प्रारंभिक  परीक्षा 2015-CSAT
2014 UPSC  प्रारंभिक  परीक्षा 2014-CSAT

 परीक्षा की प्रवृत्ति का अनुकरण करने के लिये पिछले वर्षों के CSAT प्रश्नपत्रों को निर्धारित समय सीमा में हल करने का प्रयास करें।

CSAT रुझान विश्लेषण 2011-2021

हमने नीचे दी गई तालिका में CSAT के लिये UPSC पाठ्यक्रम में विषयों के अनुसार प्रश्नों को वर्गीकृत किया है।

वर्ष/विषय गणित और मूल संख्यात्मकता तार्किक और विश्लेषणात्मक कौशल बोधगम्यता निर्णय लेना डाटा व्याख्यान
2011 11 17 39 8 5
2012 3 28 40 9 0
2013 11 21 33 6 9
2014 20 23 31 0 6
2015 30 18 30 0 2
2016 31 21 28 0 0
2017 28 22 30 0 0
2018 18 22 26 0 14
2019 32 18 30 0 0
2020 42 12 26 0 0
2021 35 15  27 1

 UPSC  प्रारंभिक परीक्षा में CSAT: एक संक्षिप्त समयरेखा

  •  वर्ष 2011 से पहले, UPSC  प्रारंभिक परीक्षा का प्रारूप वर्ष 1979 में गठित कोठारी समिति की सिफारिशों के अनुसार था।
  • उस समय, UPSC  प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र होते थे:
    • सामान्य अध्ययन  – 150 अंक
    • प्रश्नपत्र II – 23 वैकल्पिक विषयों में कोई एक विषय- 300 अंक
  • वर्ष 2010-2011 में, UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा के प्रारंभिक चरण को नया रूप दिया। अभी भी दो प्रश्नपत्र  हैं। हालाँकि, दोनों प्रश्नपत्र अब 200 अंकों के हैं।
  • UPSC  प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II, IAS प्रतियोगियों की विश्लेषणात्मक क्षमताओं को मापने के लिये एक प्रश्नपत्र बन गया। आमतौर पर, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II को CSAT (सिविल सेवा योग्यता परीक्षा) के रूप में जाना जाता है।
  • इसकी शुरुआत के बाद, CSAT पेपर को UPSC  प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-I के समान ही गिना गया था।
  • हालाँकि, इसने एक विवाद को जन्म दिया। क्योंकि मुख्य रूप से ग्रामीण पृष्ठभूमि के प्रतियोगियों ने आरोप लगाया था कि CSAT का प्रश्नपत्र UPSC परीक्षा उत्तीर्ण करने के उनके अवसर को गलत तरीके से बाधित कर रहा है।
  • इसलिये, अगस्त 2014 में, केंद्र सरकार ने घोषणा की कि CSAT में अंकों की गणना नहीं की जाएगी और यह वर्ष 2015 के बाद से केवल एक क्वालिफाइंग प्रश्नपत्र (33 प्रतिशत योग्यता मानदंड) बन गया। वर्ष 2011 के प्रतियोगियों को भी दूसरा मौका दिया गया था।
  • वर्ष 2015 से UPSC  प्रारंभिक परीक्षा में CSAT का प्रारूप वही रहा है।

CSAT का महत्व

  •  UPSC प्रारंभिक परीक्षा प्रश्नपत्र-I (सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र) और प्रश्नपत्र-II (CSAT प्रश्नपत्र) दोनों के कुल अंकों को UPSC मुख्य परीक्षा के लिये अर्हता प्राप्त करने के लिये  प्रतियोगियों की योग्यता के अंतिम क्रम (IAS प्रारंभिक रैंकिंग) का निर्धारण करने के लिये  उपयोग किया जाता था।
  • हालाँकि, प्रतियोगी समुदाय के एक वर्ग द्वारा रैंकिंग क्रम में CSAT को शामिल करने का विरोध किया गया था और UPSC ने इस विरोध के जवाब में प्रारूप में थोड़ा बदलाव किया। वर्ष 2015 में CSAT को क्वालिफाइंग प्रश्नपत्र बनाया गया था।
  • UPSC की वर्तमान परीक्षा योजना के तहत, प्रतियोगियों को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा को पास करने के लिये CSAT प्रश्नपत्र हेतु आवंटित 200 अंकों में से न्यूनतम 33% अर्थात 66 अंक प्राप्त करने होंगे।
  • केवल वे प्रतियोगी जो सामान्य अध्ययन प्रश्न-II में 66 या अधिक अंक प्राप्त करते हैं और सामान्य अध्ययन प्रश्न-1 में UPSC द्वारा निर्धारित कट ऑफ अंक को भी पार करते हैं, उन्हें सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में बैठने की अनुमति मिलती है।

UPSC, CSAT से संबंधित प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1

प्रश्न-1. UPSC, CSAT परीक्षा क्या है?

उत्तर: CSAT या सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट, UPSC प्रारंभिक परीक्षा में शामिल दो प्रश्नपत्रों में से एक है। इसमें प्रतियोगियों की विश्लेषणात्मक क्षमता, पारस्परिक कौशल और तर्क क्षमता का परीक्षण किया जाता है।

Q2

प्रश्न- 2. UPSC प्रारंभिक परीक्षा प्रश्नपत्र- II के लिये न्यूनतम अर्हक अंक क्या हैं?

उत्तर: योग्यता के लिये प्रतियोगियों को CSAT प्रश्नपत्र में न्यूनतम 66 अंक (कुल अंकों का 33%) प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। प्रश्नपत्र- II में कम से कम 66 अंक और प्रश्नपत्र- I में न्यूनतम कट ऑफ (प्रत्येक वर्ष अलग-अलग) प्राप्त करने के बाद ही कोई प्रतियोगी UPSC मुख्य परीक्षा के लिये अर्हता प्राप्त कर सकता है।

Q3

प्रश्न- 3. UPSC प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II का पाठ्यक्रम क्या है?

उत्तर: CSAT पाठ्यक्रम में शामिल विषय नीचे संक्षेप में दिये गए हैं:

  • बोधगम्यता
  • पारस्परिक और संचार कौशल
  • तार्किक और विश्लेषणात्मक तर्क
  • निर्णय लेना
  • मूल संख्या
  • सामान्य मानसिक क्षमता
Q4

प्रश्न 4. क्या UPSC प्रारंभिक परीक्षा के CSAT प्रश्नपत्र में कोई नकारात्मक अंकन है?

उत्तर: हाँ, UPSC प्रारंभिक परीक्षा प्रश्नपत्र- II में नकारात्मक अंकन (नेगेटिव मार्किंग) है।

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