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A. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। B. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित: अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध:
राजव्यवस्था:
C. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। D. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 4 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। E. संपादकीय: अर्थव्यवस्था:
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
F. प्रीलिम्स तथ्य:
G. महत्वपूर्ण तथ्य: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है।
H. UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न: I. UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न: |
03 July 2024 Hindi CNA
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सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:
कजाकिस्तान में एससीओ शिखर सम्मेलन में मोदी की जगह जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे:
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/ या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
मुख्य परीक्षा: एससीओ से सम्बन्धित जानकारी।
संदर्भ:
- विदेश मंत्री एस. जयशंकर 3-4 जुलाई को कजाकिस्तान में एससीओ (SCO) शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शिखर सम्मेलन में भाग न लेने के निर्णय से मध्य एशियाई देशों को निराशा हो सकती है, क्योंकि पहले भी बातचीत रद्द हो चुकी है।
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग जैसे नेता इसमें भाग लेंगे।
मुख्य चर्चाएँ:
- चर्चाएँ व्यापार और आतंकवाद-रोधी बहुपक्षीय सहयोग पर केंद्रित होंगी।
- जयशंकर द्वारा 4 जुलाई को सुबह पूर्ण सत्र को संबोधित करने की उम्मीद है।
- नेता संगठन की पिछली गतिविधियों और भविष्य के सहयोग की समीक्षा करेंगे।
द्विपक्षीय बैठकें और रणनीतिक साझेदारी:
- जयशंकर ने कजाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मूरत नूर्टलेउ से मुलाकात की।
- चर्चा में रणनीतिक साझेदारी का विस्तार और मध्य एशिया के साथ भारत की भागीदारी शामिल थी। मोदी अगले सप्ताह मास्को में द्विपक्षीय यात्रा के लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने वाले हैं।
भविष्य की संभावनाएँ और चुनौतियाँ:
- हाल के वर्षों में रद्द हुए कार्यक्रमों के कारण मोदी की अनुपस्थिति मध्य एशियाई नेतृत्व को प्रभावित कर सकती है।
- अगली एससीओ सरकार प्रमुखों की बैठक इस वर्ष के अंत में पाकिस्तान में होगी; अगला शिखर सम्मेलन 2025 में चीन में होगा।
- एससीओ परिषद आर्थिक संबंधों, संपर्क और क्षेत्रीय विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए अस्ताना घोषणा को अपनाएगी।
- अफगानिस्तान में विकास और तालिबान शासन के साथ सहयोग पर भी चर्चा होगी।
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सारांश:
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सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:
लोगों को फर्जी खबरों से बचाने के लिए तथ्य-जांच इकाई की जरूरत: केंद्र ने बॉम्बे हाईकोर्ट में कहा
राजव्यवस्था:
विषय: संघ और राज्यों के कार्य और जिम्मेदारियाँ।
मुख्य परीक्षा: फर्जी खबरें और उन्हें नियंत्रित करने में दुविधा
विवरण:
- बॉम्बे हाईकोर्ट केंद्र सरकार द्वारा फैक्ट-चेक यूनिट (FCU) की स्थापना के बारे में दलीलें सुन रहा है।
- FCU को सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 ( Information Technology (Intermediary Guidelines and Digital Media Ethics Code) Rules, 2021.) के नियम 3(1)(b)(v) के तहत चुनौती दी गई है।
याचिकाकर्ताओं की चिंताएँ:
- कॉमेडियन कुणाल कामरा सहित याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि एफसीयू का उद्देश्य उस जानकारी को सेंसर करना है जिसे सरकार प्रकट या बहस नहीं करना चाहती है।
- उनका तर्क है कि इससे मुक्त भाषण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि मध्यस्थ पहले से ही सामग्री को हटा सकते हैं।
सरकार का बचाव:
- सॉलिसिटर-जनरल तुषार मेहता का तर्क है कि फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने के लिए FCU आवश्यक है।
- मेहता इस बात पर जोर देते हैं कि सटीक सूचना का अधिकार उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार।
- उद्धृत उदाहरणों में चुनाव आयोग (Election Commission) के बारे में गलत सूचना और अमेरिकी महामारी के दौरान फर्जी खबरों के हानिकारक प्रभाव शामिल हैं।
FCU की भूमिका और कार्य:
- FCU को सरकार द्वारा गलत सूचनाओं को संबोधित करने के लिए एक व्यवस्थित विधि के रूप में चित्रित किया गया है।
- मेहता स्पष्ट करते हैं कि FCU अंतिम प्राधिकारी नहीं है; इस प्रक्रिया में मध्यस्थों और न्यायालयों की भूमिकाएँ हैं।
- FCU की तुलना राज्य सरकारों और निजी फर्मों में समान इकाइयों से की जाती है।
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सारांश:
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संपादकीय-द हिन्दू
संपादकीय:
मिश्रित संकेत:
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित:
अर्थव्यवस्था:
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने प्रगति,विकास तथा रोजगार से संबंधित विषय।
मुख्य परीक्षा: औद्योगिक उत्पादन पर हीट वेव का प्रभाव।
संदर्भ: मई में औद्योगिक उत्पादन का अवलोकन
- मई माह की उत्पादन आंकड़े हीटवेव के कारण औद्योगिक गतिविधि में मंदी को दर्शाते हैं।
- केवल कोयला और बिजली उत्पादन में क्रमशः 10.2% और 12.8% की दोहरे अंकों की वृद्धि देखी गई हैं।
- पिछले वर्ष की तुलना में कच्चे तेल, उर्वरक और सीमेंट उत्पादन में गिरावट आई हैं।
- प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों और स्टील में उत्पादन विस्तार में कमी देखी गई।
हीटवेव का प्रभाव:
- उत्तरी भारत में हीटवेव (heatwave) का महत्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव देखने को मिला।
- निर्माण स्थलों पर दोपहर में काम से ब्रेक लिया गया और बिजली की अधिकतम मांग 75 गीगावाट से अधिक हो गई।
- सीमेंट और स्टील की मांग कमजोर हुई, जिससे उत्पादन में क्रमिक गिरावट आई।
- उर्वरकों में कमी कृषि क्षेत्र में कमजोरी का संकेत देती है, हालांकि अप्रैल से इसमें मामूली सुधार हुआ है।
सूचकांक और सर्वेक्षण डेटा:
- कोर सेक्टर और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (Index of Industrial Production) पर आधिकारिक डेटा एक महीने से अधिक समय से पिछड़ा हुआ है।
- जून माह में HSBC इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) ने फैक्ट्री गतिविधि में उछाल दिखाया, जो मई के 57.5 से बढ़कर 58.3 पर पहुंच गया।
- निर्माताओं ने मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन, खरीद और भर्ती में वृद्धि की, जिससे रोजगार सृजन 19 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
- कर्मचारियों के खर्च, सामग्री और परिवहन लागत में वृद्धि के कारण बिक्री शुल्क में दो साल से अधिक समय में सबसे अधिक वृद्धि हुई।
नीतिगत निहितार्थ:
- मुद्रास्फीति के रुझान और भविष्य के उत्पादन में विश्वास में गिरावट आर्थिक चुनौतियों का संकेत देती है।
- नीति निर्माताओं के पास केंद्रीय बजट (Union Budget) का उपयोग करके प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में गति को मजबूत करने का अवसर है।
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सारांश:
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फ्रांस: हरित विकास में भारत का स्थायी भागीदार
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/ या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
मुख्य परीक्षा: हरित विकास में भारत-फ्रांस सहयोग।
विवरण: पृथ्वी ग्रह के लिए भारत-फ्रांस साझेदारी
- 14 जुलाई, 2023 को राष्ट्रपति मैक्रों और प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ग्रह के लिए साझेदारी’ को भारत-फ्रांस क्षितिज 2047 रोडमैप के प्रमुख स्तंभ के रूप में स्थापित किया था।
- यह साझेदारी जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता (biodiversity), स्वास्थ्य और पर्यावरण पर सहयोग पर जोर देती है।
- फ्रांस और भारत पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक-आर्थिक विकास की वकालत करते हैं और इनका लक्ष्य उत्तर-दक्षिण विभाजन को पाटने का हैं।
- संयुक्त पहलों में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance) और हरित भविष्य के लिए भारत में विभिन्न मूर्त परियोजनाएँ शामिल हैं।
फ्रांसीसी विकास एजेंसी की भूमिका:
- फ्रांसीसी विकास एजेंसी (AFD) भारत में विभिन्न स्थिरता परियोजनाओं का समर्थन करती है, जैसे कि असम में एक सींग वाले गैंडे की सुरक्षा, पुणे की मेट्रो प्रणाली और चंडीगढ़ की भविष्य की जल आपूर्ति प्रणाली।
- AFD में AFD, प्रोपार्को (निजी क्षेत्र की शाखा) और एक्सपर्टाइज़ फ़्रांस (तकनीकी सहयोग एजेंसी) शामिल हैं।
- एएफडी 150 से अधिक देशों में 4,200 से अधिक परियोजनाओं में काम करता है, तथा 2023 में 13.5 बिलियन यूरो मूल्य की 1,000 से अधिक नई परियोजनाओं को मंजूरी दे चुका है।
- भारत एक प्राथमिकता वाला साझेदार है, जिसके तहत एएफडी ने 2008 से ऊर्जा परिवर्तन, सतत शहरी विकास, जैव विविधता संरक्षण और असमानता न्यूनीकरण के क्षेत्र में लगभग 100 परियोजनाओं के लिए 4 बिलियन यूरो से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है।
हाल की परियोजनाएँ और उपलब्धियाँ:
- 2023 में, AFD ने जलवायु परिवर्तन परियोजनाओं के लिए लगभग €400 मिलियन के चार नए ऋणों को मंज़ूरी दी, जिनमें शामिल हैं:
- भारतीय सार्वजनिक बैंकों को दो क्रेडिट लाइनें।
- आपदा जोखिम प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए हिमाचल प्रदेश के लिए एक नीति ऋण।
- 20 शहरों में शहरी जल प्रबंधन और स्वच्छता लचीलापन बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम।
- 2023 में चार पर्यावरण संरक्षण परियोजनाओं पर हस्ताक्षर किए गए और उन्हें शुरू किया गया, जिनका ध्यान इस पर है:
- राजस्थान में वन क्षेत्र बढ़ाना।
- हिमाचल प्रदेश के छोटे शहरों में स्वच्छता में सुधार करना।
- 18 शहरों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ाना।
- इलेक्ट्रिक बसों और ऊर्जा-कुशल आवास के लिए भारतीय स्टेट बैंक के साथ ग्रीन क्रेडिट लाइन वितरित करना।
निजी क्षेत्र का योगदान:
- प्रॉपरको ने भारत में किसान-नेतृत्व वाले संगठन सह्याद्री में €11.2 मिलियन का निवेश किया, ताकि कृषि घाटे, कीटनाशक और उर्वरक के उपयोग को कम किया जा सके और पैदावार और उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ाई जा सके।
- स्वास्थ्य क्षेत्र में, प्रोपार्को ने क्वाड्रिया में 33 मिलियन यूरो के इक्विटी निवेश को मंजूरी दी, जो दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में स्वास्थ्य सेवा निवेश पर केंद्रित एक भारतीय निजी इक्विटी फर्म है।
भविष्य की दिशाएँ:
- यह साझेदारी इंडो-पैसिफिक पार्क्स पार्टनरशिप जैसी पहलों के साथ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में विस्तार कर रही है।
- योजनाओं में क्षेत्र में हरित प्रौद्योगिकियों को बढ़ाने के लिए एक संयुक्त कोष बनाना शामिल है।
- नवाचार AFD के दृष्टिकोण का केंद्र है, वर्ष 2026 में इंडो-फ़्रेंच वर्ष के नवाचार के साथ सामाजिक समावेश और स्थिरता को मिलाकर अभिनव समाधानों को उजागर करना है।
- फ्रांस एक अधिक लचीले और न्यायसंगत भविष्य की ओर भारत की यात्रा में एक दृढ़ भागीदार बना हुआ है।
- भारत-फ्रांस संबंधों के बारे में अधिक जानकारी के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए: India – France relations
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सारांश:
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प्रीलिम्स तथ्य:
1. समुद्री गतिरोध के बाद बीजिंग और मनीला के बीच वार्ता:
उच्च स्तरीय बैठक:
- संदर्भ: दक्षिण चीन सागर में समुद्री गतिरोध के बाद तनाव कम करने के लिए चीन और फिलीपींस की बैठक हुई।
- तिथि: यह बैठक 17 जून को सेकंड थॉमस शोल में हुई झड़प के बाद मंगलवार को हुई।
मुख्य परिणाम:
- प्रतिबद्धता: दोनों देशों ने अपनी-अपनी स्थिति बनाए रखते हुए तनाव कम करने की प्रतिबद्धता जताई।
- प्रगति: स्थिति को संभालने के उपायों को विकसित करने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई, हालांकि पर्याप्त मतभेद बने हुए हैं।
बयान और समझौते:
- फिलीपीन का रुख: अंडर सेक्रेटरी थेरेसा लाजारो ने अपनी संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए फिलीपींस के दृढ़ संकल्प पर जोर दिया।
- संचार समझौता: समुद्र में आपातकालीन संचार को बेहतर बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
- तटरक्षक सहयोग: दोनों पक्ष अपने तटरक्षकों के बीच संबंधों को बढ़ाने पर बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए, हालांकि कोई विवरण नहीं दिया गया।
2. दो टीके जो हमें पोलियो उन्मूलन के कगार पर ले आए:
खोज और विकास:
- 1948 की खोज: जॉन एफ. एंडर्स, थॉमस वेलर और फ्रेडरिक रॉबिंस ने गैर-तंत्रिका कोशिकाओं में पोलियोवायरस को विकसित करने का एक तरीका खोजा।
- बड़ी सफलता: इस गलत धारणा पर काबू पाया कि पोलियोवायरस केवल तंत्रिका कोशिकाओं में ही विकसित हो सकता है, जिससे वैक्सीन अनुसंधान के लिए बड़े पैमाने पर उत्पादन संभव हो सका।
टीका विकास:
- जोनास साल्क का IPV: साल्क ने वायरस को फॉर्मेल्डिहाइड से उपचारित करके और प्रणालीगत प्रतिरक्षा को प्रेरित करने के लिए इसे इंजेक्ट करके एक निष्क्रिय पोलियो वैक्सीन (IPV) बनाने के लिए एंडर्स की विधि का उपयोग किया।
- अल्बर्ट सबिन का OPV: सबिन ने कमजोर जीवित वायरस उपभेदों का उपयोग करके मौखिक पोलियो वैक्सीन (OPV) विकसित की, जिसे आंत में म्यूकोसल प्रतिरक्षा को प्रेरित करने के लिए मौखिक रूप से प्रशासित किया गया।
वैश्विक उन्मूलन प्रयास:
- दोहरा दृष्टिकोण: देशों ने दोनों टीकों की ताकत का लाभ उठाने के लिए IPV और OPV के संयोजन का उपयोग किया।
- पेटेंट-मुक्त टीके: साल्क और सबिन दोनों ने अपने टीकों का पेटेंट नहीं कराया, जिससे व्यापक उपयोग की अनुमति मिली।
- वर्तमान चुनौतियाँ: पोलियो अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के ग्रामीण क्षेत्रों तक ही सीमित है, लेकिन टीकाकरण में हिचकिचाहट के कारण शहरों में फिर से बीमारी फैल रही है, जिससे 2024 तक उन्मूलन के लक्ष्य को खतरा है।
महत्वपूर्ण तथ्य:
आज इससे संबंधित कुछ नहीं है।
UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:
प्रश्न 1. हाल ही में खबरों में रहा ‘टैले वन्यजीव अभयारण्य’ कहाँ स्थित है:
(a) अरुणाचल प्रदेश
(b) मणिपुर
(c) सिक्किम
(d) आंध्र प्रदेश
उत्तर: a
व्याख्या:
- टैले/तल्ले घाटी वन्यजीव अभयारण्य ( ‘Talle Wildlife Sanctuary’) अरुणाचल प्रदेश में एक संरक्षित क्षेत्र है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित द्वीपों को उत्तर से दक्षिण की ओर व्यवस्थित कीजिए:
1. न्यू कैलेडोनिया
2. वानुअतु
3. तुवालु
4. किरिबाती
निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए:
(a) 4-3-2-1
(b) 1-3-4-2
(c) 3-4-2-1
(d) 4-1-2-3
उत्तर: a
व्याख्या:
- उत्तर से दक्षिण की ओर व्यवस्थित क्रम इस प्रकार हैं: किरिबाती, तुवालु, वानुअतु, न्यू कैलेडोनिया।
प्रश्न 3. हाल ही में समाचारों में देखे गए द्वितीय थॉमस शोल के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. यह दक्षिण चीन सागर के स्प्रैटली द्वीप समूह में एक जलमग्न चट्टान है।
2. यह तनाव के केन्द्र बिन्दुओं में से एक है, जहां वियतनाम और चीन के बीच परस्पर विरोधी दावे किये जाते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कितने सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर: a
व्याख्या:
- कथन 2 गलत है। यह फिलीपींस और चीन के बीच विवाद का एक स्रोत है।
प्रश्न 4. पोलियो के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. पोलियो एक वायरल संक्रामक रोग है जो तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।
2. भारत को 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पोलियो-मुक्त प्रमाणन प्राप्त हुआ।
3. मानव पोलियो वायरस के एकमात्र प्राकृतिक मेजबान हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कितने गलत है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) सभी 3
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर: d
व्याख्या:
- सभी तीन कथन सही हैं।
प्रश्न 5. हाल ही में खबरों में रहा ‘ज़ेनोफ़्रीस अपाटानी’ (Xenophrys apatani) किसकी नई खोजी गई प्रजाति है:
(a) हल्दी
(b) तितली
(c) सींग वाला मेंढक
(d) चमगादड़
उत्तर: c
व्याख्या:
- भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI) ने टैले वन्यजीव अभयारण्य में सींग वाले मेंढक की एक नई प्रजाति की पहचान की है, जिसका नाम ज़ेनोफ़्रीस अपाटानी है।
UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:
प्रश्न 1. भारत और फ्रांस के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा कीजिए साथ ही यह भी बताइये की समय के साथ भारत-फ्रांस ‘रणनीतिक साझेदारी’ किस प्रकार विकसित हुई। (10 अंक, 150 शब्द) [जीएस-2, अंतर्राष्ट्रीय संबंध] (Discuss the key areas of cooperation between India and France and how the India-France ‘Strategic Partnership’ evolved over time. (10 marks, 150 words) [GS-2, International Relations])
प्रश्न 2. भारत निश्चित रूप से पंचशील और गुटनिरपेक्षता के अपने तत्वों के माध्यम से एससीओ के भीतर अंतराल को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। समस्याओं को कम करने में भारत की भूमिका पर प्रकाश डालिए।(15 अंक, 250 शब्द) [जीएस-2, अंतर्राष्ट्रीय संबंध] (India can certainly play a key role in bridging gaps within the SCO through its elements of Panchsheel and Non-Alignment. Point out the role of India in mitigating the problems. (15 marks, 250 words) [GS-2, International Relations])
(नोट: मुख्य परीक्षा के अंग्रेजी भाषा के प्रश्नों पर क्लिक कर के आप अपने उत्तर BYJU’S की वेव साइट पर अपलोड कर सकते हैं।)