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UPSC परीक्षा कम्प्रेहैन्सिव न्यूज़ एनालिसिस - 28 May, 2023 UPSC CNA in Hindi

28 मई 2023 : समाचार विश्लेषण

A. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1 से संबंधित:

आज इससे संबंधित कुछ नहीं है।

B. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:

स्वास्थ्य:

  1. अधिकार समूहों ने NFHS-6 में दिव्यांगता से संबंधित प्रश्न को बनाए रखने की मांग की:
  2. आयरन फोर्टिफिकेशन: अत्यधिक आयरन सेवन के स्वास्थ्य जोखिम:

C. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित:

आज इससे संबंधित कुछ नहीं है।

D. सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 4 से संबंधित:

आज इससे संबंधित कुछ नहीं है।

E. संपादकीय:

पर्यावरण:

  1. कूनो अभ्यारण्य में क्यों मर रहे हैं चीते के शावक ?

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:

  1. क्या AI टूल्स टेलीकॉम फ्रॉड का पता लगाने में सहायक सिद्ध होंगे?

F. प्रीलिम्स तथ्य:

  1. नई संसद की वास्तुकला और सेंगोल राजदंड
  2. नीति आयोग की शासी परिषद
  3. इराक ने यूरोप, पश्चिम एशिया को जोड़ने वाली 17 अरब डॉलर की परियोजना का अनावरण किया

G. महत्वपूर्ण तथ्य:

  1. तेलंगाना की गोंगडी शॉल से जूतों का निर्माण किया गया:
  2. यूक्रेन ने रूसी तेल पाइपलाइन स्टेशनों पर ड्रोन से हमला किया:

H. UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:

I. UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:

सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:

स्वास्थ्य:

अधिकार समूहों ने NFHS-6 में दिव्यांगता से संबंधित प्रश्न को बनाए रखने की मांग की:

विषय: स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे

मुख्य परीक्षा: दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकार

प्रारंभिक परीक्षा: NFHS-6

विवरण:

  • राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-6) जुलाई 2023 में शुरू होगा।
    • NFHS एक व्यापक, बहु-चरणीय सर्वेक्षण है जो उभरती स्वास्थ्य और पारिवारिक समस्याओं पर आवश्यक डेटा और जानकारी एकत्र करता है और प्रदान करता है।
  • इस बार सर्वेक्षण में दिव्यांगता से संबंधित प्रश्न को शामिल न किये जाने का अनुमान है। हालाँकि, NFHS-5 में दिव्यांगता से संबंधित प्रश्न शामिल किए गए थे और डेटा एकत्रित किया गया था।
  • दिव्यांगता अधिकार कार्यकर्ता समावेशन और सुधार की मांग कर रहे हैं।
  • यह सुझाव दिया गया है कि दिव्यांगता से संबंधित प्रश्नों को छोड़ने के बजाय, NFHS को अपने दृष्टिकोण को बदलने और अधिक से अधिक दिव्यांग लोगों से परामर्श करने की आवश्यकता है।
  • कई गैर-लाभकारी संगठनों (जैसे डिसेबिलिटी राइट्स इंडिया फाउंडेशन) द्वारा यह तर्क दिया गया है कि दिव्यांगता संबंधी प्रश्नों को हटाने का निर्णय दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम, 2016 के तहत “किसी को पीछे न छोड़ें” के सिद्धांत का उल्लंघन करता है।
  • इसके अलावा, यह एक प्रतिगामी कदम है क्योंकि भारत विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर सम्मेलन (CRPD) और सतत विकास लक्ष्यों (SDG) का हस्ताक्षरकर्ता है।
  • ‘रीइमैजिनिंग हेल्थ सिस्टम्स’ पर मिसिंग बिलियन रिपोर्ट-2022 के अनुसार, भारत में दिव्यांग लोगों को जीवन प्रत्याशा में औसतन 10-17 साल का नुकसान होता है।
  • दिव्यांग व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य समानता पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैश्विक रिपोर्ट स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देने के लिए निगरानी के लाभों पर जोर देती है।

यह भी पढ़ें: Sustainable Development Goals (2012) – 17 Goals, 169 Targets [UPSC Notes]

भावी कदम:

  • स्वास्थ्य मंत्रालय, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय और नीति आयोग को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और आगामी सर्वेक्षण में आवश्यक प्रश्नों को शामिल करना चाहिए।
  • जीवन प्रत्याशा के अंतर को पाटने के लिए व्यापक स्वास्थ्य डेटा की आवश्यकता है।
  • यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि दिव्यांगता से ग्रस्त लोगों की ज़रूरतों और अनुभवों को स्वीकार किया जाता है और उनका लेखा-जोखा रखा जाता है।
  • डेटा संग्रह और प्रभावी डिज़ाइन नीतियों के बीच के अंतराल को भी पाटा जाना चाहिए।

सारांश:

  • यह पाया गया है कि आगामी राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-6 से दिव्यांगता संबंधी प्रश्नों को हटा दिया गया है। यह तर्क दिया गया है कि दिव्यांगता से ग्रस्त लोगों के समावेशन पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:

स्वास्थ्य:

आयरन फोर्टिफिकेशन: अत्यधिक आयरन सेवन के स्वास्थ्य जोखिम:

विषय: स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे

मुख्य परीक्षा: आयरन फोर्टिफिकेशन

प्रारंभिक परीक्षा: आयरन फोर्टिफिकेशन

विवरण:

  • आयरन कई शारीरिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक आवश्यक खनिज है।
  • यह हीमोग्लोबिन के निर्माण में सहायक होता है। हालांकि, अधिक मात्रा में सेवन किए जाने पर यह हानिकारक हो सकता है।
  • आयरन युक्त खाद्य का फोर्टिफिकेशन आयरन की कमी के उपचार में मदद कर सकता है।
    • गेहूं, चावल और नमक जैसे खाद्य पदार्थों को वयस्क महिलाओं की आयरन की आवश्यकता का दो-तिहाई (10 मिलीग्राम/दिन) और पुरुषों की संपूर्ण दैनिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए फोर्टिफाइड किया जाता है।
  • नमक के सेवन की ‘सहनीय ऊपरी सीमा’ 40 मिलीग्राम/दिन है। इस सीमा से अधिक के सेवन पर प्रतिकूल घटनाओं का खतरा बढ़ने लगता है। उदाहरण के लिए, यह थैलेसीमिया के रोगियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
  • सेवन किए गए आयरन के केवल 5-10% का ही अवशोषण होता है, जबकि शेष बाहर निकल जाता है।

स्रोत: The Hindu

भावी कदम:

  • अनिवार्य आयरन फोर्टिफिकेशन कार्यक्रमों के बजाय, विशिष्ट रणनीतियों को विकसित करना महत्वपूर्ण है।
  • किसी भी प्रतिकूल प्रभाव का शीघ्र पता लगाने के लिए आयरन के स्तर की पूरी तरह से निगरानी की जानी चाहिए।

सारांश:

  • हाल के अध्ययन में आयरन फोर्टिफिकेशन के हानिकारक प्रभाव पाए गए हैं। यह सुझाव दिया जाता है कि अनिवार्य आयरन फोर्टिफिकेशन के बजाय एक विशिष्ट दृष्टिकोण (individualized approach) का पालन किया जाना चाहिए।

संपादकीय-द हिन्दू

कूनो अभ्यारण्य में क्यों मर रहे हैं चीते के शावक ?

सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित:

पर्यावरण:

विषय: पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी

मुख्य परीक्षा:जैव विविधता संरक्षण

संदर्भ:

  • मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में तीन चीता शावकों की मौत।

भूमिका:

  • मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीता को दोबारा लाए जाने के बाद जन्मे चार में से तीन शावकों की एक प्राकृतिक घटना के कारण मौत हो गई।

अधिक जानकारी के लिए, यहां पढ़ें: UPSC Exam Comprehensive News Analysis. May 26th, 2023 CNA. Download PDF

विवरण:

  • ऐसा बताया गया है कि सभी शावक कम वजन के थे और उनकी मृत्यु का प्रमुख कारण “अत्यधिक गर्मी, कमजोरी और कुपोषण” है।
    • इसके अलावा, अपने शावकों को पालने में माँ की ओर से ‘अनुभवहीनता’ भी आंशिक रूप से उनकी मृत्यु के लिए जिम्मेदार है।
  • विशेषज्ञों के अनुसार, बाघों और शेरों की तुलना में जंगल में चीता शावकों की मृत्यु दर बहुत अधिक है।
    • उनकी जीवित रहने की दर केवल 10% है और मोटे तौर पर यही वयस्क बनते हैं।
    • इसके अलावा, 1994 के एक अध्ययन के अनुसार, 66% चीते शिकार के कारण मर जाते हैं, और लगभग 16% “माँ द्वारा छोड़े जाने” के कारण मर जाते हैं।

प्रोजेक्ट चीता की स्थिति:

  • सितंबर 2023 में नामीबिया से चीता को लाने का एक साल पूरा हो जाएगा।
  • आधिकारिक चीता कार्य योजना के हिसाब से देखा जाए आधे चीतों का भी जीवित रहना “सफलता का संकेतक” होगा।
  • हालांकि, स्वतंत्र आलोचकों का तर्क है कि प्रोजेक्ट टाइगर में कुछ खामियां हैं। उदाहरण के लिए,
    • कूनो में सभी 20 चीतों के लिए जगह और शिकार का आधार बहुत कम है।
    • अफ्रीका के घने जंगलों में चीतों को पालने की स्थिति को भारत में दोहराया नहीं जा सकता है क्योंकि भारत में निहित सांस्कृतिक मूल्य बाघ और शेर जैसे जीवों के संरक्षण कार्यक्रमों के साथ सह-अस्तित्व को बढ़ावा देते हैं।

भारत के प्रोजेक्ट चीता पर शोध विश्लेषण:

  • जर्मनी के बर्लिन में हुए शोध के अनुसार, प्रजनन योजना में कई कमियां थीं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
    • कूनो राष्ट्रीय उद्यान पशुपालकों वाले गांवों से घिरा हुआ है।
    • शिकार घनत्व के आधार पर, चीतों की वहन क्षमता की गणना 21 पर की गई, जिसका अर्थ है कि प्रति 100 वर्ग किमी में तीन चीते।
    • सामाजिक-स्थानिक संगठन के अनुसार, वयस्क नर चीता क्षेत्र में भ्रमण करने वाले या फ्लोटर्स हो सकते हैं। इस प्रकार प्रदेश 20-23 किमी की विभाजन दूरी के साथ परिदृश्य में वितरित होते हैं।
    • यह आकलन किया गया है कि फ्लोटर्स या मादाओं के लिए सीमित स्थान रह जाएगा, वहीं केवल तीन नर पूरे राष्ट्रीय उद्यान पर कब्जा कर लेंगे। ऐसी स्थिति अन्य नर को कूनो नेशनल पार्क के बाहर भ्रमण के लिए जाने को मजबूर करेगी।

संबंधित लिंक:

Re-introduction of Cheetah In India (UPSC) – Physical Features, Asiatic Vs African Cheetah, and Latest News

सारांश:

  • कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत ने प्रोजेक्ट चीता में निहित समस्याओं को प्रस्तुत किया है। विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा यह सुझाव दिया गया है कि वास्तविक रूप से इसे सफल बनाने और जैव विविधता के समुचित संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए परियोजना की समीक्षा की आवश्यकता है।

क्या AI टूल्स टेलीकॉम फ्रॉड का पता लगाने में सहायक सिद्ध होंगे?

सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:

विषय: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विकास।

मुख्य परीक्षा: फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी (FRT)।

प्रारंभिक परीक्षा: ए.एस.टी.आर. (ASTR)।

विवरण:

  • दूरसंचार विभाग (DoT) ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन फॉर टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन’ या ASTR का उपयोग करना शुरू कर दिया है।
  • यह एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित फेशियल रिकग्निशन टूल है।
  • इसका उद्देश्य वित्तीय और अन्य साइबर घोटालों के लिए देश भर में धोखाधड़ी से खरीदे गए सिम कार्ड की घटनाओं को समाप्त करना है।
  • चेहरे की पहचान के लिए ASTR टूल [यूपीएससी साइंस एंड टेक्नोलॉजी नोट्स] से सम्बन्धित अधिक जानकारी के लिए निम्नलिक पर क्लिक कीजिए :ASTR Tool for Facial Recognition [UPSC Science & Technology Notes]

दूरसंचार धोखाधड़ी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व:

  • भारत का दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र लगभग 117 करोड़ ग्राहकों के साथ दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार तंत्र है।
  • बड़ी संख्या में ग्राहकों के लिए दस्तावेजों को मैन्युअल रूप से पहचानना और सत्यापित करना एक व्यापक कार्य होगा।
  • इसके अलावा, मौजूदा टेक्स्ट-आधारित विश्लेषण पहचान के प्रमाण के बीच समानता खोजने और ऐसी जानकारी की सटीकता की पुष्टि करने तक सीमित है।
  • इसके अलावा, मौजूदा टेक्स्ट-आधारित विश्लेषण पहचान के प्रमाण के बीच समानता खोजने और ऐसी जानकारी की सटीकता की पुष्टि करने तक ही सीमित होते है।
  • हालाँकि यह एक समान दिखने वाले चेहरों का पता लगाने के लिए फोटोग्राफिक डेटा का विश्लेषण नहीं कर सकता है।
  • सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना | प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जीके करेंट अफेयर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:Central Vista Redevelopment Project | GK Current Affairs For Competitive Exams

टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन (ASTR) के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन:

  • DoT ने 2012 में सभी TSP को उपयोगकर्ताओं की तस्वीरों सहित अपने सब्सक्राइबर डेटाबेस को साझा करने के लिए कहा था।
  • ASTR इस डेटा का विश्लेषण करता है और चेहरे की पहचान तकनीक (FRT) का उपयोग करके उन्हें समान दिखने वाली छवियों में वर्गीकृत करता है।
  • इसके बाद यह छवियों के साथ पाठ्य विवरण की तुलना करने के लिए “फ़ज़ी लॉजिक/अस्पष्ट तर्क” का उपयोग करता है और उपयोगकर्ताओं के समान दिखने वाले नामों या अन्य केवाईसी जानकारी को समूह बनाने के लिए पहचानता है।
  • अंततः, ASTR उस व्यक्ति की पहचान करता है जिसने कई नामों, जन्मतिथि, बैंक खातों, पते के प्रमाण और अन्य KYC दस्तावेजों से सिम प्राप्त किए हैं।
  • इसके अतिरिक्त, यह उस व्यक्ति की भी पहचान करता है जिसने 8 से अधिक सिम कार्ड प्राप्त किए हैं (क्योंकि DoT के नियमों के अनुसार इसकी अनुमति नहीं है)।
  • ASTR लगभग 68 चेहरे की विशेषताओं का पता लगा सकता है और खाका तैयार कर सकता है। यह दो चेहरों को 97.5% मैच होने पर समान रूप से चित्रित करता है।

संबद्ध चिंताएं:

  • इसमें प्रौद्योगिकी की अशुद्धि के कारण गलत पहचान एक चुनौती है।
  • FRT में लोगों के कुछ समूहों का कम प्रतिनिधित्व हो सकता है।
  • कम/खराब रोशनी, चेहरे के हाव-भाव, बुढ़ापा आदि जैसी तकनीकी त्रुटियां इसकी सटीकता में बाधा डाल सकती हैं।
  • इसके आलावा गोपनीयता, सहमति और सामूहिक निगरानी से भी जुड़ी चिंताएँ हैं।
  • इसके साथ ही FRT प्रशिक्षण और संचालन दोनों में बड़ी मात्रा में डेटा की खपत करेगा।
  • इसके अलावा कई घटनाओं में एक व्यक्ति को अपने डेटा के प्रसंस्करण के बारे में जानकारी या नियंत्रण नहीं हो सकता है।
  • यह भी तर्क दिया जाता है कि उपयोगकर्ता डेटा पर ASTR के उपयोग के बारे में कोई सार्वजनिक सूचना जारी नहीं की गई थी।
  • भारत में, कोई डेटा सुरक्षा कानून या FRT-विशिष्ट विनियमन नहीं है।

भावी कदम:

  • AI की क्षमता का दोहन करने की दिशा में भारत की राष्ट्रीय रणनीति पर नीति आयोग द्वारा प्रकाशित एक पेपर उचित सहमति और एफआरटी के स्वैच्छिक उपयोग के बारे में बात करता है।
  • इस दृष्टिकोण का अक्षरशः और उसी भावना में पालन किया जाना चाहिए।
  • कई देश स्थानीय व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा व्यवस्थाओं का पालन करते हुए FRT का उपयोग करते हैं। भारत में भी इस रणनीति का अनुकरण किया जा सकता है।
  • इसके अलावा, एफआरटी उन उदाहरणों तक सीमित होना चाहिए जहां सार्वजनिक हित और संवैधानिक नैतिकता दोनों समकालीन हो सकते हैं।
  • चेहरे की पहचान – उपयोग और चिंताएँ: RSTV – UPSC IAS परीक्षा के लिए बड़ी तस्वीर का विश्लेषण से संबंधित अधिक जानकारी के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:Facial Recognition – Uses & Concerns: RSTV – Big Picture Analysis for UPSC IAS exam.

सारांश:

  • दूरसंचार विभाग फर्जी तरीके से प्राप्त किए गए सिम कार्डों का पता लगाने के लिए एएसटीआर नामक फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक का उपयोग कर रहा है। हालाँकि, इसके उपयोग से जुड़ी कई चिंताएँ हैं जिन्हें तत्काल आधार पर संबोधित करने की आवश्यकता है क्योंकि यह नागरिकों की गोपनीयता से समझौता कर सकती है।

प्रीलिम्स तथ्य:

  1. नई संसद की वास्तुकला और सेंगोल राजदंड:

सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1 से संबंधित:

विषय: संस्कृति और इतिहास

प्रारंभिक परीक्षा: नई संसद की वास्तुकला और सेंगोल राजदंड

विवरण:

  • नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई 2023 को किया जाएगा।
  • पुराने संसद भवन को 1927 में खोला गया था। इसमें लकड़ी की चौखट और ऊंची छतें थीं।
  • असबाब, कालीन और वाल क्लैडिंग के संबंध में राज्यसभा के लिए लाल रंग और लोकसभा के लिए हरे रंग के उपयोग की परंपरा जारी रहेगी।
  • नई लोकसभा में 888 सदस्य बैठ सकेंगे और संसद के संयुक्त सत्र के दौरान इसे 1272 सीटों तक बढ़ाया जा सकता है। जबकि राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकेंगे।
  • कैबिनेट मंत्रियों और पार्टी कार्यालयों के लिए लगभग 92 कक्ष बनाए गए हैं।
  • प्रत्येक सीट पर बायोमेट्रिक आधारित डिजिटल वोटिंग उपकरण और सदस्यों के लिए दस्तावेजों तक पहुंचने के लिए एक स्मार्ट स्क्रीन होगी।
  • राज्यसभा और लोकसभा में क्रमशः सभापति और अध्यक्ष की सीटों को अधिक ऊंचाई पर स्थापित किया गया है। इस प्रकार यह इसे ‘व्यवधान से मुक्त’ बनाता है।
  • संसद भवन में उपयोग की गई सागौन की लकड़ी महाराष्ट्र से, बलुआ पत्थर राजस्थान से, कालीन उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से और बांस की फर्श त्रिपुरा से आई थी।

नए भवन के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए, यहां पढ़ें: UPSC Exam Comprehensive News Analysis. May 27th, 2023 CNA. Download PDF

सेंगोल:

  • उत्तर में, सेंगोल (राजदंड) को राजदंड या धर्मदंड कहा जाता है और यह शक्ति/सत्ता का एक अनिवार्य घटक है जो नवनियुक्त राजा को दिया जाता है।
  • इसका उल्लेख कालिदास के महाकाव्य रघुवंश में मिलता है।

सेंगोल के बारे में जानकारी के लिए यहां पढ़ें: UPSC Exam Comprehensive News Analysis. May 25th, 2023 CNA. Download PDF

  1. नीति आयोग की शासी परिषद:

सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:

विषय: राजव्यवस्था

प्रारंभिक परीक्षा: नीति आयोग की शासी परिषद

विवरण:

  • 28 मई 2023 को आयोजित नीति आयोग की शासी परिषद की आठवीं बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भाग नहीं लिया।
  • यह तर्क दिया गया है कि मुख्यमंत्रियों की अनुपस्थिति उन राज्यों में विकास की गति को बाधित कर सकती है।
  • यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि शासी परिषद की बैठकें केंद्र और राज्यों को प्रमुख विकासात्मक मुद्दों की पहचान करने और उन्हें संयुक्त रूप से हल करने का अवसर प्रदान करती हैं।
  • यह रेखांकित किया गया है कि केंद्र और राज्य टीम इंडिया के रूप में एक साथ काम कर सकते हैं और विकसित भारत @ 2047 – अंतिम मील तक पहुंचने के दृष्टिकोण को प्राप्त कर सकते हैं।
  1. इराक ने यूरोप, पश्चिम एशिया को जोड़ने वाली 17 अरब डॉलर की परियोजना का अनावरण किया:

सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:

विषय: अंतर्राष्ट्रीय संबंध

प्रारंभिक परीक्षा: यूरोप और पश्चिम एशिया को जोड़ने वाली इराक परियोजना

विवरण:

  • स्वयं को एक क्षेत्रीय परिवहन केंद्र में बदलने के लिए, इराक ने यूरोप को मध्य पूर्व एशिया से जोड़ने वाली सड़क और रेल बुनियादी ढांचे के विकास की एक महत्वाकांक्षी योजना प्रस्तुत की है।
  • यह 17 अरब डॉलर की परियोजना है और इसे “विकास का मार्ग” (Route of Development) कहा जाता है। यह तुर्की के उत्तरी सीमा से दक्षिण में खाड़ी तक 1200 किमी. तक विस्तृत होगा।
  • यह परियोजना एक स्थायी गैर-तेल अर्थव्यवस्था के स्तंभ के रूप में काम करेगी।
  • परियोजना के पूरा होने का अनुमानित समय 3-5 वर्ष है।
  • परियोजना का विकास कार्य अल-फॉ वाणिज्यिक बंदरगाह पर शुरू हो गया है, जहां इसकी क्षमता का विस्तार किया जा रहा है।
  • इस परियोजना के तहत बसरा, बगदाद और मोसुल शहरों सहित मार्ग के अनुदिश लगभग 15 ट्रेन स्टेशनों का निर्माण भी किया जाएगा।

महत्वपूर्ण तथ्य:

1. तेलंगाना की गोंगडी शॉल से जूतों का निर्माण किया गया:

  • तेलंगाना में पीढ़ियों से दक्खनी भेड़ की ऊन का उपयोग गोंगडी नामक एक बारहमासी शाल के निर्माण में किया जाता रहा है।
  • यह कार्य दक्कन क्षेत्र के कुरुमा और कुरुबा देहाती समुदायों द्वारा किया जाता है।
  • गोंगड़ी एक लचीला/प्रतिरोधी कपड़ा है।
  • अहमदाबाद स्थित तीन उद्यमियों ने इस फैब्रिक से किसानों के लिए सभी मौसम के अनुकूल जूतों का निर्माण किया है।

2. यूक्रेन ने रूसी तेल पाइपलाइन स्टेशनों पर ड्रोन से हमला किया:

  • यूक्रेन ने द्रुज़बा तेल पाइपलाइन सहित रूस में तेल पाइपलाइन प्रतिष्ठानों पर ड्रोन हमले किए हैं।
  • द्रुज़बा तेल पाइपलाइन से पश्चिमी साइबेरियाई क्रूड को यूरोप भेजा जाता है।
  • यह दुनिया की सबसे बड़ी तेल पाइपलाइनों में से एक है।
  • द्रुजबा की तेल भेजने की क्षमता प्रति दिन 2 मिलियन बैरल से अधिक है।
  • कई मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि रूस के अंदर यूक्रेनी ड्रोन हमलों की आवृत्ति में वृद्धि हुई है।
  • हालांकि, यूक्रेन ने हमला करने की बात को स्वीकार नहीं किया है।
  • रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किए जाने के बाद यूरोप ने रूसी ऊर्जा पर अपनी निर्भरता को कम कर लिया है जिसके कारण द्रुज़बा पाइपलाइन का उपयोग बहुत कम हो गया है।

UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:

प्रश्न 1. बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

  1. “चाइल्ड” से आशय ऐसे व्यक्ति से है जिसकी 18 वर्ष की आयु पूरी नहीं हुई है।
  2. 2006 के अधिनियम के तहत, न्यूनतम निर्दिष्ट आयु से पहले विवाह करने वाला व्यक्ति विवाह को रद्द करने के लिए आवेदन कर सकता है। वयस्कता प्राप्त करने के पांच साल के भीतर याचिका दायर की जानी चाहिए।

विकल्प:

  1. केवल 1
  2. केवल 2
  3. दोनों
  4. इनमें से कोई नहीं

उत्तर: d

व्याख्या:

  • कथन 1 गलत है: “चाइल्ड” से आशय इक्कीस वर्ष से कम आयु के पुरुष और अठारह वर्ष से कम आयु की महिला से है।
  • कथन 2 गलत है: 2006 के अधिनियम के अनुसार, एक व्यक्ति जो आवश्यक न्यूनतम आयु से पहले विवाह करता है, वह विवाह को रद्द करने की मांग कर सकता है, लेकिन इसके लिए याचिका बहुमत प्राप्त करने यानी 20 साल की उम्र में के 2 साल के भीतर दायर किया जाना चाहिए।

प्रश्न 2. हक्की पिक्की आदिवासी समुदाय के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: (स्तर-मध्यम)

  1. वे कर्नाटक के एक अर्ध-खानाबदोश आदिवासी समूह हैं।
  2. इनका समाज मातृसत्तात्मक है, जहाँ दूल्हा दुल्हन के परिवार को दहेज देता है।
  3. हक्की पिक्की जनजाति हर्बल उत्पादों को बेचने के लिए अफ्रीकी महाद्वीप की कठिन यात्राएं करती रही हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कितने सही हैं?

  1. केवल एक
  2. केवल दो
  3. सभी तीन
  4. कोई भी नहीं

उत्तर: c

व्याख्या:

  • कथन 1 सही है: हक्की पिक्की कर्नाटक का एक अर्ध-खानाबदोश आदिवासी समूह है।
  • कथन 2 सही है: इनका समाज मातृसत्तात्मक है, जहाँ दूल्हा दुल्हन के परिवार को दहेज देता है।
  • कथन 3 सही है: हक्की पिक्की जनजाति हर्बल उत्पादों को बेचने के लिए अफ्रीकी महाद्वीपों की यात्रा करती है।

प्रश्न 3. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए: (स्तर- कठिन)

अभ्यास शामिल देश

  1. अल-मोहद अल-हिंद भारत और सऊदी अरब
  2. डस्टलिक भारत और उज्बेकिस्तान
  3. एकता (Ekatah) भारत और मालदीव
  4. ज़ैर-अल-बहर भारत और संयुक्त अरब अमीरात

उपर्युक्त युग्मों में से कितना/कितने सुमेलित हैं?

  1. केवल एक युग्म
  2. केवल दो युग्म
  3. केवल तीन युग्म
  4. सभी चारों युग्म

उत्तर: c

व्याख्या:

अभ्यास

शामिल देश

अल-मोहद अल-हिंद

भारत और सऊदी अरब

डस्टलिक

भारत और उज़्बेकिस्तान

एकता (Ekatah)

भारत और मालदीव

ज़ैर-अल-बहर

भारत और कतर

प्रश्न 4. सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन (स्विफ्ट- SWIFT) के संबंध में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं? (स्तर- मध्यम)

  1. बेल्जियम स्थित मुख्यालय के साथ स्विफ्ट एक मैसेजिंग नेटवर्क है, जिसका उपयोग बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा वैश्विक स्तर पर वित्तीय लेन-देन से संबंधित सूचनाओं के त्वरित और दोषरहित आदान-प्रदान के लिए किया जाता है।
  2. इस प्लेटफॉर्म पर प्रत्येक प्रतिभागी को एक अद्वितीय आठ अंकों वाला स्विफ्ट कोड या एक बैंक पहचान कोड (BIC) दिया जाता है।
  3. यह अपने पास प्रतिभूतियां और पैसा रखता है।

विकल्प:

  1. केवल 2
  2. केवल 1 और 3
  3. केवल 1 और 2
  4. कोई भी नहीं

उत्तर: c

व्याख्या:

  • कथन 1 सही है: स्विफ्ट वैश्विक मैसेजिंग सॉफ्टवेयर है और इसका मुख्यालय ब्रसेल्स, बेल्जियम में है। यह एक वैश्विक सदस्य-स्वामित्व वाली सहकारी संस्था है।
  • कथन 2 सही है: इस प्लेटफॉर्म पर प्रत्येक प्रतिभागी को एक अद्वितीय आठ अंकों वाला स्विफ्ट कोड या एक बैंक पहचान कोड (BIC) दिया जाता है।
  • कथन 3 गलत है: यह अपने पास प्रतिभूतियां और पैसा रखता है। यह वित्तीय संस्थाओं को सुरक्षित, मानकीकृत और विश्वसनीय वातावरण में वित्तीय लेन-देन के बारे में संदेश भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है।

प्रश्न 5. निम्नलिखित में से किसने 19वीं शताब्दी में भारत में आदिवासी विद्रोह के लिए एक सामान्य कारक प्रदान किया? (स्तर- सरल)

  1. आदिवासी उत्पादों पर भू-राजस्व और कराधान की एक नई प्रणाली की शुरुआत
  2. आदिवासी क्षेत्रों में विदेशी धार्मिक मिशनरियों का प्रभाव
  3. जनजातीय क्षेत्रों में बड़ी संख्या में साहूकारों, व्यापारियों और राजस्व किसानों का बिचौलियों के रूप में उदय
  4. आदिवासी समुदायों की पुरानी कृषि व्यवस्था का पूर्णत: भंग हो जाना

उत्तर: d

व्याख्या: भारत में आदिवासी विद्रोह का प्रमुख कारक आदिवासी समुदायों की पुरानी कृषि व्यवस्था का पूर्णत: भंग हो जाना था।

UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:

प्रश्न 1. स्वास्थ्य देखभाल योजना में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की भूमिका और महत्व का परीक्षण कीजिए। (250 शब्द; 15 अंक) [GS-2 स्वास्थ्य]

प्रश्न 2. अत्यधिक आयरन फोर्टिफिकेशन के खतरनाक परिणाम हो सकते हैं। चर्चा कीजिए। (250 शब्द; 15 अंक) [GS-2 स्वास्थ्य]