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04 दिसंबर 2022 : PIB विश्लेषण

विषयसूची:

  1. ‘अबू धाबी अंतरिक्ष बहस’ कार्यक्रम:
  2. ‘मिलेट्स-स्मार्ट न्यूट्रिटिव फूड’ कॉन्क्लेव:
  3. DRI का 65वां स्थापना दिवस:

1.  ‘अबू धाबी अंतरिक्ष बहस’ कार्यक्रम:

सामान्य अध्ययन: 2

अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध: 

विषय: भारत के हितों पर विकसित एवं विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव। 

प्रारंभिक परीक्षा: ‘अबू धाबी अंतरिक्ष बहस’ कार्यक्रम से सम्बंधित तथ्य।

मुख्य परीक्षा: ‘अबू धाबी अंतरिक्ष बहस’ कार्यक्रम के महत्व पर चर्चा कीजिए।    

प्रसंग: 

  • केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में आयोजित” अबू धाबी अंतरिक्ष बहस” में आधिकारिक भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगेI    

उद्देश्य:

  • इस वार्ता में द्विपक्षीय अंतरिक्ष सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों एवं साधनों पर चर्चा करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के साथ उन्नत और उभरती अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच संयुक्त स्टार्ट-अप उद्यमों के लिए बातचीत किए जाने की भी संभावना है।   

विवरण:  

    • भारतीय राज्य मंत्री इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के साथ “अबू धाबी अंतरिक्ष बहस“ के उद्घाटन समारोह को संबोधित करेंगे एवं ‘अंतरिक्ष कूटनीति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सक्षम करने में विदेश नीति की भूमिका’ पर मंत्रिस्तरीय पूर्ण सत्र में भाग लेंगे।
    • भारत और संयुक्त अरब अमीरात संयुक्त अंतरिक्ष सहयोग अरब प्रायद्वीप में एक बड़ी छलांग लगाने की कगार पर है, क्योंकि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय अंतरिक्ष सहयोग में वृद्धि को प्राथमिकता दी है। 
    • गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और यूएई अंतरिक्ष एजेंसी (UAESA) ने वर्ष 2016 में शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बाहरी अंतरिक्ष की खोज और उपयोग में सहयोग के संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। 
    • संयुक्त अरब अमीरात का पहला नैनोसेटेलाइट- ‘नायिफ-1’ पर्यावरणीय अंतरिक्ष डेटा एकत्र करने के लिए श्रीहरिकोटा से PSLV द्वारा प्रक्षेपित किया गया था।
    • संयुक्त अरब अमीरात इस क्षेत्र में एक उभरती हुई अंतरिक्ष शक्ति है और उसने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के पिछले 25 वर्षों में तेजी से प्रगति की है। 
    • जुलाई 2020 में, यूएई ने होप प्रोब नाम से अपना मंगल मिशन अन्तरिक्ष में भेजा था, जिसने फरवरी 2021 में मंगल की कक्षा में प्रवेश किया था।
    • इस मिशन के साथ यूएई यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला अरब देश और विश्व का छठा देश बन गया है। यूएई शीघ्र ही रशीद रोवर या अमीरात लूनर मिशन लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
    • सितंबर 2019 में, हंजला अल मंसूरी अंतरिक्ष में जाने वाले पहले अमीराती बने, जब वह कजाकिस्तान से एक रूसी अंतरिक्ष यान के माध्यम से आठ दिनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे।
    • इस वर्ष, संयुक्त अरब अमीरात के एक और अंतरिक्ष यात्री को छह महीने की अवधि के लिए नासा के क्रू रोटेशन फ्लाइट, स्पेसएक्स क्रू-6 पर ISS की यात्रा के लिए चुना गया था।
    • भारत ने अंतरिक्ष सुधारों के कई नए रास्ते खोले हैं और पिछले महीने ही भारत ने भारत के पहले निजी रॉकेट को लॉन्च करके भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नई शुरुआत की है।
    • इन सुधारों ने तीन-चार साल पहले कुछ अंतरिक्ष स्टार्ट-अप्स ने बहुत कम समय के भीतर स्टार्ट-अप की अभिनव क्षमता को उजागर किया है और आज देश के पास अंतरिक्ष मलबा प्रबंधन, नैनो-उपग्रह, प्रक्षेपण यान, ग्राउंड सिस्टम, अनुसंधान जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में काम करने वाले 105 स्टार्ट-अप्स हैं।   

पृष्ठभूमि:

  • राज्य मंत्री ने रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद के नेतृत्व में, सदियों पुराने घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों ने तीव्र गति प्राप्त की है क्योंकि यह संबंध 2017 में व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ गया था। 
  • दोनों देशों ने इस साल की शुरुआत में व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और अब दोनों देश अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान 72 अरब (बिलियन) अमेरिकी डॉलर से 100 अरब (बिलियन) अमेरिकी डॉलर तक ले जाने की इच्छा रखते हैं।

2. ‘मिलेट्स-स्मार्ट न्यूट्रिटिव फूड‘ कॉन्क्लेव:

सामान्य अध्ययन: 3

कृषि:

विषय: कृषि उत्पाद का भण्डारण-परिवहन तथा विपणन,सम्बंधित विषय और बाधाएं;किसानो की सहायता के लिए ई-प्रोधोगिकी।     

प्रारंभिक परीक्षा: अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष – 2023 (आईवाईओएमम – 2023) से सम्बंधित तथ्य। 

मुख्य परीक्षा: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 2021 में घोषणा की थी कि वर्ष 2023 अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (आईवाईओएम) के रूप में मनाया जाएगा।भारतीय कृषि पर इसके प्रभावों पर चर्चा कीजिए।   

प्रसंग: 

  • केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री नई दिल्ली में आयोजित होने वाले मिलेट्स-स्मार्ट न्यूट्रिटिव फूड‘ कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि होंगे। 

उद्देश्य:

  • इस कॉन्क्लेव का आयोजन वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा अपने शीर्ष कृषि निर्यात संवर्धन निकाय, कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APIDA) के माध्यम से किया जा रहा है जिसका उद्वेश्य बाजरा के निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। 
  • अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष – 2023 (IYOM – 2023) के पूर्व-लांच कार्यक्रम में होने वाला यह पहला कॉन्क्लेव है।  

विवरण:  

    • मिलेट्स-स्मार्ट न्यूट्रिटिव फूड कान्क्लेव में, किसान उत्पादक संगठनों, स्टार्टअप्स, निर्यातकों, बाजरा आधारित मूल्य वर्द्धित उत्पादों के उत्पादक जैसी आपूर्ति श्रंखला के हितधारक प्रमुख सहभागी हैं। कॉन्क्लेव में, भारतीय बाजरा तथा बाजरा आधारित उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी तथा बी2बी बैठकों का भी आयोजन किया जाएगा।
    • बाजरा निर्यात संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन भारत द्वारा दिए गए प्रस्ताव के आलोक में भी है जिसे 72 देशों द्वारा समर्थन प्रदान किया गया। 
    • संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 5 मार्च, 2021 को घोषणा की कि 2023 अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (IYOM) के रूप में मनाया जाएगा। 
    • सरकार वर्तमान में भारतीय बाजरा और इसके मूल्य वर्धित उत्पादों को विश्व भर में लोकप्रिय बनाने तथा इसे एक जन आंदोलन बनाने के लिए घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईवाईओएम-2023 का आयोजन कर रही है।
    • अपनी तरह के इस पहले बाजरा कॉन्क्लेव में, सरकार 30 संभावित आयातक देशों और भारत के 21 बाजरा उत्पादक राज्यों पर ई-कैटलॉग जारी करेगी।
    • इसके अतिरिक्त, नॉलेज पार्टनर ‘यस बैंक‘ के सहयोग से बाजरा पर एक नॉलेज बुक का भी विमोचन किया जाएगा। 
    • भारतीय बाजरा के निर्यात के संवर्धन के लिए, सरकार ने 16 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एक्सपो तथा क्रेता-विक्रेता बैठकों (BSM) में निर्यातकों, किसानों और व्यापारियों की सहभागिता को सुगम बनाने की योजना बनाई है।
    • बाजरा को बढ़ावा देने की सरकार की सुदृढ़ नीति के अनुसार, विदेशों में स्थित भारतीय मिशनों को भारतीय बाजरा की ब्रांडिंग एवं प्रचार, अंतर्राष्ट्रीय शेफों तथा डिपार्टमेंटल स्टोर्स, सुपरमार्केट्स तथा हाइपरमार्केट्स जैसे संभावित खरीदारों की पहचान करने के लिए बी2बी बैठकों और प्रत्यक्ष करारों का आयोजन करने के लिए शामिल किया जाएगा।
    • इसके अतिरिक्त, लक्षित देशों के भारत में स्थित विदेशी मिशनों के राजदूतों और संभावित आयातकों को भी रेडी टू इट बाजरा उत्पादों सहित विभिन्न बाजरा केंद्रित उत्पादों को प्रदर्शित करने और बी2बी बैठकों को सुगम बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है।
    • केंद्र सरकार ने कुछ उल्लेखनीय फूड शो, क्रेता-विक्रेता बैठकों और रोड शो में भारत से विभिन्न हितधारकों की सहभागिता को सुगम बनाने के द्वारा दक्षिण अफ्रीका, दुबई, जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, सिडनी, बेल्जियम, जर्मनी, ब्रिटेन और अमेरिका में बाजरा संवर्धन कार्यकलापों का आयोजन करने की योजना बनाई है।
    • भारतीय बाजरा के संवर्धन के एक हिस्से के रूप में, एपीडा ने गल्फूड 2023, सियोल फूड एंड होटल शो, सऊदी एग्रो फूड, सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) में फाइन फूड शो, बेल्जियम का फूड एवं बेवेरेजेज शो, जर्मनी का बायोफैक तथा अनुगा फूड फेयर, सैन फ्रैंसिस्को का विंटर फैंसी फूड शो आदि जैसे विभिन्न ग्लोबल प्लेटफॉर्मों पर बाजरा तथा इसके मूल्य वर्धित उत्पादों को प्रदर्शित करने की योजना बनाई है।
    • वैश्विक उत्पादन में लगभग 41 प्रतिशत की अनुमानित हिस्सेदारी के साथ भारत दुनिया में बाजरा के अग्रणी उत्पादकों में से एक है।
    • FAO के अनुसार, वर्ष 2020 में बाजरा का वैश्विक उत्पादन 30.464 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) था और उसमें भारत की हिस्सेदारी 12.49 एमएमटी थी जो कुल बाजरा उत्पादन का 41 प्रतिशत है।
    • भारत ने पिछले वर्ष उत्पादित 15.92 एमएमटी की तुलना में 2021-22 में बाजरा उत्पादन में 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कराई।
    • भारत के शीर्ष पांच बाजरा उत्पादक राज्य राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात तथा मध्य प्रदेश हैं। 
    • बाजरा के निर्यात का हिस्सा कुल बाजरा उत्पादन का लगभग 1 प्रतिशत है। भारत से बाजरा के निर्यातों में मुख्य रूप से साबुत अनाज शामिल है और भारत से बाजरा के मूल्य वर्धित उत्पादों का निर्यात नगण्य है।
    • तथापि, यह अनुमान लगाया गया है कि बाजरा का 9 बिलियन डॉलर से अधिक के इसके वर्तमान बाजार मूल्य से बढ़ कर 2025 तक 12 बिलियन डॉलर से अधिक हो जाना तय है। 
    • एपीडा खुदरा स्तर पर और लक्षित देशों के प्रमुख स्थानीय बाजारों में भोजन के नमूनों तथा आस्वादन का आयोजन भी करेगा जहां एकल, घरेलू उपभोक्ता बाजरा उत्पादों से परिचित हो सकते हैं।
    • केंद्र सरकार ने बाजरा सहित संभावित उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने तथा पोषक अनाजों की आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं को दूर करने के लिए पोषक अनाज निर्यात संवर्धन फोरम का गठन किया है।
    • चावल एवं गेहूं जैसे अत्यधिक उपभोग वाले अनाजों की तुलना में बाजरा में बेहतर पोषण संबंधी गुण होते हैं। 
    • बाजरा कैल्सियम, लोहा तथा फाइबर में समृद्ध होते हैं जिनसे बच्चों में स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को प्रतिबलित करने में सहायता मिलती है। 
    • इसके अतिरिक्त, शिशु आहार तथा पोषण उत्पादों में बाजरा का उपयोग बढ़ रहा है।
    • डीजीसीआईएस के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में बाजरा के निर्यात में 8.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कराई जोकि पिछले वर्ष की समान अवधि के 147,501.08 मीट्रिक टन की तुलना में बढ़ कर 159,332.16  मीट्रिक टन हो गया।
    • भारत के प्रमुख बाजरा निर्यातक देश यूएई, नेपाल, सऊदी अरब, लिबिया, ओमान,, मिस्त्र,  ट्यूनिशिया, यमन, ब्रिटेन तथा अमेरिका हैं।  
    • भारत द्वारा निर्यात किए जाने वाले बाजरा की किस्मों में बाजरा, रागी, कैनरी, जवार तथा बकवीट शामिल हैं।
    • विश्व के प्रमुख बाजरा आयातक देश इंडोनेशिया, बेल्जियम, जापान, जर्मनी, मैक्सिको, इटली, अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और नीदरलैंड हैं।
    • बाजरा की 16 प्रमुख किस्में हैं जिनका उत्पादन और निर्यात किया जाता है। इनमें शामिल हैं – ज्वार, पर्ल मिलेट, रागी, कंगणी, चीना, कोदो, सावा/संवा/झंगोरा, कुटकी, बक व्हीट एवं कुट्टु, चैलाई एवं ब्राउन टौप बाजरा।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

1. DRI का 65वां स्थापना दिवस:

  • राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) इस वर्ष 5-6 दिसंबर, 2022 को अपना 65वां स्थापना दिवस मना रहा है।
  • भारत सरकार के अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के अंतर्गत DRI तस्करी विरोधी मामलों पर प्रमुख खुफिया और प्रवर्तन एजेंसी है। 
  • इसकी स्थापना 4 दिसंबर 1957 को हुई थी। नई दिल्ली में अपने मुख्यालय के साथ DRI की 12 मंडल इकाइयां, 35 क्षेत्रीय इकाइयां और 15 उप-क्षेत्रीय इकाइयां हैं, जिनमें लगभग 800 अधिकारी कार्यरत हैं।
  • छह दशकों से अधिक समय से, DRI भारत और विदेश में अपनी उपस्थिति से मादक और नशीले पदार्थ, सोना, हीरा, कीमती धातु, वन्यजीव वस्तुओं, सिगरेट, हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटक, नकली करेंसी नोट, विदेशी मुद्रा, एससीओएमईटी (Special Chemicals, Organism, Materials, Equipment and Technologies (SCOMET)) वस्तुओं, खतरनाक और पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील सामग्री, प्राचीन वस्तुएँ आदि की तस्करी के मामलों को रोकने और उनका पता लगाने संबंधी अपने कार्यादेश को पूरा कर रहा है तथा तस्करी से जुड़े संगठित अपराध समूहों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई कर रहा है। DRI वाणिज्यिक धोखाधड़ी और सीमा शुल्क चोरी के पता लगाने का भी कार्य करता है।
  • DRI विभिन्न देशों के साथ किये गए सीमा शुल्क पारस्परिक सहायता समझौतों के तहत अंतरराष्ट्रीय सीमा शुल्क सहयोग में भी सबसे आगे रहा है, जहां सूचना विनिमय और अन्य सीमा शुल्क प्रशासनों के सर्वोत्तम तौर-तरीकों को सीखने पर जोर दिया जाता है।
  • तदनुसार, DRI अपने स्थापना दिवस पर क्षेत्रीय सीमा शुल्क प्रवर्तन बैठक (RCEM) आयोजित कर रहा है, ताकि प्रवर्तन संबंधी मुद्दों के लिए भागीदार सीमा शुल्क संगठनों और विश्व सीमा शुल्क संगठन, इंटरपोल जैसी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ प्रभावी रूप से जुड़ सके। 
  • इस वर्ष, कार्यक्रम के लिए विश्व सीमा शुल्क संगठन, इंटरपोल, ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और क्षेत्रीय खुफिया संपर्क कार्यालय – एशिया प्रशांत जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ-साथ एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 22 सीमा शुल्क प्रशासनों को आमंत्रित किया गया है।
  • इस अवसर पर केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री द्वारा “भारत में तस्करी रिपोर्ट 2021-22” का नवीन संस्करण भी जारी किया जाएगा। 
  • यह रिपोर्ट तस्करी विरोधी और वाणिज्यिक धोखाधड़ी के क्षेत्र के रुझानों और पिछले वित्त वर्ष में DRI के प्रदर्शन और अनुभव का वर्णन करती है।
  • DRI दिवस, अतीत की उपलब्धियों को सम्मान व महत्त्व देने तथा CBIC और DRI के युवा अधिकारियों को प्रेरित करने का दिन है एवं यह क्षेत्रीय देशों के सीमा शुल्क प्रशासनों, महत्वपूर्ण क्षेत्रीय प्रशासनों तथा व्यापार भागीदारों के साथ बातचीत और विचार-विमर्श करने का भी अवसर प्रदान करता है, जिससे इस क्षेत्र के सीमा शुल्क संबंधी मामलों में भारत की भूमिका मजबूत होती है।

Hindi PIB 04 December:- Download PDF Here

लिंक किए गए लेख में 01 दिसंबर 2022 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।

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