विषयसूची:
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1.भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास-ट्रोपेक्स-23:
सामान्य अध्ययन: 3
सुरक्षा:
विषय: विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश।
प्रारंभिक परीक्षा: ट्रोपेक्स-23 से संबंधित जानकारी।
प्रसंग:
- थिएटर स्तरीय सामरिक तैयारी अभ्यास (ट्रोपेक्स-23), भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है।
उद्देश्य:
- भारतीय नौसेना के प्रमुख समुद्री अभ्यास ट्रोपेक्स का 2023 संस्करण वर्तमान में हिंद महासागर क्षेत्र में चल रहा है।
- संचालन स्तर का यह अभ्यास द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है और इसमें न सिर्फ भारतीय नौसेना की सभी इकाइयों बल्कि भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना और तटरक्षक बल से जुड़ी परिसंपत्तियों की भी भागीदारी होती है।
विवरण:
- ट्रोपेक्स 23, जनवरी से लेकर 23 मार्च तक की तीन महीने की अवधि के दौरान आयोजित किया जा रहा है।
- इस अभ्यास के हिस्से के रूप में, ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स और अन्य सेवाओं के साथ अंतर – संचालनात्मकता सहित नौसेना के संचालन की अवधारणा को मान्य और परिष्कृत करने हेतु विध्वंसकों, युद्धपोतों, कार्वेट के साथ-साथ पनडुब्बियों और विमानों सहित भारतीय नौसेना की सतह पर स्थित सभी लड़ाकू इकाइयों को जटिल समुद्री परिचालन तैनाती से गुजारा जाता है।
- यह अभ्यास हथियारों से प्रत्यक्ष फायरिंग सहित युद्ध संचालन के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए विभिन्न चरणों में बंदरगाह और समुद्र दोनों में आयोजित किया जा रहा है।
- पिछले कुछ वर्षों में कार्यक्षेत्र और जटिलता में वृद्धि होने के बाद, यह अभ्यास बहु-खतरे वाले वातावरण में काम करने के लिए भारतीय नौसेना के संयुक्त बेड़े की लड़ाकू तैयारी का परीक्षण करने का अवसर प्रदान करता है।
- यह समुद्री अभ्यास भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना और तटरक्षक बल के साथ संचालन स्तर के आदान-प्रदान की सुविधा भी देता है, जोकि एक जटिल वातावरण में अंतर – संचालनात्मकता और संयुक्त अभियान को और मजबूती प्रदान करेगा।
2. 25 जनवरी 2023 को 13वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाएगा:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन व्यवस्था:
विषय: भारतीय संविधान- ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएँ संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
प्रारंभिक परीक्षा: भारत निर्वाचन आयोग, राष्ट्रीय मतदाता दिवस से संबंधित जानकारी।
प्रसंग:
- भारत निर्वाचन आयोग 25 जनवरी 2023 को 13वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है।
उद्देश्य:
- इस राष्ट्रीय मतदाता दिवस (NVD) उत्सव का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में चुनावी जागरूकता पैदा करना और उन्हें चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।
विवरण:
- राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित किए जा रहे इस राष्ट्रीय समारोह में मुख्य अतिथि होंगी।
- इस वर्ष के राष्ट्रीय मतदाता दिवस (NVD) का विषय ‘नथिंग लाइक वोटिंग, आई वोट फॉर श्योर’ (वोटिंग बेमिसाल है, मैं अवश्य वोट देता हूं) मतदाताओं को समर्पित है जो वोट की शक्ति के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में भागीदारी के प्रति व्यक्ति की भावना और आकांक्षा को व्यक्त करता है।
- इसके लोगो को चुनाव प्रक्रिया के उत्सव और समावेशिता को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इसकी पृष्ठभूमि में अशोक चक्र दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि स्याही लगी उंगली देश के प्रत्येक मतदाता की भागीदारी का प्रतिनिधित्व करती है।
- इस लोगो में जो टिकमार्क है वो मतदाता द्वारा सूचित निर्णय लेने का प्रतीक है।
- नई दिल्ली में इस कार्यक्रम के दौरान माननीय राष्ट्रपति वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी।
- राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को 2022 के दौरान चुनाव के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ चुनावी प्रथाओं के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
- इनमें आईटी पहल, सुरक्षा प्रबंधन, चुनाव प्रबंधन, सुलभ चुनाव, मतदाता सूची और मतदाता जागरूकता तथा आउटरीच में योगदान जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
- राष्ट्रीय पुरस्कार महत्वपूर्ण हितधारकों जैसे कि सरकारी विभागों और मीडिया संगठनों को मतदाता जागरूकता के लिए उनके बहुमूल्य योगदान के लिए भी दिए जाएंगे।
- मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार द्वारा राष्ट्रपति को ईसीआई प्रकाशन ‘इलेक्टिंग द फर्स्ट प्रेसिडेंट- एन इलस्ट्रेटेड क्रॉनिकल ऑफ इंडियाज प्रेसिडेंशियल इलेक्शन’ की पहली प्रति भेंट की जाएगी।
- ये पुस्तक, जो अपनी तरह का पहला प्रकाशन है, ये देश में राष्ट्रपति चुनाव की ऐतिहासिक यात्रा की झलक देती है।
- ये पिछले 16 राष्ट्रपति चुनावों की टाइमलाइन के माध्यम से राष्ट्रपति चुनाव प्रणाली और संबद्ध संवैधानिक प्रावधानों की बारीकियों पर प्रकाश डालती है।
- NVD को राष्ट्रीय, राज्य, जिला, निर्वाचन क्षेत्र और मतदान केंद्र स्तरों पर मनाया जाता है, जो इसे देश के सबसे बड़े समारोहों में से एक बनाता है।
पृष्ठ्भूमि:
- 2011 से ही भारत के निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस, यानी 25 जनवरी 1950 को चिन्हित करने के लिए पूरे देश में हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।
- इस NVD उत्सव का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में चुनावी जागरूकता पैदा करना और उन्हें चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- देश के मतदाताओं को समर्पित, राष्ट्रीय मतदाता दिवस का इस्तेमाल मतदाताओं, खासकर नए-नए पात्र युवा मतदाताओं के नामांकन की सुविधा के लिए भी किया जाता है।
- देश भर में आयोजित NVD समारोहों में नए मतदाताओं का अभिनंदन किया जाता है और उन्हें अपना मतदाता फोटो पहचान पत्र (EPIC) सौंपा जाता है।
3. तीनों सेनाओं के जल-थल-नभ संयुक्त अभ्यास एम्फेक्स 2023 का समापन:
सामान्य अध्ययन: 3
सुरक्षा:
विषय: विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश।
प्रारंभिक परीक्षा: द्विवार्षिक जल-थल-नभ अभ्यास एम्फेक्स 2023 से संबंधित जानकारी।
मुख्य परीक्षा:
प्रसंग:
- तीनों सेनाओं के द्विवार्षिक जल-थल-नभ अभ्यास एम्फेक्स 2023 का सफल आयोजन आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में किया गया था।
उद्देश्य:
- एम्फेक्स का उद्देश्य आपसी पारस्परिकता और तालमेल को बढ़ाने के लिए सहयोग सहित संचालन के विभिन्न पहलुओं में तीनों सेनाओं के विभिन्न घटकों को संयुक्त प्रशिक्षण प्रदान करना है।
विवरण:
- 17 से 22 जनवरी 2023 तक आयोजित इस अभ्यास कार्यक्रम में संयुक्त क्षमताओं को परखा गया।
- एम्फेक्स 23 अभ्यास पहली बार काकीनाडा में आयोजित किया गया और यह अब तक का सबसे बड़ा समन्वित अभ्यास था।
- पांच दिन तक चले प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कई संयुक्त अभियान संचालित किए गए जिसमें बड़ी संख्या में सैनिकों ने हिस्सा लिया।
- भारतीय थल सेना और भारतीय नौसेना के फोर्स कमांडरों की उपस्थिति में पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन, AVSM, NM ने एक जल-थल-नभ हमले का सफल संचालन कर एम्फेक्स 2023 का समापन किया।
- इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के बड़े प्लेटफॉर्म वाले डॉक (LPD), लैंडिंग शिप और लैंडिंग क्राफ्ट, मरीन कमांडो (मार्कोस), हेलीकॉप्टर तथा विमानों सहित तीनों सेनाओं के कई जहाजों की भागीदारी देखी गई।
- भारतीय सेना ने अपने 900 से अधिक सैनिकों के साथ इस अभ्यास में भाग लिया और इस दौरान उनके साथ विशेष बल, तोपखाने तथा बख्तरबंद वाहन भी शामिल थे।
- भारतीय वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमानों और C-130 विमानों ने भी अभ्यास में भाग लिया।
- एम्फेक्स 2023 ने भारत की जल-थल-नभ सैन्य कुशल क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया और इस दौरान तीनों सेवाओं के संयुक्त संचालन के पूर्ण स्पेक्ट्रम को कवर करने के लिए तीनों सेनाओं के बीच स्थापित उत्कृष्ट समन्वय को प्रदर्शित किया गया।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1.“पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS):
- पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) एक मल्टीफैक्टोरियल ऐंडोक्राईनल डिसऑर्डर है जो स्त्रियों में बांझपन का कारण बनता है।
- अनियमित मासिक धर्म, शरीर पर अत्यधिक बालों का उगना – हिरुसूटीस्म, वजन बढ़ना PCOS के सामान्य लक्षण हैं।
- यह सबसे अधिक होने वाला महिला अंतःस्रावी विकार है और बांझपन का प्रमुख कारण है और जिसकी विश्वव्यापी सीमा 6-26 प्रतिशत है और भारत में तो यह 3.7-22.5 प्रतिशत है।
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) की वृद्धि में योगदान देने वाले जोखिम कारकों में आनुवांशिकी, न्यूरोएंडोक्राइन प्रणाली, सुस्त जीवन शैली, आहार और मोटापा शामिल हैं।
2.भारत में निर्मित मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम ‘भरोस’ (BharOS) का सफलतापूर्वक परीक्षण:
- केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्री ने रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के साथ आईआईटी मद्रास द्वारा विकसित भारत में निर्मित मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम ‘भरोस’ (BharOS) का सफल परीक्षण किया।
- यह स्मार्टफोन में विदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भरता को कम करने में मदद करेगा।
- ‘BharOS’ डेटा गोपनीयता की दिशा में एक सफल कदम है।
- देश के गरीब लोग एक मजबूत, स्वदेशी, भरोसेमंद और आत्मनिर्भर डिजिटल बुनियादी ढांचे के मुख्य लाभार्थी होंगे।
- भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित परियोजना, BharOS एक AOSP (एंड्रॉइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट) आधारित नया स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है।
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम को IIT मद्रास की इनक्यूबेटेड फर्म JandK ऑपरेशंस ने बनाया है।
- अभी तक एप्पल के अलावा बाकी लगभग सभी स्मार्टफोन में एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का इतेमाल किया जाता है।
- BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम भारत में 100 करोड़ स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को लाभान्वित करेगा।
- एंड्रॉइड के विपरीत, इसमें डिफ़ॉल्ट गूगल ऐप या सेवाएं नहीं हैं।
- जिसका अर्थ है कि उपयोगकर्ताओं को उन एप्लिकेशन को चुनने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा जिनसे वे अपरिचित हैं या भरोसा नहीं करते हैं।
3.2023 में एयरो इंडिया का 14वां संस्करण:
- रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 24 जनवरी, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित शीर्ष समिति की बैठक के दौरान आगामी एयरो इंडिया की तैयारियों की समीक्षा की।
- इस बैठक में रक्षा मंत्री को एशिया के सबसे बड़े एयरो शो के 14वें संस्करण की व्यवस्थाओं का विस्तृत विवरण दिया गया।
- इसका आयोजन 13-17 फरवरी, 2023 के बीच कर्नाटक के बेंगलुरु में किया जाएगा।
- इस पांच दिवसीय कार्यक्रम की विषयवस्तु ‘द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज’ है।
- यह कर्नाटक के येलहंका स्थित वायु सेना स्टेशन में लगभग 35,000 वर्गमीटर के कुल क्षेत्र में आयोजित अब तक का सबसे बड़ा एयरो शो होगा।
- इसके प्रमुख आयोजनों में ‘रक्षा में संवर्द्धित जुड़ाव के माध्यम से साझी समृद्धि’ विषयवस्तु के साथ रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन और एक सीईओ गोलमेज बैठक शामिल हैं।
- इसके अलावा मंथन स्टार्ट-अप कार्यक्रम और बंधन समारोह के दौरान समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
- वहीं, सभी पांच दिन एक शानदार एयरशो का प्रदर्शन इस कार्यक्रम का हिस्सा होगा।
- डेफएक्सपो सहित इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन का उद्देश्य सरकार द्वारा लाए गए बड़े बदलाव को प्रदर्शित करना है।
- इस समारोहों को केवल हथियारों/उपकरणों के आयात की जगह रक्षा निर्यात बढ़ाने और साझेदारी बनाने पर ध्यान देने के साथ पुनर्गठित किया गया है।
- एयरो इंडिया एक व्यावसायिक आयोजन है, लेकिन इसका उद्देश्य अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करना भी है।
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लिंक किए गए लेख में 23 जनवरी 2023 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
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