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विषयसूची:

  1. आत्मनिर्भर भारत की ओर नया कदम:
  2. जलदूत ऐप का राष्ट्रीय शुभारंभ:
  3. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 10 यूट्यूब चैनलों के 45 वीडियो ब्लॉक किए:
  4. ‘ऑपरेशन सदर्न रेडीनेस ऑफ कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज’ (सीएमएफ):
  1. आत्मनिर्भर भारत की ओर नया कदम:

    सामान्य अध्ययन: 3

    ऊर्जा:

    विषय: ऊर्जा: बुनियादी ढांचा।

    प्रारंभिक परीक्षा: विशेष विमानन ईंधन-एवीगैस 100 एलएल

    मुख्य परीक्षा: विशेष विमानन ईंधन-एवीगैस 100 एलएल एफटीओ और रक्षा बलों द्वारा पायलटों के प्रशिक्षण के लिए किस प्रकार उपयोगी होगा ? चर्चा कीजिए एवं इसके महत्व पर प्रकाश डालिये।

    प्रसंग:

    • पिस्टन इंजन वाले विमानों और मानवरहित एरियल वाहनों के लिए विशेष विमानन ईंधन-एवीगैस 100 एलएल को शुरू किया गया हैं।

    उद्देश्य:

    • स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल को शुरू किए जाने से विदेशी मुद्रा की बचत होगी।

    • इंडियन ऑयल देश में एवीगैस 100 एलएल का उत्पादन और विपणन करने वाली पहली तेल विपणन कंपनी है।

    विवरण:  

    आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम:

    • वर्तमान में एवीगैस 100 एलएल पूरी तरह से आयातित उत्पाद है।

      • इंडियन ऑयल के गुजरात रिफाइनरी में उत्पादित एवीगैस 100 एलएल का घरेलू उत्पादन भारत में उड़ान प्रशिक्षण को और अधिक सस्ता बना देगा।

    • एफटीओ और रक्षा बलों के विमानों में ईंधन के रूप में इस्तेमाल होने वाले इस उत्पाद का भारत कई दशकों से आयात कर रहा है।

    • इंडियन ऑयल की अनुसंधान व विकास, रिफाइनरियों और मार्केटिंग टीमों ने इसका उत्पादन किया है।

    • भारत जैव ईंधन सम्मिश्रण, हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर आयातित ईंधन पर निर्भरता कम कर रहा है।

    • एवीगैस 100 एलएल पिस्टन इंजन विमान और मानव रहित वाहनमें इस्तेमाल किया जाने वाला विशेष विमानन ईंधन है।

    • वर्तमान में भारत इस उत्पाद को यूरोपीय देशों से आयात कर रहा है।

    • स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल का उत्पादन होने से भविष्य में पायलट प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षु विमानों में हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या,विमानों व उड़ान प्रशिक्षण अकादमियों (एफटीओ) की संख्या में बढ़ोतरी के साथ एक विकसित विमानन उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल का उपयोग किया जाएगा।

    • भविष्य में भारत में हवाई परिवहन की मांग कई गुना बढ़ने की उम्मीद है, इसे देखते हुए प्रशिक्षित पायलटों की भी मांग बढ़ेगी।

    • आत्मनिर्भर भारत की सोच के तहत इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (IOCL) एवीगैस 100 ईंधन का उत्पादन शुरू किया है।

    • यह सुनिश्चित करेगा कि हमारे सभी उड़ान अकादमियों व अन्य सभी छोटे विमान जिनमें एवीगैस 100 एलएल का उपयोग किया जाता है का उत्पादन स्वदेश में होने के कारण अधिक धनराशि की बचत होगी।

    • इंडियन ऑयल को अपनी रिफाइनिंग (परिशोधन) ताकत और इन-हाउस विशेषज्ञता का लाभ उठाकर इस विशेष ईंधन का उत्पादन शुरू करने पर गर्व है।

    • वास्तव में स्वदेशी ईंधन आयातित ग्रेड की तुलना में बेहतर है।

      • एवीगैस बाजार के मौजूदा 1.92 अरब डॉलर से बढ़कर 2029 तक 2.71 अरब डॉलर होने की उम्मीद है।

      • हम घरेलू मांग को पूरा करने के अलावा निर्यात के अवसरों को तलाशने की योजना बना रहे हैं।

    पृष्ठ्भूमि:

    इंडियनऑयल: परिवर्तन का नेतृत्वकर्ता:

    • विमानन गैसोलीन का प्रमुख ग्रेड यानी एवीगैस 100 एलएल टर्बो चार्ज किए गए रिसीप्रोकेटिंग पिस्टन इंजन विमान में उपयोग के लिए डिजाइन किया गया है।

    • इसका उपयोग मुख्य रूप से एफटीओ और रक्षा बलों द्वारा पायलटों के प्रशिक्षण के लिए किया जाता है।

    • वड़ोदरा में इंडियन ऑयल की प्रमुख रिफाइनरी द्वारा उत्पादित एवीगैस 100 एलएल को भारत में नागरिक उड्डयन को विनियमित करने के लिए भारत सरकार के सांविधिक निकाय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने परीक्षण और प्रमाणित किया है।

    • यह आयातित ग्रेड की तुलना में बेहतर गुणवत्ता मानकों के साथ उत्पाद विनिर्देशों को पूरा करने वाला एक उच्च-ऑक्टेन विमानन ईंधन है।

    • एवीगैस 100 एलएल की स्वदेशी उपलब्धता आयात पर निर्भरता को कम करने और संबंधित लॉजिस्टिक चुनौतियों का समाधान करने में सहायता करेगी।

    • इस उत्पाद की घरेलू उपलब्धता से देश कीमती विदेशी मुद्रा को बचाने में सक्षम होगा। इससे पूरे भारत में 35 से अधिक एफटीओ को भी लाभ होगा।

    • इस उत्पाद की घरेलू उपलब्धता के साथ नागरिक उड्डयन मंत्रालय देश में और अधिक प्रशिक्षण संस्थान खोलने पर विचार कर रहा है।

    • विमानन परिवहन में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशिक्षित पायलटों की मांग बढ़ने की उम्मीद है।

     

  2. जलदूत ऐप का राष्ट्रीय शुभारंभ:

    सामान्य अध्ययन: 2,3

    शासन, विज्ञान एवं प्रोधोगिकी:

    विषय: सरकारी नीतियों और बुनियादी आवश्यकताओं के विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयनसे जुड़े मुद्दे ।

    प्रारंभिक परीक्षा: “जलदूत ऐप”, महात्मा गांधी नरेगा योजना से सम्बंधित तथ्य।

    प्रसंग:

    • ग्रामीण विकास मंत्रालय ने “जलदूत ऐप” विकसित किया है जिसका उपयोग देश के किसी भी गांव के चयनित कुओं के जल स्तर का पता लगाने के लिए किया जाएगा।

    उद्देश्य:

    • जलदूत ऐप ग्राम रोजगार सहायक (GRS) को वर्ष में दो बार (मॉनसून पूर्व और मॉनसून के बाद) चयनित कुओं के जल स्तर को मापेगा।

    • प्रत्येक गाँव में पर्याप्त संख्या में माप स्थानों (2-3) का चयन करने की आवश्यकता होगी। जो उस गांव में भूजल स्तर के प्रतिनिधि होंगे।

    विवरण:

    • यह ऐप पंचायतों को सही डेटा प्रदान करेगा, जिसका उपयोग कार्यों की बेहतर योजना के लिए किया जा सकता है।

    • भूजल डेटा का उपयोग ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) और महात्मा गांधी नरेगा योजना अभ्यास के हिस्से के रूप में किया जा सकता है।

    • इसके अलावा इस डेटा का उपयोग विभिन्न प्रकार के अनुसंधान और अन्य उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है।

    • देश ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में वाटरशेड विकास, वनीकरण, जल निकाय विकास और नवीनीकरण, वर्षा जल संचयन आदि के माध्यम से जल प्रबंधन में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं।

    • हालाँकि, भूजल की निकासी, साथ ही सतही जल स्रोतों का उपयोग देश के कई हिस्सों में गंभीर स्तर पर पहुंच गया है, जिसके परिणामस्वरूप जल स्तर में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे किसानों सहित सभी समुदायों को परेशानी हो रही है।

    • इसलिए देश भर में जल स्तर का मापन और अवलोकन आवश्यक हो गया है।

     

  3. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 10 यूट्यूब चैनलों के 45 वीडियो ब्लॉक किए:

    सामान्य अध्ययन: 2

    शासन:

    विषय: शासन के जनादेश,महत्वपूर्ण पहलू, पारदर्शिता एवं जवाबदेही, प्रतिरूप, सफलताएं और सीमाएं।

    प्रारंभिक परीक्षा: सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021

    मुख्य परीक्षा:

    प्रसंग:

    • खुफिया एजेंसियों की जानकारी के आधार पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 10 यूट्यूब चैनलों के 45 यूट्यूब वीडियो ब्लॉक करने का निर्देश यूट्यूब को दिया है।

    उद्देश्य:

    • इनकी विषय वस्तु (कंटेंट) में धार्मिक समुदायों के बीच नफरत फैलाने के इरादे से फैलाई गई फर्जी खबरें और मॉर्फ्ड वीडियो शामिल है ।

    • मसलन, इनमें ऐसे झूठे दावे शामिल हैं जैसे कि सरकार ने कुछ समुदायों के धार्मिक अधिकारों को छीन लिया है, धार्मिक समुदायों को धमकियां दी गई हैं और भारत में गृह युद्ध की घोषणा हो गई है,आदि।

    • ऐसे वीडियो के जरिए देश में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने और सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश की गई है।

    विवरण:

    • इन संबंधित वीडियो को ब्लॉक करने के आदेश 23 सितंबर 2022 को सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के प्रावधानों के तहत जारी किए गए थे।

    • इन ब्लॉक किए गए वीडियो को कुल मिलाकर 1 करोड़ 30 लाख से अधिक बार देखा गया था।

    • मंत्रालय द्वारा ब्लॉक किए गए कुछ वीडियो का उपयोग अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर आदि से संबंधित मुद्दों के दुष्प्रचार फैलाने के लिए किया जा रहा था।

    • इनकी विषय वस्तु को राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी मुल्कों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिहाज से गलत और संवेदनशील पाया गया।

    • कुछ वीडियो में भारतीय क्षेत्र के बाहर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों से लगी सीमा को गलत तरीके से दर्शाया गया है।

    • इस तरह की नक्शों और ग्राफिक्स को भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए हानिकारक पाया गया।

    • मंत्रालय द्वारा ब्लॉक की गई विषय-वस्तु (कंटेंट) को भारत की संप्रभुता और अखंडता, राज्य की सुरक्षा, विदेशी मुल्कों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों और देश में सार्वजनिक व्यवस्था के लिए हानिकारक पाया गया।

    • इसीलिए संबंधित विषय-वस्तु को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 69ए के दायरे में शामिल किया गया।

    • भारत सरकार भारत की संप्रभुता और अखंडता, राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था को कमजोर करने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

  1. ऑपरेशन सदर्न रेडीनेस ऑफ कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज’ (सीएमएफ):
    • आईएनएस सुनयना 24 सितंबर, 22 को वार्षिक प्रशिक्षण अभ्यास, ‘ऑपरेशन सदर्न रेडीनेस ऑफ कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज’ (सीएमएफ) में भाग लेने के लिए पोर्ट विक्टोरिया सेशेल्स पहुँची।

    • यह न केवल हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है, बल्कि सीएमएफ अभ्यास में भारतीय नौसेना के जहाज की पहली भागीदारी को भी दर्शाता है।

    • जहाज, सीएमएफ द्वारा आयोजित क्षमता निर्माण अभ्यास में सहयोगी के रूप में भाग लेगा।

    • संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास में संयुक्त राज्य अमेरिका, इटली, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा तथा न्यूजीलैंड के प्रतिनिधिमंडल और यूके, स्पेन तथा भारत के जहाज भाग लेंगे।

    • जहाज के पोर्ट कॉल के दौरान, भाग लेने वाले देशों के साथ पेशेवर स्तर पर बातचीत की योजना तैयार की गई है।

26 सितंबर 2022 : PIB विश्लेषण –Download PDF Here

लिंक किए गए लेख में 25 सितंबर 2022 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।

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