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आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2022

‘आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक’ (Economic Freedom Index) विश्व के विभिन्न देशों की सरकारों के  द्वारा  दी जाने वाली  आर्थिक स्वतंत्रताओं का तुलनात्मक अध्ययन करने के लिए बनाया गया  बहु-आयामी सूचकांक है। अमेरिका के  ‘द हेरिटेज फाउंडेशन’ और ‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’ 1995 से प्रतिवर्ष संयुक्त रूप से इस  सूचकांक को  जारी करते  हैं। यह सूचकांक प्रसिद्द अर्थशास्त्री  एडम स्मिथ की पुस्तक  ‘द वेल्थ ऑफ नेशंस’ में वर्णित उनके  दृष्टिकोण से प्रेरित है। 

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यह सूचकांक आर्थिक स्वतंत्रता के 12 मात्रात्मक और गुणात्मक कारकों के आधार पर मापा जाता है, जिन्हें  4 व्यापक श्रेणियों में बाँटा जा सकता  है:-

1) कानून का शासन 

2) सरकार का हस्तक्षेप 

3) नियामक क्षमता 

4) मुक्त बाज़ार गतिविधियाँ

नोट : यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे  UPSC Prelims Syllabus in Hindi का अच्छी तरह से अध्ययन कर लें, और इसके बाद ही अपनी तैयारी की योजना बनाएं।

आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक -2022

14 फरवरी, 2022 को संस्थाद्वय ने नवीनतम ‘आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक’ जारी किया जिसके अंतर्गत शामिल कुल 177 देशों की सूचि नीचे तालिका में दी गई है। सिंगापुर इस सूची में सबसे ऊपर है जबकि भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 27वें स्थान पर है जबकि समग्र रूप से 131वें स्थान पर है। 2021 के सूचकांक में, भारत एशिया-प्रशांत देशों के बीच 40 देशों में से 26 वें स्थान पर, जबकि समग्र रूप से 121वें  स्थान पर था । रिपोर्ट में टिप्पणी की गई है कि: “भारतीय अर्थव्यवस्था ज्यादातर मुक्त श्रेणी के मध्य-श्रेणी में बनी हुई है। अधिक आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में एक कदम के लिए पर्याप्त और व्यापक-आधारित सुधारों की आवश्यकता होगी। राजकोषीय स्वास्थ्य में सुधार और कानून के शासन को मजबूत करने के लिए कदम उठाने के अलावा, सरकार को वित्तीय स्वतंत्रता बढ़ाने और कर संहिता, निवेश व्यवस्था और श्रम संहिता में सुधार करने की भीआवश्यकता होगी।

इस सूचकांक का निर्माण ‘द वेल्थ ऑफ नेशंस’ में अर्थशास्त्री एडम स्मिथ के सिद्धांतों के आधार पर किया गया है । इन सिद्धांतों के अनुसार “बुनियादी संस्थाएँ जो अपने स्वयं के आर्थिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए व्यक्तियों की स्वतंत्रता की रक्षा करती हैं, बड़े समाज के लिए अधिक समृद्धि में परिणत होती हैं”। इस सूचकांक के अनुसार, 2008 में आर्थिक स्वतंत्रता के स्कोर में 2.6 अंकों की वृद्धि हुई है, जो 1995 में इसके निर्माण के बाद से एक महत्वपूर्ण बढ़ोतरी  है । हालांकि, 2011 में, स्कोर 2008 के 60.2 के स्कोर से घटकर 59.7 हो गया था। कुल मिलाकर आर्थिक स्वतंत्रता स्कोर ने लगभग 117 देशों के लिए सुधार दिखाया, जिनमें से अधिकांश मुख्य रूप से विकासशील और उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाएं थीं ।

उम्मीदवार लिंक किए गए लेख में आईएएस हिंदी के बारे में जानकारी पा सकते हैं ।

आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक की पद्धति

आर्थिक स्वतंत्रता के सूचकांक की कार्यप्रणाली को चार श्रेणियों में बांटा गया है जिनमें कुल 12 पहलू हैं । वे इस प्रकार हैं:

  1. कानून का शासन : इसके अंतर्गत संपत्ति से संबंधित अधिकार, सरकार की प्रतिबद्धता, न्यायिक प्रभावशीलता इत्यादि आते हैं । संपत्ति के अधिकार से तात्पर्य है  किसी व्यक्ति के संपत्ति अधिकारों की कानूनी रूप से रक्षा करने की देश की क्षमता की सीमा । न्यायिक प्रभावशीलता अर्थात जब संपत्ति कानूनों से निपटने की बात आती है तो न्यायपालिका की दक्षता और निष्पक्षता की सीमा का आंकलन । सरकारी अखंडता यह जांच करता है कि सरकार कितनी मजबूत है और रिश्वतखोरी, जबरन वसूली, भाई-भतीजावाद, संरक्षण, गबन और भ्रष्टाचार जैसी प्रथाएं कितनी सशक्त हैं ।
  2. सरकार का आकार : इसके अंतर्गत सरकारी खर्च, कर का बोझ, वित्तीय स्थितियाँ इत्यादि आते हैं । कर का बोझ (टैक्स बर्डन) सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर सहित व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट आय और समग्र कराधान स्तर पर सीमांत कर दरों का विश्लेषण करता है । ‘सरकारी खर्च’ सरकार के कुल व्यय की मात्रा और उसके परिणामी बोझ का विश्लेषण करता है । इसमें राज्य द्वारा खपत और विभिन्न पात्रता कार्यक्रमों से संबंधित सभी हस्तांतरण भुगतान शामिल हैं । जबकि राजकोषीय स्वास्थ्य यह जाँच करता है कि कोई राष्ट्र बढ़ते हुए ऋण और घाटे की मात्रा निर्धारित करके अपने बजट का प्रबंधन कितनी अच्छी तरह करता है ।
  3. विनियामक दक्षता : इसके अंतर्गत व्यापार स्वतंत्रता, श्रम स्वतंत्रता, मौद्रिक स्वतंत्रता इत्यादि आते हैं । व्यापार स्वतंत्रता बिजली जैसे कारकों को ध्यान में रखते हुए, किसी व्यवसाय को स्थापित करने, संचालित करने और बंद करने की लागत, समय और स्वतंत्रता का विश्लेषण करता है । श्रम स्वतंत्रता श्रम अधिकारों की दखलअंदाजी को मापता है जैसे कि न्यूनतम मजदूरी, रोजगार को नियंत्रित करने वाले कानून, रोजगार की आवश्यकताएं, और काम पर रखने और श्रम करने पर औसत दर्जे का विनियामक प्रतिबंध, साथ ही श्रम बल भागीदारी दर । मौद्रिक स्वतंत्रता यह  जांच करता है कि कीमतें कितनी स्थिर हैं और ‘माइक्रोइकोनॉमी’ का कितना हस्तक्षेप है ।
  4. बाजार का खुलापन : इसके अंतर्गत व्यापार स्वतंत्रता, निवेश स्वतंत्रता, वित्तीय स्वतंत्रता इत्यादि आते हैं । व्यापार स्वतंत्रता देश के अंदर और बाहर वस्तुओं और सेवाओं के आयात और निर्यात को प्रभावित करने वाले ‘टैरिफ’ और ‘गैर-टैरिफ’ बाधाओं की सीमा को निर्धारित करता है । निवेश की स्वतंत्रता यह विश्लेषण करता है कि व्यक्तियों और फर्मों की निवेश पूंजी का प्रवाह कितना मुक्त है । वित्तीय स्वतंत्रता बैंकिंग दक्षता के साथ-साथ यह भी दर्शाता है कि सरकार वित्तीय क्षेत्र से कितनी स्वतंत्र है ।
आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2022
रैंक देश अंक पिछले वर्ष की तुलना में अंकों में परिवर्तन
1 सिंगापुर 84.4 अंकों की कमी  -5.3
2 स्विटजरलैंड 84.2 अंकों की बढ़त  +2.3 
3 आयरलैंड 82 अंकों की बढ़त  +0.6
4 न्यू जीलैंड 80.6 अंकों की कमी   -3.3
5 लक्सेम्बर्ग 80.6 अंकों की बढ़त  +4.6
6 ताइवान 80.1 अंकों की बढ़त  +1.5
7 एस्तोनिया 80 अंकों की बढ़त  +1.8
8 नीदरलैंड 79.5 अंकों की बढ़त  +2.7
9 फ़िनलैंड 78.3 अंकों की बढ़त  +2.2
10 डेनमार्क 78 अंकों की बढ़त  +0.2
11 स्वीडेन 77.9 अंकों की बढ़त  +3.2
12 ऑस्ट्रेलिया 77.7 अंकों की कमी   -4.7
13 आइसलैंड 77 अंकों की कमी   -0.4
14 नॉर्वे 76.9 अंकों की बढ़त  +3.5
15 कनाडा 76.6 अंकों की कमी  -1.3
16 जर्मनी 76.1 अंकों की बढ़त  +3.6
17 लिथुआनिया 75.8 अंकों की कमी  -1.1
18 लाटविया 74.8 अंकों की बढ़त  +2.5
19 द.कोरिया 74.6 अंकों की बढ़त  +0.6
20 चिली 74.4 अंकों की कमी  -0.8
21 चेक गणराज्य 74.4 अंकों की बढ़त  +0.6
22 ऑस्ट्रिया 73.8 अंकों की कमी  -0.1
23 सायप्रस 72.9 अंकों की बढ़त  +1.5
24 UK 72.7 अंकों की कमी  -5.7
25 US 72.1 अंकों की कमी  -2.7
26 जॉर्जिया 71.8 अंकों की कमी  -5.4
27 माल्टा 71.5 अंकों की बढ़त  +1.3
28 बारबाडोस 71.3 अंकों की बढ़त  +6.3
29 बुल्गारिया 71 अंकों की बढ़त  +0.6
30 मॉरिशस 70.9 अंकों की कमी  -6.1
31 पुर्तगाल 70.8 अंकों की बढ़त  +3.3
32 स्लोवेनिया 70.5 अंकों की बढ़त  +2.2
33 संयुक्त अरब 70.2 अंकों की कमी  -6.7
34 उरुग्वे 70 अंकों की बढ़त  +0.7
35 जापान 69.9 अंकों की कमी  -4.2
36 स्लोवाकिया 69.7 अंकों की बढ़त  +3.4
37 बेल्जियम 69.6 अंकों की कमी  -0.5
38 बहमास 68.7 अंकों की बढ़त  +4.1
39 पोलैंड 68.7 अंकों की कमी  -1.0
40 सामोआ 68.3 अंकों की बढ़त  +6.4
41 स्पेन 68.2 अंकों की कमी  -1.7
42 मलेशिया 68.1 अंकों की कमी  -6.3
43 इजराइल 68 अंकों की कमी  -5.8
44 कतर 67.7 अंकों की कमी  -4.3
45 क्रोएशिया 67.6 अंकों की बढ़त  +4.0
46 जमैका 67.4 अंकों की कमी  -1.6
47 रोमानिया 67.1 अंकों की कमी  -2.4
48 हंगरी 66.9 अंकों की कमी  -0.3
49 वर्दे 66.7 अंकों की बढ़त  +2.9
50 अल्बानिया 66.6 अंकों की बढ़त  +1.4
51 पेरू 66.5 अंकों की कमी  -1.2
52 फ्रांस 65.9 अंकों की बढ़त  +0.2
53 उ.मैसेडोनिया 65.7 अंकों की कमी  -2.9
54 सेंट विन्सेंट 65.7 अंकों की कमी  -0.6
55 कोस्टा रिका 65.4 अंकों की बढ़त  +1.2
56 पनामा 65.4 अंकों की कमी  -0.8
57 इटली 65.4 अंकों की बढ़त  +0.5
58 अर्मेनिआ 65.3 अंकों की कमी  -6.6
59 सर्बिया 65.2 अंकों की कमी  -2.0
60 कोलंबिया 65.1 अंकों की कमी  -3.0
61 बोत्स्वाना 64.8 अंकों की कमी  -2.8
62 ब्रूनेई 64.8 अंकों की कमी  -1.8
63 इंडोनेशिया 64.4 अंकों की कमी  -2.5
64 कज़ाकिस्तान 64.4 अंकों की कमी  -6.7
65 सेंट लूसिया 64.3 अंकों की कमी  -3.2
66 मंगोलिया 63.9 अंकों की बढ़त  +1.5
67 मेक्सिको 63.7 अंकों की कमी  -1.8
68 बोस्निया/हर्जेगोविना 63.4 अंकों की बढ़त  +0.5
69 ग्वाटेमाला 63.2 अंकों की कमी – 0.8
70 थाईलैंड 63.2 अंकों की कमी  -6.5
71 डोमिनिकन 63 अंकों की बढ़त  +0.9
72 वानातू 62.9 अंकों की बढ़त  +2.4
73 पराग्वे 62.9 अंकों की बढ़त  +0.3
74 बहरीन 62 अंकों की कमी-  7.9
75 अज़रबैजान 61.6 अंकों की कमी – 8.5
76 आइवरी कोस्ट 61.6 अंकों की कमी – 0.1
77 ग्रीस 61.5 अंकों की बढ़त  +0.6
78 माल्डोवा 61.3 अंकों की कमी – 1.2
79 सिसली 61.1 अंकों की कमी –5.2
80 फिलिपीन 61.1 अंकों की कमी – 3.0
81 बेनीन 61 अंकों की बढ़त  +1.4
82 माइक्रोनेशिया 61 अंकों की बढ़त  +10.6
83 टोंगा 60.8 अंकों की बढ़त  +3.3
84 वियतनाम 60.6 अंकों की कमी – 1.1
85 सो टोमे 60.3 अंकों की बढ़त  +4.4
86 कोसोवो 60.1 अंकों की कमी –6.4
87 जॉर्डन 60.1 अंकों की कमी  -4.5
88 सेनेगल 60 अंकों की बढ़त +2.0
89 घाना 59.8 अंकों की बढ़त  +0.6
90 अल साल्वाडोर 59.6 अंकों की कमी-  1.4
91 गुयाना 59.5 अंकों की बढ़त  +2.1
92 होंडुरस 59.5 अंकों की कमी-  0.3
93 तंज़ानिया 59.5 अंकों की कमी – 1.8
94 भूटान 59.3 अंकों की बढ़त  +1.0
95 नामीबिया 59.2 अंकों की कमी  -3.4
96 किरीबाती 59.2 अंकों की बढ़त  +14.8
97 मोरक्को 59.2 अंकों की कमी – 4.1
98 मदगास्स्कर 58.9 अंकों की बढ़त  +1.2
99 त्रिनिडाड 58.8 अंकों की कमी – 0.2
100 बुर्किनाफासो 58.3 अंकों की बढ़त  +1.8
101 कुवैत 58.3 अंकों की कमी – 5.8
102 गाम्बिया 58 अंकों की कमी – 0.8
103 मोंटेनीग्रो 57.8 अंकों की कमी — 5.6
104 टोगो 57.2 अंकों की कमी-  0.3
105 रवांडा 57.1 अंकों की कमी-  11.2
106 कम्बोडिया 57.1 अंकों की कमी-  0.2
107 तुर्की 56.9 अंकों की कमी-  7.1
108 ओमान 56.6 अंकों की कमी-  8.0
109 बेलीज़ 56.6 अंकों की कमी-  0.9
110 सोलोमन द्वीप 56.5 अंकों की कमी-  0.0
111 फिजी 56.4 अंकों की कमी-  5.8
112 द. अफ्रीका 56.2 अंकों की कमी-  3.5
113 रूस 56.1 अंकों की कमी-  5.4
114 माली 55.9 अंकों की बढ़त  +0.3
115 गैबन 55.8 अंकों की कमी-  2.3
116 किर्गिस्तान 55.8 अंकों की कमी-  7.9
117 उज्बेकिस्तान 55.7 अंकों की कमी-  2.6
118 सऊदी अरब 55.5 अंकों की कमी-  10.5
119 मॉरिटानिया 55.3 अंकों की कमी-  0.8
120 जिबूती 55.3 अंकों की कमी-  0.9
121 नाइजर 54.9 अंकों की कमी-  2.4
122 निकारागुआ 54.8 अंकों की कमी-  1.5
123 न्यू गिनी 54.6 अंकों की कमी-  4.3
124 नाइजीरिया 54.4 अंकों की कमी-  4.3
125 डॉमिनिका 54.4 अंकों की बढ़त  +1.4
126 इक्वेडोर 54.3 अंकों की बढ़त  +1.9
127 यूगांडा 54.2 अंकों की कमी  -4.4
128 टूनिसिया 54.2 अंकों की कमी  -2.4
129 गिनिया 54.2 अंकों की कमी  -2.3
130 युक्रेन 54.1 अंकों की कमी  -2.1
131 भारत 53.9 अंकों की कमी –2.6
132 श्री लंका 53.3 अंकों की कमी- 2.4
133 ब्राज़ील 53.3 अंकों की कमी- 0.1
134 मलावी 53 अंकों की कमी-  0.0
135 बेलारूस 53 अंकों की कमी-  8.0
136 कैमरन 52.9 अंकों की कमी-  0.5
137 बांग्लादेश 52.7 अंकों की कमी-  3.8
138 केन्या 52.6 अंकों की कमी-  2.3
139 अंगोला 52.6 अंकों की कमी-  1.6
140 सिएरा लियॉन 52 अंकों की बढ़त  +0.3
141 एस्वतिनी 51.4 अंकों की कमी-  3.7
142 मोजाम्बिक 51.3 अंकों की कमी-  0.3
143 कोमोरोस 50.4 अंकों की कमी –5.3
144 अर्जेंटीना 50.1 अंकों की कमी  2.6
145 हैती 50 अंकों की कमी- 0.8
146 चाड 49.8 अंकों की कमी-  0.6
147 ताजीकिस्तान 49.7 अंकों की कमी-  5.5
148 नेपाल 49.7 अंकों की कमी-  1.0
149 म्यांमार 49.6 अंकों की कमी-  5.6
150 इथियोपिया 49.6 अंकों की कमी-  2.1
151 लाओस 49.2 अंकों की कमी-  4.7
152 मिश्र 49.1 अंकों की कमी-  6.6
153 पाकिस्तान 48.8 अंकों की कमी-  2.9
154 जाम्बिया 48.7 अंकों की कमी-  1.7
155 कोंगो गणराज्य 48.5 अंकों की कमी-  2.2
156 सूरीनाम 48.1 अंकों की बढ़त  +1.7
157 लेसोथो 48.1 अंकों की कमी-  5.4
158 चीन 48 अंकों की कमी-10.4
159 लाइबेरिया 47.9 अंकों की कमी- 1.3
160 कोंगो-किन्साहा 47.6 अंकों की कमी-  1.4
161 मालदीव 47.3 अंकों की कमी-  7.9
162 लेबनान 47.3 अंकों की कमी- 4.1
163 इगुएना 47.2 अंकों की कमी- 2.0
164 तिमोर 46.3 अंकों की बढ़त  +1.6
165 तुर्कमेनिस्तान 46.2 अंकों की कमी-  1.2
166 बिसाऊ 46 अंकों की कमी-  8.9
167 अल्जीरिया 45.8 अंकों की कमी-  3.9
168 C.A.R  45.7 अंकों की कमी-  3.1
169 बोलीविया 43 अंकों की बढ़त  +0.3
170 ईरान 42.4 अंकों की कमी- 4.8
171 एरिट्रिया 39.7 अंकों की कमी-  2.6
172 बुरुंडी 39.4 अंकों की कमी- 10.5
173 जिम्बाब्वे 33 अंकों की कमी – 6.4
174 सूडान 32 अंकों की कमी –7.1
175 क्यूबा 29.5 अंकों की बढ़त – 1.4
176 वेनेजुएला 24.8 अंकों की बढ़त – 0.1
177 उ. कोरिया  3 अंकों की कमी-  2.2

आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2022 में भारत का प्रदर्शन

जैसा कि उपर दी गई तालिका से स्पष्ट है, 2022 की रैंकिंग में भारत 53.9 अंकों के साथ 131वें  स्थान पर है। इस सूचकांक में शामिल कुल 39 एशिया -पैसिफिक देशों में भारत 27वें स्थान पर है और इसके अंक क्षेत्रीय व विश्व स्तर के औसत अंकों से भी कम हैं। इस वर्ष  पिछले वर्ष की तुलना में भारत के अंकों में 2.6 अंकों की कमी भी दर्ज की गई  है। 2021 की रैंकिंग में यह 121वें स्थान पर था

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