‘संघ लोक सेवा आयोग’ (UPSC) द्वारा आईएएस की परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है। इसमें प्रथम चरण प्रारंभिक परीक्षा, द्वितीय चरण मुख्य परीक्षा तथा तृतीय चरण साक्षात्कार होता है। आईएएस की परीक्षा देने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को द्वितीय चरण अर्थात् मुख्य परीक्षा के दौरान यूपीएससी द्वारा निर्धारित किये गए विषयों में से किसी एक विषय को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनना होता है। यूपीएससी द्वारा निर्धारित की गई वैकल्पिक विषय की सूची में हिंदी साहित्य भी एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल है। आईएएस परीक्षा प्रणाली में वैकल्पिक विषय के लिए 500 अंक निर्धारित होते हैं। प्रत्येक वैकल्पिक विषय के दो प्रश्न पत्र आयोजित किए जाते हैं और वैकल्पिक विषय का प्रत्येक प्रश्न पत्र 250 अंकों का होता है। इनमें से प्रत्येक प्रश्न पत्र खंडों में विभाजित होता है यह होते हैं – ‘भाग क’ व ‘भाग ख’।
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आईएएस Mains वैकल्पिक विषय हिंदी साहित्य
एक अन्य आलेख में हम हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय के पाठ्यक्रम के बारे में चर्चा कर चुके हैं, लेकिन इस आलेख में हम हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय की तैयारी में कारगर सिद्ध होने वाली पाठ्य पुस्तकों की सूची के विषय में चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि आईएएस की परीक्षा न सिर्फ कड़ी मेहनत और बेहतर समय प्रबंधन की, बल्कि प्रभावी व सटीक पाठ्य पुस्तकों की भी माँग करती है। सटीक पाठ्य पुस्तकें और स्वाध्याय इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की कुंजी है। हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय के दूसरे प्रश्नपत्र से संबंधित अधिकांश पाठ्य पुस्तकों का तो सीधा-सीधा उल्लेख यूपीएससी ने अपने द्वारा घोषित किए गए पाठ्यक्रम ही कर दिया है। इससे अभ्यर्थियों को इस विषय के दूसरे प्रश्न पत्र को तैयार करने में अच्छा-खासा लाभ मिलता है और उन्हें आवश्यक पाठ्य सामग्री के लिए इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन हिंदी साहित्य के पहले प्रश्न पत्र के लिए आवश्यक पाठ्य पुस्तकों का स्पष्ट उल्लेख यूपीएससी ने अपने द्वारा घोषित किए गए पाठ्यक्रम में नहीं किया है, इसलिए हिंदी साहित्य के पहले प्रश्न पत्र को तैयार करने में अभ्यर्थियों को अपेक्षाकृत अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ऐसे में, अभ्यर्थियों के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि उन्हें अपनी तैयारी को बेहतर स्तर तक पहुँचाने के लिए प्रभावी पाठ्य पुस्तकों की जानकारी रहे।
UPSC हिंदी साहित्य पुस्तक सूची
हिंदी साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले अभ्यर्थियों की इसी समस्या को दूर करने के लिए हम इस आलेख में कुछ ऐसी पाठ्य पुस्तकों की चर्चा करने जा रहे हैं, जो उन्हें हिंदी साहित्य के दोनों प्रश्न पत्रों की तैयारी करने में अच्छी-खासी सहायता देने वाली है। इस आलेख में वर्णित की जाने वाली पाठ्य पुस्तकें हिंदी साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले अभ्यर्थी की इस शंका को दूर करेगी कि वह तैयारी के दौरान कौन-सी पाठ्य पुस्तकों का चुनाव करे। हमने काफी अनुसंधान, टॉपर्स की राय, यूपीएससी के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों के विश्लेषण आदि के आधार पर हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय के लिए कुछ उपयोगी पाठ्य पुस्तकों का संकलन तैयार किया है, जो हम इस आलेख में आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहे हैं। हमें पूरा भरोसा है कि ये पाठ्य पुस्तकें आपकी तैयारी को मुकम्मल करने तथा आपकी सफलता सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी। तो आइए, अब हम क्रमवार ढंग से हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय के लिए आवश्यक पाठ्य पुस्तकों की चर्चा करते हैं-
क्रम सं. |
पाठ्य पुस्तक |
लेखक/कवि |
1. | साहित्य शास्त्र परिचय | 11 वीं कक्षा की एनसीईआरटी |
2. | हिंदी साहित्य का इतिहास | 12वीं कक्षा की एनसीईआरटी |
3. | हिंदी भाषा की परंपरा और विकास | डॉ. राम प्रकाश |
4. | हिंदी साहित्य का इतिहास | डॉ. नगेन्द्र |
5. | हिंदी साहित्य का सरल इतिहास | डॉ. विश्वनाथ त्रिपाठी |
6. | हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास | डॉ. राम स्वरूप चतुर्वेदी |
7. | हिंदी साहित्य की एम.ए. की पाठ्य सामग्री | इग्नू (IGNOU) के नोट्स |
8. | कविता के नए प्रतिमान | डॉ. नामवर सिंह |
9. | छायावाद | डॉ. नामवर सिंह |
10. | कबीर | हजारी प्रसाद द्विवेदी |
11. | आषाढ़ का एक दिन | मोहन राकेश |
12. | महाभोज | मन्नू भण्डारी |
13. | भारत दुर्दशा | भारतेन्दु |
14. | स्कन्दगुप्त | जयशंकर प्रसाद |
15. | गोदान | प्रेमचंद |
16. | एक दुनिया समानांतर | राजेन्द्र यादव |
17. | प्रेम-मंजूषा | प्रेमचंद |
18. | कामायनी | जयशंकर प्रसाद |
19. | दिव्या | यशपाल |
20. | निबंध निलय | डॉ. सत्येन्द्र |
21. | चिंतामणि | आचार्य रामचंद्र शुक्ल |
22. | भारत भारती | मैथिलीशरण गुप्त |
23. | कुरुक्षेत्र | रामधारी सिंह ‘दिनकर’ |
24. | मैला आँचल | फणीश्वर नाथ रेणु |
25. | ब्रह्मराक्षस | मुक्ति बोध |
26. | रामचरित मानस | तुलसीदास |
27. | भ्रमरगीत सार | सूरदास |
28. | कबीर ग्रंथावली | कबीर |
29. | आंगन के पार द्वार (असाध्य वीणा) | अज्ञेय |
30. | बिहारी रत्नाकर | बिहारी |
31. | बादल को घिरते देखा है; अकाल और उसके बाद; हरिजन गाथा | नागार्जुन |
32. | राग विराग ( राम की शक्ति पूजा और कुकुरमुत्ता) | सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ |
33. | पद्मावत | जायसी |
34. | कामायनी मूल्यांकन एवं पुनर्मूल्यांकन | इंद्रनाथ मदान |
35. | कामायनी के अध्ययन की समस्याएँ | डॉ. नगेन्द्र |
यूपीएससी हिंदी साहित्य परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
उपर्युक्त सारणी में हमने हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय से संबंधित पाठ्य पुस्तकों की विस्तृत विवेचना की है। इसके माध्यम से आपको अपनी तैयारी को धार देने में अत्यधिक सहायता मिलेगी। इसके अलावा, आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण होते हैं। ऐसे में, हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय की तैयारी को अधिक प्रभावी बनाने के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करना भी बेहद अनिवार्य होता है। इस पेचीदगी को सुलझाने के लिए अभ्यर्थी बाज़ार में उपलब्ध किसी भी प्रकाशन के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र खरीद सकते हैं और उनका यथासंभव अभ्यास कर सकते हैं। यह रणनीति उन्हें हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय को अधिक प्रभावी ढंग से तैयार करने में मदद करेगी। यदि हिंदी साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले अभ्यर्थी किसी कारणवश बाजार तक पहुँच सुनिश्चित न कर पाएँ अथवा पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों की पुस्तक न खरीद सकें, तो भी उन्हें परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि वर्तमान में विभिन्न ऑनलाइन पोर्टल पर हिंदी साहित्य वैकल्पिक विषय के पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का संकलन उपस्थित है। आप वहाँ जाकर भी पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का अभ्यास कर सकते हैं।
इसके अलावा, हिंदी साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले अभ्यर्थी कुछ ऐसी समसामयिक पत्रिकाओं का भी सहारा ले सकते हैं, जो हिंदी साहित्य विषय को ही समर्पित होती हैं तथा भारत सरकार द्वारा प्रकाशित की जाती हैं। इन पत्रिकाओं में आजकल, नया ज्ञानोदय और हंस का नाम उल्लेखनीय है। अपनी तैयारी को और अधिक धारदार बनाने के लिए अभ्यर्थी इन पत्रिकाओं का अध्ययन भी कर सकते हैं। चूँकि ये पत्रिकाएँ भारत सरकार द्वारा ही प्रकाशित की जाती हैं, इसीलिए आईएएस की परीक्षा की दृष्टि से इन पत्रिकाओं का महत्त्व बढ़ जाता है।
निष्कर्ष
समेकित रूप में कहा जा सकता है कि उपरोक्त वर्णित पुस्तकें हिंदी साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले आईएएस अभ्यर्थी के लिए काफी कारगर साबित होंगी क्योंकि इन पुस्तकों व अन्य पाठ्य सामग्रियों का चयन काफी शोध व अनुसंधान के पश्चात् किया गया है। हिंदी साहित्य के अभ्यर्थी को अपनी तैयारी को मुकम्मल व प्रभावी बनाने के लिए इन पाठ्य पुस्तकों का निरंतर अध्ययन करना चाहिए तथा इनके अधिकाधिक दोहरान पर बल देना चाहिए, तभी उनकी पढ़ाई एक सकारात्मक परिणाम में प्रतिफलित हो सकेगी।
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