भारत में सिविल सेवा परीक्षा का इतिहास बहुत पुराना है | समय के साथ यह परीक्षा पद्धति कई बदलाव के दौर से गुजरी है जो इसके नामों में परावर्तित होते हैं | सिविल सेवा की परीक्षा सर्वप्रथम 1855 में प्रारंभ हुई | तब इसे ICS (भारतीय सिविल सेवा ) के नाम से जाना जाता था | उस समय यह परीक्षा केवल लन्दन में आयोजित की जाती थी | 1864 में श्री सत्येन्द्र नाथ टैगोर इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले प्रथम भारतीय बने | 1922 से यह परीक्षा भारत में भी आयोजित की जाने लगी और आज़ादी के बाद इसे CSE (सिविल सेवा परीक्षा ) या मुख्यतः IAS (जो की भारतीय प्रशासनिक सेवा का संक्षिप्त रूप है ) के नाम से जाना जाने लगा | 2011 में इस परीक्षा पद्धति में एक और बदलाव देखने को मिला जब प्रारंभिक परीक्षा से वैकल्पिक विषय (द्वितीय प्रश्न पत्र ) को हटा कर उसके स्थान पर सीसैट (CSAT -Civil Services Aptitude Test) की शुरुआत की गई | इस पत्र में सामान्य गणित व मानसिक क्षमता से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं और कई बार इस पत्र के कारण ही प्रारम्भिक परीक्षा को सीसैट परीक्षा के नाम से भी जाना जाता है |
सीएसई का फुल फॉर्म
CSE का पूर्ण रूप सिविल सेवा परीक्षा है।
नीचे तालिका में इस परीक्षा से जुड़ी कुछ शब्दावलियों के विस्तार (full form) दिए गये हैं |
अधिक जानकारी के लिए हमारे आईएएस हिंदी पेज को अवश्य देखें |
यूपीएससी संबंधित – सम्बद्ध शब्दावली | |
UPSC | संघ लोक सेवा आयोग |
CSE | सिविल सेवा परीक्षा |
CSAT | सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा |
IAS | भारतीय प्रशासनिक सेवा |
IPS | भारतीय पुलिस सेवा |
IFoS | भारतीय वन सेवा |
IFS | भारतीय विदेश सेवा |
AIS | अखिल भारतीय सेवा |
PCS | प्रांतीय सिविल सेवा |
नोट : “सिविल” अर्थात नागरिक (Civilian या असैनिक) शब्द का प्रयोग इसे रक्षा या सैनिक सेवा (Defence) से अलग करने के लिये किया जाता है |
अन्य महत्वपूर्ण लिंक :
यूपीएससी योग्यता मापदंड | UPSC परीक्षा कैलेंडर 2022 |
यूपीएससी (UPSC) फुल फॉर्म | UPSC प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम |
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