भाषा और वर्तनी का स्वरूप बदलता रहता है। इस पाठ में हिंदी गद्य का प्रारंभिक रूप व्यक्त हुआ है जो लगभग 75-80 वर्ष पहले था। इस पाठ के किसी पसंदीदा अनुच्छेद को वर्तमान मानक हिंदी रूप में लिखिए।
"कानपुर में भीषण हत्याकांड करने के बाद अंग्रेज़ों का सैनिक दल बिठूर की ओर गया। बिठूर में नाना साहब का राजमहल लूट लिया गया पर उसमें बहुत थोड़ी सम्पत्ति अंग्रेज़ों के हाथ लगी। इसके बाद अंग्रेज़ों ने तोप के गोलों से नाना साहब का महल भस्म कर देने का निश्चय किया। सैनिक दल ने जब वहाँ तोपें लगाई, उस समय महल के बरामदे में एक अत्यंत सुंदर बालिका आकर खड़ी हो गई। उसे देखकर अंग्रेज़ सेनापति को बड़ा आश्चर्य हुआ क्योंकि महल लूटने के समय वह बालिका वहाँ कहीं दिखाई न दी थी।" (यह पाठ का एक अनुच्छेद है)
(अनुच्छेद का वर्तमान मानक हिंदी रुप) कानपुर में घटित हत्याकांड के बाद अंग्रेज़ी सैनिक दल बिठूर की ओर गया। बिठूर में स्थित नाना साहब का राजमहल अंग्रेज़ों द्वारा लूट लिया गया। लेकिन अंग्रेज़ अधिक नुकसान नहीं कर पाए। इसके बाद अंग्रेज़ों ने तोप द्वारा नाना साहब के महल को उड़ा देना चाहा, तभी महल के बरामदे में एक सुंदर बालिका आकर खड़ी हो गई। यह देखकर अंग्रेज़ी सेना को हैरानी हुई क्योंकि महल को लूटते समय यह बालिका वहाँ दिखाई नहीं दी।