'बिलकुल गोल' - कविता में इसके दो अर्थ हैं-
(क) गोल आकार का
(ख) गायब होना!
ऐसे तीन शब्द सोचकर उनसे ऐसे वाक्य बनाओ कि शब्दों के दो-दो अर्थ निकलते हों।
(i) कल - मैं कल स्कूल नही आऊँगा।
- यहाँ के सभी कल-कारखाने बंद पड़े हैं।
(ii) पानी - इस तालाब का पानी बिलकुल साफ़ है।
- राहुल भरी कक्षा में शर्म के मारे पानी-पानी हो गया।
(iii) कनक - कनक के आभूषण बहुत चमकीले होते हैं।
- कनक को खाने से वह पागल हो गया है।