जॉर्ज पंचम की नाक लगने वाली खबर के दिन अखबार चुप क्यों थे?
ब्रिटिश सरकार को दिखाने के लिए किसी ज़िदा इनसान कि नाक जॉर्ज पंचम की लाट कि नाक पर लगाना किसी को पसंद नहीं आया। इसके विरोध में सभी अखबार चुप रहें।
जॉर्ज पंचम की लाट की नाक को पुन: लगाने के लिए मूर्तिकार ने क्या-क्या यत्न किए?
अखबारों ने जिंदा नाक लगने की खबर को किस तरह से प्रस्तुत किया?
सरकारी तंत्र में जॉर्ज पंचम की नाक लगाने को लेकर जो चिंता या बदहवासी दिखाई देती है वह उनकी किस मानसिकता को दर्शाती है।
जॉर्ज पंचम की लाट पर किसी भी भारतीय नेता, यहाँ तक कि भारतीय बच्चे की नाक फिट न होने की बात से लेखक किस ओर संकेत करना चाहता है।
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो।
"राकेश को गुस्सा भी आ रहा था और रोना भी।"
(क) तुम्हारे विचार से राकेश को गुस्सा और रोना क्यों आ रहा होगा?
"राकेश मंच पर पहुँच गया। सब चुप हो गए, सकपका गए।"
(ख) तुम्हारे विचार से राकेश जब मंच पर पहुँचा, बाकी सब कलाकार क्यों चुप हो गए होंगे?
"दर्शक सब शांत थे, भौंचक्के थे।"
(ग) दर्शक भौंचक्के क्यों हो गए थे?
"मैंने कहा था न कि रिहर्सल में भी यह मानकर चलो कि दर्शक सामने ही बैठे हैं।"
(घ) राकेश ने ऐसा क्यों कहा होगा?