पाठ के आधार पर कौए को एक साथ समादरित और अनादरित प्राणी क्यों कहा गया है?
कौआ बड़ा विचित्र प्राणी है - कभी समादरित तो कभी अनादरित किया जाता है। पितृ पक्ष में लोग इसे आदर से बुलाकर भोजन देते हैं। कभी-कभी छत पर बैठ कर ये आने वाले का संदेश भी देते हैं, कहते हैं कौआ बोले तो कोई दूर से प्रिय जन आता है। परन्तु कौए की बोली बहुत कड़वी और कानों को चुभने वाली होती है इसलिए सब इसे भगा कर अनादरित भी करते हैं।