गिल्लू की किन चेष्टाओं से यह आभास मिलने लगा था कि अब उसका अंत समय समीप है?
गिलहरियों का जीवन केवल दो वर्ष का होता है। अत:गिल्लू के जीवन का भी अंत समय आ गया था। उसने दिनभर कुछ भी नहीं खाया न बाहर गया अंत समय की मुश्किलों के बाद भी वह झूले से उतर कर लेखिका के बिस्तर पर आ गया और अपने ठंडे पंजों से उँगली पकड़ कर हाथ से चिपक गया,जिसे पहले उसने घायल अवस्था में पकड़ा था। इन्हीं चेष्टाओं से आभास मिलने लगा कि अब उसका अंत समय समीप है।