भाई के बुलाने पर घर लौटते समय लेखक के मन में किस बात का डर था?
लेखक अपने साथियों के साथ झरबेरी के बेर तोड़ रहा था उसी समय गाँव के एक आदमी ने ज़ोर से पुकार कर कहा कि उनका भाई बुला रहा है,जल्दी घर जाओ। इस पर लेखक डर गया कि भाई ने क्यों बुलाया है?उससे क्या कसूर हो गया है?कहीं बेर खाने पर न नाराज़ हों। उसे मार पड़ेगी और इसी पिटने के भय से वह सहमा-सहमा घर पहुँचा।