अधोलिखितेषु पदेषु उदाहरणानुसारेण धातुं प्रत्ययं च पृथक् कुरुत-
पदानि |
धातु: |
प्रत्यय: |
||||
(क) |
यथा- गत्वा |
= |
गम् |
+ |
क्त्वा |
|
कृत्वा |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
||
भृत्वा |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
||
स्नात्वा |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
||
(ख) |
यथा - पठितुम् |
= |
पठ् |
+ |
तुमुन् |
|
कर्तुम् |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
||
खादितुम् |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
||
द्रष्टुम् |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
||
= |
+ |
|||||
पदानि |
= |
उपसर्ग: |
+ |
धातु: |
प्रत्यय: |
|
(ग) |
यथा- आनीय |
= |
आ |
+ |
नी |
ल्यप् |
आगत्य |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
-------------------- |
|
निधाय |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
-------------------- |
|
आदाय |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
-------------------- |
|
संस्पृश्य |
= |
-------------------- |
+ |
-------------------- |
-------------------- |
पदानि |
धातु: |
प्रत्यय: |
||||
(क) |
यथा- गत्वा |
= |
गम् |
+ |
क्त्वा |
|
कृत्वा |
= |
कृ |
+ |
क्त्वा |
||
भृत्वा |
= |
भृ |
+ |
क्त्वा |
||
स्नात्वा |
= |
स्ना |
+ |
क्त्वा |
||
(ख) |
यथा - पठितुम् |
= |
पठ् |
+ |
तुमुन् |
|
कर्तुम् |
= |
कृ |
+ |
तुमुन् |
||
खादितुम् |
= |
खाद |
+ |
तुमुन् |
||
द्रष्टुम् |
= |
दृश |
+ |
तुमुन् |
||
= |
+ |
|||||
पदानि |
= |
उपसर्ग: |
+ |
धातु: |
प्रत्यय: |
|
(ग) |
यथा- आनीय |
= |
आ |
+ |
नी |
ल्यप् |
आगत्य |
= |
आ |
+ |
गम् |
ल्यप् |
|
निधाय |
= |
नि |
+ |
धा |
ल्यप् |
|
आदाय |
= |
आ |
+ |
दा |
ल्यप् |
|
संस्पृश्य |
= |
सम् |
+ |
स्पृश |
ल्यप् |