अगर आपने किसी संग्रहालय को देखा हो तो पाठ से उसकी तुलना कीजिए।
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Solution
मुझे एक बार दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय जाने का अवसर मिला था। वह संग्रहालय दिल्ली के इंडिया गेट के समीप था। वह संग्रहालय कई मंजिला था। उसमें आज के युग की नहीं बल्कि बहुत पुराने मिट्टी से बने खिलौने, बर्तन, स्त्री आभूषण, कंकाल, वस्त्र इत्यादि थे। उस संग्रहालय को प्रत्येक युग के अनुसार बाँटा गया था। वहाँ पर सुरक्षा के उत्तम इंतज़ाम थे। प्रत्येक सामग्री को काँच के बॉक्स में सुरक्षित करके रखा गया था। चारों तरफ सफ़ेद रंग पुता हुआ था। पाठ में जिस संग्रहालय की बात की गई है, वह बिलकुल अलग है। उसमें सुरक्षा के इंतज़ाम नहीं थे। वह तो आरंभिक समय था, किसी संग्रहालय को बनाने का।