अज्ञानी गुरुओं की शरण में जाने पर शिष्यों की क्या गति होती है?
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Solution
यदि एक व्यक्ति अज्ञानी गुरु की शरण में जाता है, तो वह अज्ञान के अँधेरे में खो जाता है। ऐसे शिष्य आत्मज्ञान के स्थान पर आडंबरों का सहारा लेते हैं। इन्हें सच्चे आत्मज्ञान का भान ही नहीं होता है। उनमें अहंकार भरा होता है और वे सांसारिक मोह-माया के बंधनों में जकड़े होते हैं। वे दोनों मिलकर घर-घर जाकर लोगों को मंत्र देते हुए फिरते हैं। अपने अंत समय में ये पछताते रह जाते हैं।