अलबम पर किसने और क्यों लिखा? इसका असर क्लास के दूसरे लड़के-लड़कियों पर क्या हुआ?
अलबम के पहले पृष्ठ पर 'नागराजन’ के मामा ने मोती जैसे अक्षरों में लिखा भेजा था-
‘ए. एम. नागराजन’
“ इस अलबम को चुराने वाला बेशर्म है। ऊपर लिखें नाम को कभी देखा है? यह अलबम मेरा है। जब तक घास हरी है और कमल लाल, सूरज जब तक पूर्व से उगे और पश्चिम में छिपे, उस अनंत काल तक के लिए यह अलबम मेरा है, रहेगा।”
ऐसा करने से इस अलबम को कोई नहीं चुरा सकेगा और अगर किसी नें इसे चुराया तो वह जल्द ही पकड़ा जाएगा।
इसका असर क्लास के दूसरे लड़के-लड़कियों पर भी पड़ा। लड़कों ने इसे अपने अलबम में उतार लिया, लड़कियों ने झट कापियों और किताबों में टीप लिया।