(क) बड़े-बड़े पियराए पत्ते- प्रस्तुत पंक्ति में 'ब' तथा 'प' वर्ण की दो से अधिक बार आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है तथा 'बड़े' शब्द की उसी रूप में पुन: आवृत्ति के कारण पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।
(ख) कोई छह बजे सुबह जैसे गरम पानी से नहाई हो- प्रस्तुत पंक्ति में मानवीकरण अलंकार है।
(ग) खिली हुई हवा आई, फिरकी-सी आई, चली गई- प्रस्तुत पंक्ति में हवा की तुलना फिरकी से की गयी है। अत: यहाँ उपमा अलंकार है। इसी के साथ इस पंक्ति में अनुप्रास अलंकार भी है क्योंकि 'ह' वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार हुई है।
(घ) कि दहर-दहर दहकेंगे कहीं ढाक के जंगल- प्रस्तुत पंक्ति में 'द' वर्ण की दो से अधिक बार आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है तथा 'दहर' शब्द की उसी रूप में पुन: आवृत्ति के कारण पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।