अपना घर से क्या तात्पर्य है? इसे भूलने की बात क्यों कही गई है?
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Solution
अपना घर कहकर कवयित्री ने मोह तथा ममता से युक्त संसार की बात कही है। मनुष्य सारा जीवन इसी में उलझकर ईश्वर से विमुख हो जाता है। वह ईश्वर के प्रति झुकाव तो महसूस करता है मगर ईश्वर प्राप्त नहीं कर पाता। अपना घर उसके मार्ग में बाधा का काम करता है। अतः कवयित्री इसे भूलने की बात करती है। जिस मनुष्य ने इसे भूला दिया, वह ईश्वर के समीप पहुँच जाता है।