बनारस में वसंत का आगमन कैसे होता है और उसका क्या प्रभाव इस शहर पर पड़ता है?
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Solution
कवि के अनुसार अचानक बनारस में वसंत का आगमन होता है। मुहल्लों के हर स्थानों पर धूल का बवंडर बनने लगता है। इस कारण चारों ओर धूल छा जाती है और लोगों के मुँह में धूल के होने से किरकिराहट उत्पन्न होने लगती है। प्राय: वसंत में फूलों की बहार छा जाती है, सुंगध सारे वातावरण में व्याप्त हो जाती है। नए पत्ते तथा कोपलें निकलने लगती है। परन्तु इस वसंत में ऐसा कुछ नहीं है। यहाँ तो बिलकुल अलग तरह का वसंत आता है, जो धूल से भरा होता है। भिखारी के कटोरों के मध्य वसंत उतरता दिखाई देता है। गंगा के घाट लोगों से भर जाते हैं। यहाँ तक इस मौसम में बंदरों की आँखों में नमी दिखाई देती है।