Consider the following statements about Barak Missiles:
1. The Barak Missiles are surface-to-surface missiles.
2. Barak missiles provide missile defense against a variety of aerial, naval and airborne threats.
3. Barak missiles are developed by Israel.
Which of the above statement(s) is/are correct?
बराक मिसाइलों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. बराक मिसाइल सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल हैं।
2. बारक मिसाइलें विभिन्न प्रकार के हवाई, नौसेना और हवाई खतरों के खिलाफ मिसाइल रक्षा प्रदान करती हैं।
3. बराक मिसाइलों को इज़राइल द्वारा विकसित किया गया है।
उपरोक्त कथन में से कौन सा/से सही है / हैं?
The Barak Missiles are surface-to-air missiles. Long Range Surface-to-Air Missile (LR-SAM) and Medium Range Surface-to-Air Missile (MR-SAM) are being developed.
LR-SAM is the Ship Launch Version of Barak-08 Missile system. MR-SAM is the Land Launch Version of the Barak-08 Missile system. It can intercept all types of aerial targets like Subsonic and Supersonic Missiles, Fighter Aircraft, Maritime Patrolling Aircraft, etc. It provides missile defense against a variety of aerial, naval and airborne threats. These are jointly developed by Israel Aerospace Industries (IAI) and Rafael Advanced Defense Systems of Israel. Barak-8 missile system, the upgraded version of BARAK Missile System is developed in collaboration with India’s Defense Research and Development Organization (DRDO).बराक मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल हैं। लॉन्ग रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (LR-SAM) और मीडियम रेंज सर्फेस-टू-एयर मिसाइल (MR-SAM) विकसित की जा रही हैं।
LR-SAM बराक -08 मिसाइल सिस्टम का शिप लॉन्च संस्करण है। MR-SAM बराक -08 मिसाइल प्रणाली का भूमि प्रक्षेपण संस्करण है। यह सबसोनिक और सुपरसोनिक मिसाइल, फाइटर एयरक्राफ्ट, मैरीटाइम पैट्रोलिंग एयरक्राफ्ट आदि सभी प्रकार के हवाई लक्ष्यों को बाधित कर सकता है। यह विभिन्न प्रकार के हवाई, नौसेना और हवाई खतरों के खिलाफ मिसाइल रक्षा प्रदान करता है। ये इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) और इज़राइल के राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किए गए हैं। बराक -8 मिसाइल प्रणाली, बराक मिसाइल प्रणाली का उन्नत संस्करण भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के सहयोग से विकसित किया गया है।