Consider the following statements regarding the differences between Shankaracharya’s View Ramanujan’s View of Vedanta philosophy:
1. The former believed that Brahma is with certain attributes, whereas the latter believed that the Brahma is without any attributes.
2. For the former, the path to attain salvation is devotion, whereas, for the latter, the path to attain salvation is knowledge.
Which of the statements given above is/are correct?
वेदांत दर्शन के संबंध में शंकराचार्य और रामानुज के दृष्टिकोण बीच विद्यमान अंतर के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. शंकराचार्य का मानना था कि ब्रह्म की कुछ विशेषताएं होती हैं, जबकि रामानुज का मानना था कि ब्रह्म की कोई विशेषता नहीं होती है।
2. शंकराचार्य मोक्ष प्राप्ति का मार्ग भक्ति को मानते थे जबकि रामानुज मोक्ष प्राप्ति का मार्ग ज्ञान को मानते थे।
ऊपर दिए गए कथनों में कौन सा/से सही है / हैं?