घड़ीसाज़ी का इम्तहान पास करने से लेखक का क्या तात्पर्य है?
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Solution
जो व्यक्ति घड़ी के विषय में हर प्रकार की जानकारी प्राप्त कर चुका होता है। उसे बड़ी सरलतापूर्वक खोल तथा वापस जोड़ सकता है, वही घड़ीसाज़ी का इम्तहान पास करता है। इस इम्तहान को पास करने के बाद वह घड़ीसाज़ कहलाता है। ऐसे मनुष्य को यदि घड़ी ठीक करने को दी जाए, तो वह उसे ठीक करने का समार्थ्य रखता है। लोगों को उस पर पूर्ण विश्वास होता है। लेखक घड़ीसाज़ के द्वारा धर्म से जुड़े रहस्यों को उजागर करना चाहता है। उसका मानना है यदि हम धर्म से संबंधित छोटे-बड़े पहलुओं पर गौर करें, तो हम धर्मगुरू तो नहीं बन सकते परन्तु उसकी जटिलता को समाप्त अवश्य कर सकते हैं। इस प्रकार हम धर्म के नाम पर मूर्ख नहीं बनाए जा सकते हैं। हमें घड़ीसाज़ की तरह ही घड़ी के विषय में जानकारी हासिल करनी चाहिए और स्वयं को धोखे से बचाना चाहिए। लेखक इसलिए घड़ीसाज़ी के इम्तहान की बात करता है।