हमें लगता था कि हम पहाड़ हिला सकते हैं- आप किन क्षणों में ऐसा सोचते हैं?
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Solution
जब देश में आतंकवादी हमलों या जाति दंगों की बात होती है, तो हमें लगता है कि हम पहाड़ हिला सकते हैं। मगर यह सही नहीं है। हकीकत मानने और होने में बहुत अंतर होता है। पिताजी को जब हम प्रतियोगिता में प्रथम आने की उम्मीद देते हैं, तब भी हम ऐसा ही सोचते हैं। हमें लगता है कि यह हमारे लिए असंभव कार्य नहीं है। सच्चाई सामने आती है, तो पता चलता है कि यह कितना मुश्किल है।