इस दौर में भी बचाने को बहुत कुछ बचा है- से क्या आशय है?
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Solution
कवयित्री कहती हैं कि इस दौर में चीज़ें तेज़ी से बदल रही हैं। अतः इसके प्रभाव में जो भी आता है, वह प्रभावित हो जाता है। आज भी संथाली समाज इसके प्रभाव से पूर्ण रूप से प्रभावित नहीं है। अतः वह अपनी बुराइयों को हटा दे, तो वह अपने पुराने स्वरूप को पुनः पा सकता है। अभी तक उनकी संस्कृति, भाषा तथा परिवेश जीवित हैं। अतः इन्हें बचाया जा सकता है। हम थोड़ा-सा प्रयास करके इन्हें पुनः जीवित कर सकते हैं।