इस पाठ में भोपाल गैस त्रासदी का वर्णन हुआ है, जिसे इस त्रासदी को सहने वाली सलमा ने 'वह सुबह कभी तो आएगी' शीर्षक से लिखा है। अब तुम बताओ कि–
(क) तुम इसे निबंध या संस्मरण में से क्या कह सकते हो और क्यों?
(ख) अगर इसे कोई कहानी कहे तो क्या होगा?
(ग) मान लो कि अगर तुम इसे लिखते तो इसका क्या शीर्षक देते और क्यों?
(संकेत–इन प्रश्नों के उत्तर देने के लिए तुम अपने बड़ों की सहायता भी ले सकते हो।)
(क) हम इसे संस्मरण ही कहेंगे क्योंकि सलमा ने अपनी आप बीती को याद करते हुए यह लेख लिखा है।
(ख) इसे अगर कहानी कहा जाएगा तो उसे सच नहीं माना जाएगा। कहानी ज़्यादातर कल्पना पर आधारित होती है।
(ग) अगर हम इसे लिखते तो इसका शीर्षक 'मेरी कहानी', 'मेरी आशाएँ', 'हिम्मत न हारिए' आदि भी दे सकते थे क्योंकि दुर्घटना के बाद डाक्टरों ने उसे जवाब दे दिया था। एक रोगी शरीर होने के बाद भी उसकी आशाएँ और हिम्मत नहीं टूटीं। और इसी हिम्मत के कारण वह धीरे-धीरे ठीक होने लगी।