जब किसी का बच्चा कमज़ोर होता है, तभी उसके माँ-बाप ट्यूशन लगवाते हैं। अगर लगे कि कोई टीचर लूट रहा है, तो उस टीचर से न ले ट्यूशन, किसी और के पास चले जाएँ......यह कोई मजबूरी तो है नहीं- प्रसंग का उल्लेख करते हुए बताएँ कि यह संवाद आपको किस सीमा तक सही या गलत लगता है तर्क दीजिए।
रजनी अमित की समस्या लेकर एजूकेशन के डायरेक्टर के पास जाती है। वह मास्टर द्वारा की जा रही जबरदस्ती का मुद्दा उनके सामने रखती है। डायरेक्टर को यह मुद्दा आवश्यक नहीं लगता। डायरेक्टर रजनी को इस प्रकार की बात कहता है। हमें उसका यह संवाद बिलकुल अच्छा नहीं लगता है। बच्चों को विद्यालय में इसलिए भेजा जाता है कि वह विषय को जाने, उसके बारे में सीखें यदि कोई समस्या आए, तो अध्यापक उनकी मदद करें। यह क्या बात हुई कि मदद करने के स्थान पर अध्यापक उन्हें ट्यूशन पढ़ने पर ज़ोर डाले। एक विद्यालय में अध्यापक बच्चों की मदद करने के लिए रखे जाते हैं। किसी बच्चे को ट्यूशन की आवश्यकता है, तो इसका अर्थ यह हुआ कि अध्यापक सही नहीं है। उसे बदल देना चाहिए।
डायरेक्टर का जवाब शर्मसार कर देता है। वह समस्या को हल करने के स्थान पर ऐसा जवाब देता है, जो एक एजूकेशन डायरेक्टर को शोभा नहीं देता है।