(क) गुब्बारे में से हवा निकलने पर वह नीचे क्यों आने लगता है?
(ख) स्कूल में तुम्हें क्या-क्या करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है?
(ग) क्या तुमने अपने आस-पास के जानवरों की दुर्दशा देखी है? उसके बारे में बताओ।
(घ) सरकस में जानवरों के करतब दिखाए जाते हैं। उनके प्रति क्रूरता बरती जाती है। क्या ऐसे सरकस को मनोरंजन का साधन माना जा सकता है? सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बनाने के लिए क्या किया जाना चाहिए?
(क) गुब्बारे को ऊपर उड़ाने के लिए उसमें गरम हवा भरी जाती है। गरम हवा हल्की होती है। अत: गुब्बारा इसके कारण ऊपर उठने लगता है। जैसे-जैसे गुब्बारे में से हवा निकलने लगती है। गरम हवा का प्रभाव समाप्त होने लगता है। गुब्बारा भारी होने लगता है और गुरुत्वाकर्षण के कारण वह नीचे गिर जाता है।
(ख)
1. स्कूल से बाहर जाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
2. किसी मित्र को बुलाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
3. बाहर से कुछ मंगवाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
4. देर से आने की अनुमति लेनी पड़ती है।
5. अवकाश में जाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
6. पानी पीने जाने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है।
(ग) मैंने चिड़ियाघर में जानवरों की दुर्दशा देखी है। उन्हें एक छोटे-से स्थान पर रखा जाता है। वहाँ उन्हें सही प्रकार का वातावरण नहीं मिलता है, जिसके कारण वे दुर्बल हो जाते हैं। पानी की सफ़ाई कई-कई दिनों तक नहीं होती जिसके कारण वे कई प्रकार की बीमारियों से भी ग्रस्त होते हैं।
(घ) जिस सरकस में जानवरों के प्रति क्रूरता बरती जाती है, वह मनोरंजन का साधन नहीं माना जा सकता है। उस पर लगाम लगाना आवश्यक है। जानवरों को भी मनुष्य के समान जीने का अधिकार प्राप्त होना चाहिए। जानवरों के साथ, अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए। सरकस में ऐसे करतबों को स्थान दें, जिनमें जानवरों का प्रयोग ही नहीं किया जाए। यदि जानवरों को दिखाना बहुत आवश्यक है, तो उनसे ऐसे करतब करवाएँ जाएँ जिनमें उन्हें शारीरिक कष्ट न के बराबर हो। ऐसा करके हम सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बना सकते हैं।