(क) पता करो कि सुबह के समय खुले स्थानों पर ओस की बूँदें कैसे बन जाती हैं? इसे अपने शिक्षक को बताओ।
(ख) क्या ओस, कोहरा और वर्षा में कोई संबंध है? इसके बनने और होने के कारणों का पता लगाओ और उसे अपने ढंग से लिखकर शिक्षक को दिखाओ।
(ग) सूरज निकलने के कुछ समय बाद ओस कहाँ चली जाती है? इसका उत्तर तुम अपने मित्रों, बड़ों, पुस्तकों और इंटरनेट की सहायता से प्राप्त करो और शिक्षक को बताओ।
(क) दिन में सूरज की रोशनी से पानी गर्म होकर भाप बनकर ऊपर की ओर उठता है। रात में यह ठंडा होकर गिरता है और बूँदों के रूप में हरे घास, पत्ते और फूलों पर रुक जाती है। यहाँ यह जल्दी से सूखती नहीं है। इसलिए यह हमें धूप निकलने से पहले दिखाई देती है और धूप निकलते ही फिर से भाप बनकर उड़ जाती है।
(ख) ओस, कोहरा व वर्षा तीनों ही तेज़ गर्मी में पानी से भाप बनकर उड़ जाते हैं। ऊपर ठंडक मिलने से ये जम जाते हैं, जो हमें बादलों के रूप में दिखते हैं। ओस बहुत ही हल्की सर्दी में छोटी-छोटी बूदों के रूप में गिरती है। कोहरा बहुत ठंड में होता है। कोहरे में पानी नहीं गिरता परन्तु ठंड़ी भाप नीचे की तरफ़ आ जाती है। वर्षा किसी बादल के थोड़ा गरम चीज़ से टकराने से पानी के रूप में गिरता है।
(ग) सूरज निकलने के बाद पानी फिर गर्म होकर भाप बनकर उड़ जाता है, तो ओस गायब हो जाती है।