(क) “वह बेचारी थी बड़ी गरीब।”
लोग आमतौर पर गरीबों को बेचारा और असहाय क्यों मानते हैं? कहानी में कनक को बेचारी कहा गया है जबकि वह निडर और दूसरों की सहायता करने वाली लड़की थी। दूसरी ओर मंजरी गरीब नहीं थी पर ईर्ष्यालु और डरपोक थी। तुम्हारे विचार से असली गरीब कौन है?
(ख) तुमने अपने आस-पास अमीर और गरीब, दोनों तरह के लोग देखे होंगे। तुम्हारे विचार से गरीबी के क्या कारण हो सकते हैं?
(ग) अमीरी और गरीबी के अंतर को कैसे दूर किया जा सकता है? कुछ उपाय सुझाओ।
(क) हमारे विचार से असली गरीब मंजरी थी। जो मनुष्य असहाय और डरपोक होता है, वह गरीब कहलाता है। जिसको स्वयं की रक्षा के लिए दूसरों पर निर्भर होना पड़े सही मायनों में वही व्यक्ति गरीब है। मंजरी को स्वयं पर अभिमान था परन्तु जब वह लहरों की चपेट में आई तब उसका अभिमान चूर हो गया। अतः वही असली में गरीब कहलाएगी।
(ख) हमारे विचार से अशिक्षा तथा धन का अभाव गरीबी के सबसे बड़े कारण हैं। मनुष्य अशिक्षित होता है, तो उसे अच्छी नौकरी नहीं मिलती। इस कारण उसे मजदूरी करनी पड़ती है। मजदूरी से बहुत कम पैसे मिलते हैं इसलिए धन का अभाव बना रहता है। यही कारण हैं कि मनुष्य गरीब रहता है।
(ग) अमीरी और गरीबी के अंतर को इस प्रकार से दूर किया जा सकता है-
(1) शिक्षा का प्रसार होना चाहिए।
(2) सरकार को देश में गरीबों के उत्थान के लिए ज़रुरी कदम उठाने चाहिए।
(3) गरीबों के वेतन में वृद्धि करनी चाहिए।
(4) अमीरों से अधिक कर लेना चाहिए।
(5) सरकार को चाहिए कि ऐसे प्रयास करे जिससे गरीबों के बच्चों को अच्छे विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार प्राप्त हो।