''काश कोई तो होता जो मेरी भावनाओं को गंभीरता से समझ पाता। अफ़सोस, ऐसा व्यक्ति मुझे अब तक नहीं मिला....।'' क्या आपको लगता है कि ऐन के इस कथन में उसके डायरी लेखन का कारण छिपा है?
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Solution
मुझे लगता है कि कोई ऐन फ्रैंक की भावनाओं को गंभीरता से नहीं समझ पाया इसलिए उसे डायरी का सहारा लेना पड़ा। ऐन का स्वभाव बहुत अलग था। लोग उसे घमंडी, अक्खड़ और जिद्दी समझा करते थे। उसने स्वयं कहा है कि सभी उससे परेशान थे। सब उसे टोकते थे। उसे समझाते रहते थे। लेकिन ऐन डायरी में लिखती है कि कोई उसे समझ नहीं पाता था। जैसे उसे कहा जाता था, वो वैसी बिलकुल नहीं थी। परिवार तथा उसके मध्य एक खाई थी। उस खाई को वह कम नहीं कर पा रही थी। यही कारण था कि वह सबसे कटने लगी। वह डायरी से अपने मन की बात कर सकती थी। अपनी परेशानियाँ, अपनी सोच, अपनी भावनाओं इत्यादि को किसी से कह नहीं पाती थी। उसे लगता था कि कोई उसे समझ नहीं पा रहा है। वह सबके मध्य स्वयं को अकेला पाती थी। यदि वह कुछ कहना चाहती थी, तो उसे डांट दिया जाता था। यही कारण था कि उसने डायरी को अपनी मित्र बनाया। इसमें वह संबोधन के लिए किट्टी नाम का सहारा लेती है। उसे ही अपने दिल की बात बताती है और करती है। डायरी उन दोनों के मध्य होने वाली बात को संजोकर रखने का एक माध्यम बन जाती है।