"केशव बार-बार सबको सुनाता।"
केशव सबसे क्या कहता होगा? कल्पना करके केशव के शब्दों में लिखो।
केशव कहता होगा, मैं बादशाह अकबर से मिला। वे मेरे पास बैठे, उन्होंने मुझे कारखाने में काम करने के लिए कहा आदि।
कार्निस पर अंडों को देखकर केशव और श्यामा के मन में जो कल्पनाएँ आईं और उन्होंने चोरी-चुपके जो कुछ कार्य किए, क्या वे उचित थे? तर्क सहित उत्तर लिखो।
(क) केशव ने झुँझलाकर कहा...
(ख) केशव रोनी सूरत बनाकर बोला...
(ग) केशव घबराकर उठा...
(घ) केशव ने टोकरी को एक टहनी से टिकाकर कहा...
(ङ) श्यामा ने गिड़गिड़ाकर कहा...
ऊपर लिखे वाक्यों में रेखांकित शब्दों को ध्यान से देखो। ये शब्द रीतिवाचक क्रियाविशेषण का काम कर रहे हैं क्योंकि ये बताते हैं कि कहने, बोलने और उठने की क्रिया कैसे हुई। 'कर' वाले शब्दों के क्रियाविशेषण होने की एक पहचान यह भी है कि ये अकसर क्रिया से ठीक पहले आते हैं। अब तुम भी इन पाँच क्रियाविशेषणों का वाक्यों में प्रयोग करो।
(क) गुड़ियों का संग्रह करने में केशव शंकर पिल्लै को कौन-कौन सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?
(ख) वे बाल चित्रकला प्रतियोगति क्यों करना चाहते थे?
(ग) केशव शंकर पिल्लै ने बच्चों के लिए विश्वभर की चुनी हुई गुड़ियों का संग्रह क्यों किया?
(घ) केशव शंकर पिल्लै हर वर्ष छुट्टियों में कैंप लगाकर सारे भारत के बच्चों को एक जगह मिलने का अवसर देकर क्या करना चाहते थे?
उड़ने के बाद चुरुंगुन कहाँ-कहाँ गया होगा? उसने क्या-क्या देख होगा? अपने शब्दों में लिखो।