कहानी के लगभग सभी पात्र समाज की किसी न किसी सच्चाई को उजागर करते हैं। निम्नलिखित पात्रों के संदर्भ में पाठ से उन अंशों को उद्धृत करते हुए बताइए कि यह समाज की किस सच्चाई को उजागर करते हैं-
(क) वृद्ध मुंशी (ख) वकील, (ग) शहर की भीड़
(क) वृद्ध मुंशी निम्नवर्ग का नेतृत्व करते हैं। उनके पास धन नहीं है। मगर वे जानते हैं कि धन के बिना जीना संभव नहीं है। धन की लालसा के कारण वे बेटे को कुशिक्षा देने से भी नहीं हिचकिचाते है।
(ख) वकील अपनी ज़िम्मेदारी को नहीं समझते हैं। उनके लिए मात्र धन ही महत्वपूर्ण है। वे बताते हैं कि धन के लिए वह किसी का भी केस ले लेते हैं और उसे बचाने के लिए हर प्रकार के हथकंड़े आजमाते हैं।
(ग) शहर की भीड़ अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी से उपेक्षित है। उसे आनंद चाहिए उसके लिए वह किसी के जीवन पर टीका-टिप्पणी से बाज़ नहीं आती है। देश तथा सत्य से उसका कोई लेना-देना नहीं है। उसे बस कुछ-न-कुछ कहना ही है।