'कोई छः बजे सुबह.......फिरकी सी आई, चली गई'- पंक्ति में निहित भाव स्पष्ट कीजिए।
Open in App
Solution
वसंत के आने से पहले वायु में अधिक ठंडक विद्यमान होती है, इसमें मनुष्य सिहर उठता है। परन्तु वसंत के आगमन के साथ यह हवा गुनगुनी हो जाती है मानो कोई युवती गर्म पानी से स्नान करके आयी हो। यह हवा फिरकी की भांति गोल-गोल घुमती है और अचानक रूक जाती है। इसमें सिहरन पैदा करने वाली ठंडक विद्यमान नहीं होती है। वसंत की हवा में ठंडक समाप्त हो जाती है और गरमाहट हृदय को आनंदित कर देती है।