“कपड़ों में मेरी दिलचस्पियाँ मेरी मौसी जानती थीं”। इस वाक्य में रेखांकित शब्द 'दिलचस्पियाँ!' और 'मौसी' संज्ञाओं की विशेषता बता रहे हैं, इसलिए ये सार्वनामिक विशेषण हैं। सर्वनाम कभी-कभी विशेषण का काम भी करते हैं। पाठ में से ऐसे पाँच उदाहरण छाँटकर लिखो।
(1) मैं तुम्हारी दादी भी हो सकती हूँ, तुम्हारी नानी भी।
(2) बचपन में हमें अपने मोज़े खुद ही धोने पड़ते थे।
(3) हम बच्चे इतवार की सुबह इसी में लगाते।
(4) कुछ एकदम लाल, कुछ गुलाबी, रसभरी कसमल।
(5) मैंने अपने छोटे भाई का टोपा उठाकर सिर पर रखा।